Lover chased away the police of three police stations including DSP, man remembered girlfriend in moving bus, lover became ‘Devdas’ in memory of girlfriend,
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सिरफिरे आशिक ने अल सुबह तीन थानों की पुलिस को चकर घिन्नी बना दिया. उसने एक सब्जी वाले के मोबाइल से कंट्रोल रूम में फोन कर बताया कि गुजरात से भिंड जा रही बस में लड़की के साथ गैंगरेप हो रहा है. कंट्रोल रूम में आए इस फोन कॉल के बाद ग्वालियर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. आनन फानन में ग्वालियर में तीन थानों की पुलिस ने दौड़-भाग शुरू कर दी. पुलिस ने भिंड रोड पर जब बस को पकड़ा तो खुलासा हुआ कि ऐसी घटना ही नहीं हुई. इसके बाद पुलिस ने फोन लगाने वाले सिरफिरे को दबोच कर उसके खिलाफ को शांति भंग करने का केस दर्ज किया.
ग्वालियर पुलिस कंट्रोल रूम को 8 मई की सुबह 5 बजे एक शख्स ने फोन किया. उसने बताया कि गुजरात से भिंड की ओर जा रही बस में युवती के साथ दो लोग गैंगरेप कर रहे हैं. कंट्रोल रूम से खबर आते ही महिला सेल की डीएसपी किरण अहिरवार हरकत में आई. वे गोला का मंदिर, मुरार थाना प्रभारी के साथ पुलिस फोर्स को लेकर गोला का मंदिर चौराहे पर पहुंचीं. गोला का मंदिर पर पूछताछ के बाद पता चला कि बस यहां से भिंड के लिए रवाना हो चुकी है.
DSP सहित तीन थानों की पुलिस ने किया पीछा
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर निवासी जितेंद्र कुमार ने सुबह 5 बजे पुलिस को फोन कर कहा कि गुजरात से भिंड जा रही वीडियो कोच बस में युवती से दो युवक गैंगरेप कर रहे हैं। बस अभी-अभी ग्वालियर से निकली है। कोई उसे नहीं बचा रहा।कंट्रोल रूम से पॉइंट आते ही DSP महिला सेल किरण अहिरवार, गोला का मंदिर थाने के टीआई और मुरार थाना प्रभारी सहित पुलिस बल गोला का मंदिर चौराहे पर पहुंचे।
पता चला कि बस कुछ देर पहले यहां से भिंड के लिए निकली है। महराजपुरा थाना पुलिस को बस को रोकने के लिए निर्देश दिए। बरेठा टोल पर बस को रोकागया। अंदर जाकर जांच की तो पता चला ऐसा कुछ नहीं हुआ है। बाद में पुलिस ने ग्वालियर निवासी जितेंद्र कुमार को बस स्टैंड जाकर गिरफ्तार किया है।
बस में बैठने से पहले पी जमकर शराब
पुलिस के मुताबिक, जितेंद्र कुमार गुजरात में प्राइवेट जॉब करता है। उसने ग्वालियर आने के लिए बस पकड़ी। गुजरात से बस में चढ़ने से पहले उसने ड्रिंक करना की। रात 12 बजे उसे गर्लफ्रेंड की याद आई तो उसे बस में तलाशने लगा। उसकी हरकतों से परेशान सीट नंबर तीन पर सवार दो युवकों ने उसकी पिटाई कर दी। जैसे ही बस ग्वालियर में एजी ऑफिस पुल पर पहुंची तो युवक बस से उतर गया। नरेंद्र नाम के शख्स का मोबाइल लेकर पुलिस को फर्जी सूचना दे दी। पुलिस का कहना है कि झूठी सूचना देने वाले को निगरनी में लेकर उसका मेडिकल कराया जा रहा है।
यात्रियों ने बताई पूरी कहानी
लिहाजा डीएसपी किरण ने महाराजपुरा थाना पुलिस को बस को रोकने के निर्देश दिए. उन्होंने खुद भी बस का पीछा किया. आखिरकार ग्वालियर शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर बरेठा टोल के पास बस को पुलिस ने रोक लिया. किरण और थाना प्रभारी में जब बस के अंदर ड्राइवर, स्टाफ सहित यात्रियों से पूछताछ की तो पता चला कि गैंगरेप की घटना नही हुई है. पुलिस ने बस से सभी सवारियों को उतारकर एक घंटे तक पड़ताल की.
अहमदाबाद से ग्वालियर आ रहा था आरोपी
जब गैंगरेप की घटना झूठ निकली तो पुलिस ने फोन करने वाले का पता लगाया. दरअसल, कंट्रोल रूम को एक सब्जी वाले के मोबाइल से फोन किया गया था. पुलिस ने इस सब्जी वाले से पूछताछ की तो फिर असली आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया. पुलिस ने आरोपी जितेंद्र कुमार को ग्वालियर बस स्टैंड जाकर हिरासत में ले लिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह गुजरात में प्राइवेट नौकरी करता है. वह अहमदाबाद से ग्वालियर आने के लिए बस में सवार हुआ था. उसने बस में चढ़ने से पहले ही शराब पी ली थी.
आरोपी को याद आई अपनी गर्लफ्रेंड
रात 12 बस जब बस उज्जैन के आसपास थी तब जितेंद्र को अपनी गर्लफ्रेंड की याद आई. गर्लफ्रेंड को याद कर जितेंद्र नशे में चीखने-चिल्लाने लगा. उसकी चीख-पुकार से बस में सवार यात्री परेशान हो गए. उन्होंने उसे समझाया लेकिन वह हरकत से बाज नहीं आया. इस पर सीट नंबर तीन पर सवार दो युवकों ने उसके साथ मारपीट कर दी. अल सुबह 5 बजे बस ग्वालियर पहुंची तो जितेंद्र एजी ऑफिस पुल पर उतर गया. वहां मौजूद सब्जी वाले का मोबाइल लेकर पुलिस को बस में गैंगरेप की फर्जी खबर दे दी.
लोगों ने विरोध किया तो चिढ़ गया
बस के अंदर यात्रियों और कंडक्टर ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी का दर्द और बढ़ गया। वह उनसे भिड़ने को तैयार हो गया था। साथ ही बस के कंडक्टर और अन्य यात्रियों से बदला लेने के लिए उसे खुराफात सूझी। साढ़े चार बजे के करीब वह बस से उतर गया।
सब्जी वाले के मोबाइल से कर दिया फोन
ग्वालियर में एजी पुल के पास उतरने के बाद आरोपी ने सब्जी वाले के फोन से पुलिस को कॉल लगा दिया। साथ ही गैंगरेप की झूठी शिकायत कर दी। गैंगरेप की शिकायत पर पुलिस रेस हो गई। पुलिस ने कॉल डिटेल निकालकर आरोपी की पहचान की। उसके बाद धारा 151 के तहत कार्रवाई की।