Police arrested Draupadi of ‘Mahabharata’! She was sitting in protest in front of the police station, then… this is the reason….
दिल्ली। बीआर चोपड़ा के पौराणिक धारावाहिक ‘महाभारत’ ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। इस शो में ‘द्रौपदी’ का किरदार एक्ट्रेस रूपा गांगुली ने निभाया था. अब रूपा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है.
पूर्व राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता रूपा गांगुली को एक प्रदर्शन के दौरान कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. रूपा बुधवार रात से पुलिस थाने के सामने धरने पर बैठी थीं और भाजपा नेता रूबी दास की रिहाई की मांग कर रही थीं.
जानिए पूरा मामला:-
पेलोडर की चपेट में आकर एक बच्चे की मौत हो गई थी. पेलोडर एक प्रकार की मशीन होती है, जिसका इस्तेमाल कोलकाता नगर निगम (KMC) के कर्मचारी सड़क की मरम्मत के लिए किया जाता है. बच्चे की मौत के खिलाफ स्थानीय महिला बीजेपी नेता रूबी दास और उनके साथी प्रदर्शन कर रहे थे. हाालंकि इस दौरान उन्हें दक्षिण कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस घटना की जानकारी मिलते ही रूपा गांगुली सीधे स्थानीय बांसद्रोणी पुलिस स्टेशन पहुंच गई और वहां उन्होंने रूबी दास की रिहाई को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
आपको बता दें कि, रूपा गांगुली ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि जब रूबी दास और बीजेपी के अन्य कार्यकर्ता शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे तब टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया. रूपा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि प्रदर्शनकारियों को ही गिरफ्तार कर लिया. रिपोर्ट्स की मानें तो रुपाली ने थाने के सामने पूरी रात धरना दिया वहीं सुबह 10 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि रूपा गांगुली राज्यसभा सासंद रह चुकी हैं और अब वह भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं.
– क्यों हुई गिरफ्तारी?
दूसरी ओर, कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने खुलासा किया कि रूपा गांगुली को धरने पर बैठने के बाद गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने खुलासा किया कि वह बुधवार को पुलिस के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों की रिहाई की मांग कर रही थीं। उन्होंने बताया कि उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन बंद करने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने बार-बार अनुरोध करने के बाद भी नहीं सुना। इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस कर्मियों ने कहा, ‘हमने उनसे कहा कि यह संभव नहीं है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। इसलिए, अगर किसी को कोई समस्या है तो वे राहत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा सकती हैं। वह धरने पर बैठ गईं और बार-बार अनुरोध के बावजूद वहां से नहीं हटीं, इसलिए पुलिस स्टेशन के काम में बाधा डालने के कारण, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया और उन्हें अदालत में पेश किया गया।