Shukla said – the allegations are baseless, offered liquor, 3 people locked him in the room, knocked on the door at 1 o’clock in the night, Radhika Kheda’s serious allegation
रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में हुए दुर्व्यवहार से आहत पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। आज उन्होंने प्रेसवार्ता लेकर अपने साथ हुई घटना की जानकारी देते हुए पार्टी के बड़े नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल के इशारे पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। राधिका ने कहा कि जब से वे राम मंदिर दर्शन करने गई थीं उसके बाद से पार्टी में लगातार उने प्रताड़ित किया जा रहा है।
राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया कि राजीव भवन में प्रदेश के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला और 2 अन्य लोगों ने कमरे में बंद किया था। इस दौरान उन्हें गंदी-गंदी गाली दी गई। इतना ही नहीं खेड़ा ने बताया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा के दौरान कोरबा में सुशील आनंद शुक्ला ने उन्हें शराब का ऑफर किया था। इसके बाद वे होटल के जिस कमरे में रुकी थीं, वहां रात एक बजे शुक्ला ने नॉक किया और दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।
छत्तीसगढ़ पुलिस से संज्ञान लेने की अपील
राधिका खेड़ा ने कहा कि राजीव भवन में जब उन्हें कमरे में बंद करके दुर्व्यवाहर किया गया तब कमरे में तीन सुशील आनंद शुक्ला, सुरेंद्र वर्मा और नितिन भंसाली मौजूद थे। खेड़ा ने कहा कि अब मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला है कि वहां 5 लोगों की मौजूदगी बताई जा रही है। जो दो लोग वहां मौजूद नहीं थे फिर भी वहां उपस्थित बताया जा रहा है वे दो मुस्लमान हैं। खेड़ा ने छत्तीसगढ़ पुलिस से इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि पांच लोग वहां मौजूद थे, तो उन्होंने मुझे कमरे में बंद क्यों किया था।
बघेल के इशारे पर हुआ सब कुछ
राधिका खेड़ा ने कहा कि उनके साथ जो भी कुछ हुआ वह सब पूर्व सीएम भूपेश बघेल के इशारे पर हुआ। बघेल का प्रियंका गांधी बचाव करती हैं। उन्होंने कहा कि पता नहीं बघेल प्रियंका और राहुल को क्या पहुंचाते हैं जिसकी वजह से वे लोग उनके दवाब में रहते हैं। राधिका ने कहा कि घटना के बाद 6 दिन लगातार राहुल, प्रियंका , जयराम रमेश, पवन खेड़ा, खड़गे और राहुल व प्रियंका के पीए सभी को लगातार फोन किया। खड़गे पत्र लिखा मैसेज किया।जयराम जी को लिखकर भेजा लेकिन पढ़ने के बाद कोई जवाब नहीं दिया। खेड़ा ने कहा कि मैं अपनी मर्जी से छत्तीसगढ़ नहीं गई थी। मुझे पार्टी ने भेजा था। घटना के दो दिन बाद प्रियंका छत्तीसगढ़ आई। गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में नारी न्याय की बात केवल कागज और घोषणा पत्र में है, धरातल पर नहीं है।
राम मंदिर गई इस वजह से षडयंत्र के तहत मुझे पार्टी से निकाला गया
राधिका ने कहा कि मैं राम लला के दर्शन करने गई थी, तब से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। षडयंत्र के तहत मुझे पार्टी से निकाला गया। राम लला का नाम लेंगे तो महिला उत्पीड़न होगा मजबूर कर दिया जाएगा।लेकिन मेरी जंग जारी हरेगी। लड़की हूं लड़ रही हूं। उन्होंने बताया कि 17 साल की उम्र से इस पार्टी से जुड़ी हुईं। कांग्रेस कर्नाटक, मणीपुर और महिला पहलवानों की तो बात करती है, लेकिन घर एक लड़की के साथ अन्याय हो रहा है उस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
बैज पर भी आरोप
राधिका ने बताया कि मैं लिखित बयान लेकर दीपक बैज के पास अपना बयान दर्ज कराने गई थी, लेकिन उन्होंने लिखित बयान लेकर पावती देने से मना कर दिया। जब उन्होंने बैज से शराब ऑफर किए जाने की शिकायत की तो बैज ने पूछा शराब पीती हैं कितना पीती हैं। खेड़ा ने कहा कि ऐसा क्या है कि भूपेश बघेल और सचिन के कहने पर काम कर रहे हैं। भूपेश का कितना दबाव है। उन्होंने कहा कि राहुल प्रियंका मुझे सोशल मीडिया में फालो करते हैं, लेकिन एक बार भी बात नहीं किया।
बैज और शुक्ला ने आरोपों पर दिया जवाब
सुशील आनंद शुक्ला ने खेड़ा के आरोपों को बेबुनियाद और भाजपा से प्रेरित बताया। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने खेड़ा और शुक्ला के बीच मतभेद और विवाद की बात को स्वीकार किया। बैज ने बताया कि पार्टी कार्यालय में जो हुआ पर एआईसीसी ने जांच करने के लिए कहा था। मैंने जांच किया और रिपोर्ट एआईसीसी को भेज दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज भी महिला कर्मचरी काम कर रहे हैं सभी सुरक्षित हैं।
गुस्से में आरोप लगा रही हैं राधिका- कांग्रेस
दूसरी ओर, राधिका के आरोप पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि वे गुस्से में हैं इसलिए आरोप लगा रही हैं. शराब के मामले में मुझे कुछ नहीं कहना है. पार्टी फैसला करेगी कि कौन दोषी है कौन नहीं. सुशील आनंद शुक्ला और राधिका खेड़ा के बीच छोटी-छोटी बात को लेकर मतभेद होते रहते थे. उस दिन कुछ ज्यादा हो गया. इसलिए मैंने इसकी जानकारी दिल्ली में दे दी थी. आपसी लड़ाई को राम के नाम से जोड़ना ठीक नहीं है. राधिका के बीजेपी में शामिल होने को लेकर बैज ने कहा कि यह उनका निजी मामला है.
सुशील आनंद शुक्ला पर गंभीर आरोप
कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर राधिका खेड़ा कहती हैं, ”30 अप्रैल को जब मैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला से बात करने गई थी, लेकिन उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और मुझे गालियां दीं. मैं बहुत चिल्लाई, फिर लोगों से कहा कि नीचे जाओ और महासचिव को बुलाओ. लेकिन कोई नहीं हटा, फिर जब मैंने अपना फोन निकाला और कहा कि मैं आपकी रिकॉर्डिंग कर रही हूं.
”सुशील आनंद शुक्ला ने इशारा किया और उस कमरे में मौजूद 2 और लोगों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया. लगभग एक मिनट तक कमरा बंद रहा और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया. तीनों आदमी उठकर मेरी ओर आए मैं चिल्लाती रही लेकिन किसी ने दरवाजा खोलने की कोशिश नहीं की. मैंने दरवाजे को जोर से धक्का दिया और दरवाजा खोलकर अंदर चली गयी. प्रदेश महामंत्री के पास जाकर अपना पक्ष रखा.मैं काफी रोई,लेकिन महामंत्री अपना जूता उतारकर अपने कमरे में बैठे रहे.लेकिन किसी ने भी मेरा कहना नहीं सुना ना ही उस आदमी को बुलाकर उससे सवाल जवाब किए.”- राधिका खेड़ा,पूर्व कांग्रेस नेता
राम भक्ति की मिली सजा
राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया है कि उनके परिवार में उनकी दादी ने राम की भक्त हैं.उन्होंने अपने अंतिम समय में अयोध्या रामलला के दर्शन करने की इच्छा जताई थी. इस दौरान मैंने अपनी दादी की अंतिम इच्छा के मुताबिक अयोध्या ले जाकर उन्हें रामलला के दर्शन कराएं.इसके बाद मैं वापस अपने घर दिल्ली आई.इस दौरान मैं पूरी तरह से राममय हो चुकी थी. घर वापस आते ही मैंने अपने घर के प्रवेश द्वार पर राम का ध्वज लगाया.जब मैंने इसके वीडियो और फोटोज को सोशल मीडिया में पोस्ट किया तो मेरे ऊपर मानों चारों तरफ से हमले होने लगे.कांग्रेस पार्टी ने मुझ पर आरोप लगाए कि चुनाव के समय तुम्हें राम मंदिर जाने की क्या जरुरत थी.इस दौरान जब मैं किसी डिबेट में जाती थी तो मुझे हिंदुओं के पक्ष में ज्यादा बोलने पर रोका जाता था.
क्या था मामला ?
आपको बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले दिनों शिव डहरिया के समर्थन में जांजगीर चांपा में दौरा किया था.इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे के बयानों को लेकर रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी.इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया कॉर्डिनेटर राधिका खेड़ा भी मौजूद थी.इसी बीच किसी बयान को लेकर छत्तीसगढ़ मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला से राधिका खेड़ा की कहा सुनी हो गई. राधिका खेड़ा की माने तो सुशील आनंद शुक्ला ने उन्हें गालियां दी हैं और कमरे में बंद करके बदतमीजी की है. इस घटना के बाद राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया में जानकारी दी. घटना को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता पवन खेड़ा ने राधिका खेड़ा और सुशील आनंद शुक्ला का पक्ष जाना.इस दौरान पीसीसी चीफ दीपक बैज के साथ दोनों की मीटिंग भी हुई.लेकिन मीटिंग का कोई हल नहीं निकला.हर बार राधिका खेड़ा ने सुशील आनंद शुक्ला पर कार्रवाई नहीं करने लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेताओं को घेरा.