धीरेंद्र शास्त्री को 'प्राणनाथ' कहने वाली शिवरंजनी 16 जून को क्या करने वाली हैं?

- उन्होंने बड़ा दावा किया है कि वह 16 जून को धीरेंद्र शास्त्री के साथ लाइव आयेंगी।
- शिवरंजनी तिवारी ने कहा, “जब से ये कलश रखा है, तब से तरह-तरह की बातें हो रही हैं।
- हर कोई कहता है कि मैंने ये यात्रा इसलिए शुरू की है क्योंकि मनचाहा वर पाना चाहती हूं।
- कई लोग कह रहे हैं कि मैं अपने हाथों में फूलों की माला लेकर जा रही हूं, जिसे धीरेंद्र शास्त्री के गले में डालने वाली हूं।
- महाराज श्री अंतर्यामी हैं और प्राणनाथ हैं, भगवान हैं, वो मन की बात जान लेते हैं।
- सभी से कहना चाहती हूं कि 16 जून तक का इंतजार कीजिए, उस दिन वो मेरे साथ लाइव होंगे और वो खुद ही बता देंगे।”
कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर भजन गायिका शिवरंजनी तिवारी काफी चर्चा में हैं। शिवरंजनी तिवारी उत्तराखंड के गंगोत्री से गंगाजल लेकर बागेश्वर धाम के लिए निकली हैं। वह एमबीबीएस की छात्रा है और पंडित धीरेंद्र शास्त्री को अपना 'प्राणनाथ' मानती हैं।
कौन हैं शिवरंजनी तिवारी?
शिवरंजनी तिवारी एमबीबीएस की छात्रा हैं और भजन गायिका के तौर पर जानी जाती हैं। शिवरंजनी तिवारी के पिता पंडित बैजनाथ तिवारी ने बताया कि उनके परिवार का संबंध मध्यप्रदेश के सिवनी में जन्मे ब्रह्मलीन जगदगुरुस्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि उनका पैतृक गांव चंदौरीकला (दिघौरी) है, जो सिवनी में पड़ता है। हालांकि, शिवरंजनी तिवारी का परिवार पिछले 25 सालों से हरिद्वार में रहता है।
मैं काफी समय से धीरेंद्र शास्त्री को फॉलो कर रही: शिवरंजनी
कलश यात्रा लेकर बागेश्वर धाम जाने के सवाल पर शिवरंजनी ने कहा, “मैं काफी समय से धीरेंद्र शास्त्री को फॉलो कर रही हूं और 2021 के बाद से उनके हर वीडियो को देखती हूं। मैंने सोचा की कलश यात्रा करनी है, तो क्यों न बागेश्वर धाम ही चली जाऊं।”