They fielded candidates but were disappointed, the parties of NDA and India alliance were reduced to zero, who became MP from where…
लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 240 सीटें मिली हैं। लिहाजा, वह सदन में सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है। लोकसभा की 543 सीटों में से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 293 सीटें हासिल हुई हैं, जो बहुमत के आंकड़े 272 से 21 सीटें अधिक है।
लिहाजा, एनडीए के साथ मिलकर भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। हालांकि, यह सरकार पिछले दो कार्यकालों की तुलना में कितने मजबूत फैसले ले पाएगी, ये गठबंधन के सहयोगियों पर निर्भर करेगा। जानिए एनडीए में कितनी सहयोगी पार्टियां हैं और उनके कितने सांसद सरकार बनाने के लिए भाजपा को दे रहे हैं समर्थन…
एनडीए के साथ शामिल हैं ये दल
पहले यह जान लीजिए कि एनडीए के साथ 14 दल शामिल हैं। इस बार आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), बिहार की जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना, एचडी देवेगौड़ा की जनता दल (सेक्युलर), पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (जेएसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) शामिल हैं।
इसके अलावा यूपी से अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल (सोनेलाल), असम से यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल, असम गण परिषद (एजीपी), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), झारखंड से ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSUP), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट के सांसद भाजपा को समर्थन दे रहे हैं।
टीडीपी का सरकार में रहेगा दबाव
आंध्र प्रदेश की 25 सीटों में से चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 16 सीटें जीती हैं। लिहाजा, यह गठबंधन का सबसे मजबूत सहयोगी है। इसकी वजह से सरकार में टीडीपी का दखल भी ज्यादा होगा। जानिए आंध्र प्रदेश में किस सीट से कौन जीता है…
श्रीकाकुलम- किंजरापु राममोहन नायडू
विजयनगरम- अप्पलानैदु कालीसेट्टी
विशाखापत्तनम- श्रीभारत मथुकुमिली
अमलापुरम (एससी)- जी एम हरीश (बालयोगी)
एलुरु- पुट्टा महेश कुमार
विजयवाड़ा- केसिनेनी शिवनाथ (चिन्नी)
गुंटूर- डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी
नरसारावपेट- लावु श्रीकृष्ण देवरायालु
बापटला (एससी)- कृष्ण प्रसाद टेनेटी
ओंगोल- मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी
नंदयाल- डॉ. बायरेड्डी शबरी
कुरनोलू- बस्तीपति नागराजू पंचलिंगला
अनंतपुर- अंबिका जी लक्ष्मीनारायण वाल्मीकि
हिंदूपुर- बी के पार्थसारथी
नेल्लोर- प्रभाकर रेड्डी वेमिरेड्डी
चित्तूर (एससी)- दग्गुमल्ला प्रसाद राव
जेडी(यू) दूसरा मजबूत सहयोगी
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने 16 सीटों में से 12 जीती हैं। एनडीए गठबंधन में यह दूसरा सबसे बड़ा सहयोगी है, जिसके बिना भाजपा को सरकार बनाने और चलाने में मुश्किल हो सकती है। जानिए इस पार्टी में किस सीट से कौन सांसद चुना गया है…
शिवहर- लवली आनंद
सीतामढ़ी- देवेश चंद्र ठाकुर
झंझारपुर- रामप्रीत मंडल
सुपौल- दिलेश्वर कामत
मधेपुरा- दिनेश चंद्र यादव
गोपालगंज- डॉ. आलोक कुमार सुमन
सिवान – विजयलक्ष्मी देवी
भागलपुर- अजय कुमार मंडल
बांका- गिरिधारी यादव
मुंगेर- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह
नालंदा- कौशलेंद्र कुमार
दक्षिण की कई पार्टियां जिन्हें नहीं मिली एक भी सीट
तमिलनाडु में एनडीए में शामिल पट्टाली मक्कल कच्ची (PMK) पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और खाता तक नहीं खोल सकी. तमिलनाडु में ही तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार) ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा था और कोई सीट नहीं जीत सकी. इसी तरह, असम में असम गण परिषद ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा और हार गई. असम में ही यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) ने एक सीट पर चुनाव लड़ा और हार गई.
मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा और हार गई. मणिपुर में नागा पीपुल्स फ्रंट ने एक सीट पर चुनाव लड़ा और हार गई. नगालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ी और हार गई.
इसी तरह बिहार में राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) एक सीट पर चुनाव लड़े और हार गए. महाराष्ट्र में राष्ट्रीय समाज पक्ष ने एक सीट पर चुनाव लड़ा और हार का सामना करना पड़ा. उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ी और हार गई.
NDA की वो पार्टियां जो अपना खाता नहीं खोल सकी
BDJS
RLM
IND
NDPP
AMMKMNKZ
PMK
SBSMP
INDEPENDENT
NPF
TMC(M)
INDIA गठबंधन की वो पार्टियां जो नहीं खोल सकी खाता
ASMJTYP
AIFB
JKPDP
VSIP