Rewa borewell: Innocent Mayank is trapped in the borewell, SDRF-NDRF team engaged in saving him, rescue operation going on for 16 hours
मध्य प्रदेश के रीवा में बोरवेल में गिरे मासूम मयंक को 16 घंटे की कड़ी मशक्क्त के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है. NDRF और स्थानीय प्रशासन की पूरी टीम लगी हुई है लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है.
न तो बच्चे तक कैमरा पहुंच पाया है और न ही ऑक्सीजन की पाइप. बोरवेल में मिट्टी और पराली होने की वजह से कैमरे में तस्वीर नहीं आ पाई है. 4 पोकलेन और 8 जेसीबी खुदाई में लगाई गई है.
बोरवेल में फंसे मयंक तक पहुंचने के लिए 60 फिट की पैरलल लेन बनाई जा रही है. गौरतलब है की शुक्रवार को गेंहू की खेत में 6 साल का मयंक बोरवेल में गिर गया था. दरअसल हीरामणि मिश्र नाम के शख्स की खेत में हार्वेस्टर से गेंहू की कटाई की जा रही थी.
हार्वेस्टर के पीछे 4 बच्चे गेंहू की बाली बिन रहे थे और इसी दौरान मयंक खुले गड्डे में गिर गया. बताया जा रहा है कि हीरामणि ने 3 साल पहले इस बोरवेल को खुदवाया था और पानी नहीं आने की वजह से खुला छोड़ दिया. इस हादसे के बाद से खेत का मालिक हीरामणि मिश्र फरार है.
शुक्रवार को बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एसडीएम मौके पर पहुंचे. घटना दोपहर 3.30 बजे की है. मौके पर तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं और बचाव कार्य जारी है. 2 जेसीबी, कैमरामैन की एक टीम और एसडीआरएफ की एक टीम रेस्क्यू कर रही है. बनारस से एनडीआरएफ की एक टीम भेजी गई है और जल्द ही बचाव अभियान में और तेजी लाई जाएगी.
बताया जा रहा है कि बच्चे के ऊपर मिट्टी आ गई है. पूरा मामला रीवा जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर जाने थाना क्षेत्र के मनिका गांव का है जहां मयंक आदिवासी शुक्रवार की शाम करीब बच्चों के साथ खेत में खेल रहा था. इसी दरमियां खेत में ही खुले पड़े बोरवेल के गड्ढे में गिर गया जिसके बाद वह तकरीबन 60 फीट से अधिक की गहराई में फंसा हुआ है.
मौके पर कलेक्टर-एसपी समेत पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी डटे हुए हैं. वहीं त्यौंथर के विधायक सिद्धार्थ तिवारी भी मौके पर पहुंचे. साथ ही आसपास के लोगों की भीड़ भी यहां जमा हो गई है. रात का अंधेरा होने की वजह से प्रशासन को रेस्क्यू में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके प्रशासन लगातार जद्दोजहद में लगा है.
इस पूरे मामले को लेकर रीवा ASP का कहना है कि मनिका गांव निवासी हीरामणि मिश्रा का खेत है, जहां बोरवेल खुला पड़ा हुआ था. वहीं एक 6 साल का मासूम बच्चा गिर गया है, जिसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है
40 से 45 फीट पर फंसा बच्चा
वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि 40 से 45 फ़ीट के बीच मे बच्चे के फंसे होने की आशंका है. रात 3 बजे तक लगभग 40 फीट पैरेलल गड्ढा खोदा जा चुका है. इसके बाद एक होरिजेंटल गड्ढा खोदा जाएगा. बच्चे का मूवमेंट फिलहाल नहीं पता चला रहा है. वहीं बच्चे के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. जब ये घटना हुई परिजन मजदूरी करने गए थे. परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई की बात की है.
मौसम से भी लड़ाई जारी
वहीं रेस्क्यू के दौरान ही अचानक से बारिश का दौर भी शुरु हो गया. जिसके बाद बोरवेल को त्रिपाल से ढक दिया गया है. रेस्क्यू टीम ने अंदर कैमरा भेजा है, जिसके माध्यम से बाहर लगे टीवी पर बच्चे की हलचल का पता लगाया जा रहा है.
विधायक बोले दोषियों को छोडेंगे नहीं
वहीं त्योंथर से बीजेपी विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि सरकार से भी संपर्क बना हुआ है. दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जायेगा. विधायक ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा कि जब तक मयंक सकुशल बाहर नहीं आ जाता तब तक मैं घटना स्थल से हिलूंगा नहीं. मौसम की विपरीत परिस्थितियों में भी राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से जारी है. आप सब भी प्रार्थना कीजिए, हमारा मयंक सकुशल वापस आए.