राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में पधारे रामभक्तों को मुस्लिम समाज और हंडी चौक समिति ने शरबत ए मोहब्बत से किया स्वागत
Muslim society and Handi Chowk committee welcomed the devotees of Ram who came to the National Ramayana Festival with Sharbat-e-Mohabbat
(Muslim society and Handi Chowk committee welcomed the devotees of Ram who came to the National Ramayana Festival with Sharbat-e-Mohabbat)
कौमी एकता को प्रदर्शित करता हुआ संदेश बेनर पोस्टर ने शहरवासियों को किया आकर्षित
ये धरती राम की सीता की, ये धरती कृष्ण की राधा की ये धरती गालिब मीरा की, ये धरती संत कबीरा की ये धरती प्रेम का है मधुबन---सलीम नियारिया
रायगढ़ त्रिदिवसीय राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में पधारे रामभक्तों को रायगढ़ के मुस्लिम समुदाय ने आत्मीय स्वागत करते हुए प्रातः एवं दोपहर की तपती गर्मी से रात 10 बजे तक पूर्व सभापति समाजसेवी सलीम नियारिया के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय और हंडी चौक समिति ने कौमी एकता और सद्भावना का परिचय देते हुए मोहब्बत ए शरबत पिलाया वही राजघाट में केलो मैया के महाआरती के पावन अवसर पर भी मुस्लिम समाज ने दीपों से सजी थाली से आरती करते हुए नई मिसाल कायम की।
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा।।
अल्लामा इकबाल की पंक्तियों को सार्थक करता हुआ यह पल, वास्तव में सबसे पहले हम हिंदुस्तानी है।
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव दरमियान
रामभक्तों को मुस्लिम समुदाय द्वारा आत्मीय स्वागत सम्मान और श्री रामचंद जी का जयघोष केवल रायगढ़ शहर में ही देखने को मिलता है विगत दिनों रामनवमी पर्व पर भी मुस्लिम समूह के द्वारा रामभक्तों को स्नेह और प्रेम से सराबोर कर दिया गया था उसी तरह इस बार भी मुस्लिम समुदाय ने नई मिसाल कायम की,शहर के चारो ओर मुस्लिम समाज के द्वारा कौमी एकता का संदेश देता हुआ बेनर पोस्टर जिसमे अल्लामा इकबाल तथा लाल चन्द फ़लक की लिखी हुई पंक्तियां हिन्दू मुस्लिम एकता का परिचय दे रही थी।
"ऐ हिंदूओ मुसलमाँ आपस में इन दिनों तुम
नफ़रत घटाए जाओं उल्फत बढ़ाए जाओं"।।
"है राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़
अहल-ए-नज़र समझते हैं उस को इमाम-ए-हिंद"।।
अवसर था रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का 1 से 3 जून तक होने वाले आयोजन में आये
लाखों श्रद्धालुओ का मुस्लिम समुदाय एवं हंडी चौक समिति द्वारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में है भाई भाई को सार्थक करते हुए राम भक्तों को सुबह एवं नवतपा की तपती दोपहर में शरबत ए मोहब्बतें पिलाया।साथ ही 3 जून को जीवनदायिनी केलो मैया की महाआरती पर मुस्लिम समाज का विशेष योगदान भुलाया नही जा सकता,
वही राम भक्तों ने भी मुस्लिम भाइयों के अभिवादन को स्वीकार करते हुए उन्हें गले से लगाया निःसंदेह
रामभक्तों को मुस्लिम समुदाय द्वारा स्वागत करना अपने आप में सद्भावना और कौमी एकता को स्थापित करना है।इस आयोजन दौरान रामभक्तों को मुस्लिम भाइयों में
जमीर अहमद वसीम खान वकील अहमद अतहर हुसैन शेख वाहिद शेख आसिफ शेख सद्दाम फारुख नोमान सुफियान और हण्डी चौक युथ समिति के सदस्य अंतर्गत अध्यक्ष आलोक शर्मा , दीपक शर्मा यश चोपड़ा शेख आसिफ अंकुर शर्मा,राजू गुप्ता, लोकेश पटेल, विजयंत खेदुलकर, सचिन तिरोले, अनुराग शुक्ला, रॉबिन चावला, नितेश तायल, विशाल तायल, रवि शुक्ला, कमलेश पंजाबी, पीयूष मित्तल, निशांत सारस्वत, सुयश तिरोले, अनुराग शर्मा, अमित शर्मा, इशू चावला, पीयूष चावल, सरवण वाजपेई, शिवम वाजपेई ने अभिवादन किया।
मुस्लिम समुदाय से सलीम नियारिया ने कहा कि छतीसगढ़ श्रीरामचंद्र जी का ननिहाल है इसलिये हम उन्हें
हमर छत्तीसगढ़ के भाँचा हमर राम " कहते है।
निःसंदेह इस धरती माँ ने हमें जो दिया इन पंक्तियों से बयां करता हूँ,
ये धरती राम की सीता की, ये धरती कृष्ण की राधा की ये धरती गालिब मीरा की, ये धरती संत कबीरा की ये धरती प्रेम का है मधुबन।
ये सब धर्मो का है गुलशन ये धरती ख्वाज़ा का मसकन, इसी धरती पर हजरत बल ये धरती सीता का आँचल, ये धरती सबको दे जीवन।।
रायगढ़ शहर अमन और चैन का शहर है क्योंकि यहां ईद,दीवाली, नवरात्रि और रमजान एक साथ मनाई जाती है हंडी चौक समिति एवं मुस्लिम समुदाय ने तहे दिल से समस्त राम भक्तों का स्वागत किया है और हिंदू समुदाय भी एकता की भावना को सदा स्थापित करते आ रहा है मैं मुस्लिम समाज की ओर से रामभक्तों का आयोजन समिति का, जिला प्रशासन का,जनप्रतिनिधियों का,केलो नदी के संरक्षण और स्वच्छता के उद्देश्य से समर्पित केलो महाआरती के आयोजक सभापति जयंत ठेठवार एवं समिति तथा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वालो का दिल से आभार ब्यक्त करता हु।