When the seniors called, the juniors went there, ragged a first year MBBS student, did such a thing that he ended up in the hospital
डूंगरपुरः मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के एक स्टूडेंट के साथ रेंगिंग का मामला सामने आया है. एमबीबीएस सेकेंड ईयर के सीनियर स्टूडेंट ने फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट को कॉलेज के पास एक पहाड़ी पर बुलाया. उसे 300 से ज्यादा उठक बैठक करवाई. स्टूडेंट की तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे अस्पताल ले गए. जहां किडनी ओर लिवर पर असर पड़ने से डायलिसिस करवानी पड़ गई.
मामले में मेडिकल कॉलेज एंटी रैंगिंग कमेटी ने भी जांच में रेंगिंग की पुष्टि की है. इसके बाद सेकेंड ईयर के 7 स्टूडेंट को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने 7 छात्रों के खिलाफ सदर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है. सदर थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर के प्रिंसिपल एस. बाला मरगुनवेलू की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है.
रेंगिंग की ये पूरी घटना डेढ़ महीने पहले 15 मई की बताई जा रही है. इसमें बताया कि मेडिकल कॉलेज में ही फर्स्ट ईयर एमबीबीएस के स्टूडेंट प्रथम व्यास के साथ रेंगिंग हुई है. सेकेंड ईयर एमबीबीएस के सीनियर स्टूडेंट देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रविंद्र कुलरिया, सुरजीत, विष्णेंद्र धायल, सिद्धार्थ परिहार और अमन रागेरा ने प्रथम व्यास को कॉलेज के पास ही एक पहाड़ी पर बुलाया. इसके बाद उससे रेंगिंग करते हुए 300 से ज्यादा उठक-बैठक करवाई. इससे उसकी तबियत बिगड़ गई.
सदर थानाधिकारी गिरधारीसिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. एक नहीं 50 से ज्यादा स्टूडेंट के साथ रेगिंग हुई है. प्रथम व्यास के पिता दीपेन व्यास ने बताया कि उसके साथ ही फर्स्ट ईयर के 50 से ज्यादा स्टूडेंट थे. जिनके साथ रेंगिंग हुई है. सेकंड ईयर के 40 सीनियर स्टूडेंट ने सभी जूनियर स्टूडेंट से उठक-बैठक करवाई. जिससे उसके साथ ही 3 से 4 दूसरे स्टूडेंट की तबियत भी बिगड़ गई. इसमें से आशीष बेनीवाल को भर्ती भी करवाया था, लेकिन प्रथम व्यास ने आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ 20 जून को एंटी रैंगिंग कमेटी को रिपोर्ट दी. जिस पर रैगिंग कमेटी ने तुरंत एक्शन लेते हुए जांच पूरी की.
कॉलेज ने 7 स्टूडेंट को किया सस्पेंड, मुकदमा दर्ज
मामले में मेडिकल कॉलेज एंटी रैंगिंग कमेटी ने जांच की. जांच में रैगिंग की पुष्टि हुई. सेकंड ईयर के 7 स्टूडेंट को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया है. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने 7 छात्रों के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
छात्र के साथ डेढ़ महीने पहले हुई थी रैगिंग
सदर थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर के प्रिंसिपल एस बाला मरगुनवेलू ने मुकदमा दर्ज कराया. रैगिंग का मामला करीब डेढ़ महीने पुराना है. घटना 15 मई की बताई जा रही है. मेडिकल कॉलेज में ही फर्स्ट ईयर MBBS के स्टूडेंट के साथ रैगिंग हुई.
300 से ज्यादा छात्रों से उठक-बैठक करवाई
सेकंड ईयर एमबीबीएस के सीनियर स्टूडेंट देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रविंद्र कुलरिया, सुरजीत, विष्णेंद्र धायल, सिद्धार्थ परिहार और अमन रागेरा ने छात्र को कॉलेज के पास ही एक पहाड़ी पर बुलाया. इसके बाद उससे रैगिंग करते हुए 300 से ज्यादा उठक बैठक करवाई, इसकी वजह से उसकी तबियत खराब हो गई.
छात्र का चार बारा कराना पड़ा डायलिसिस
छात्र का डूंगरपुर के अस्पताल में इलाज कराया गया लेकिन, कोई आराम नहीं मिला. इसके बाद परिजन उसे गुजरात के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए. जांच में किडनी और लिवर पर असर बताया. इसके बाद चार बार उसकी डायलिसिस करनी पड़ी.
एंटी रैगिंग कमेटी की जांच में रैगिंग की हुई पुष्टि
मामला मेडिकल कॉलेज के एंटी रैंगिंग कमेटी के सामने आया, जिस पर एंटी रैगिंग कमेटी की ओर से जांच में भी रैगिंग की पुष्टि हुई. कॉलेज के प्रिंसिपल ने आरोपी सभी 7 स्टूडेंट को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया. प्रिंसिपल की रिपोर्ट पर सदर थाना पुलिस ने आरोपी 7 स्टूडेंट के खिलाफ रैगिंग का केस दर्ज कर लिया है. सदर थानाधिकारी गिरधारीसिंह ने बताया की मामले की जांच की जा रही है.
एक नहीं 50 से ज्यादा स्टूडेंट के साथ हुई रैगिंग
छात्र के पिता दीपेन व्यास ने बताया की उसके साथ ही फर्स्ट ईयर के 50 से ज्यादा स्टूडेंट थे, जिनके साथ रैगिंग हुई है. सेकंड ईयर के 40 सीनियर स्टूडेंट ने सभी जूनियर स्टूडेंट से उठक बैठक करवाई, जिससे उसके साथ ही 3 से 4 दूसरे स्टूडेंट की तबियत भी बिगड़ गई. पीड़ित छात्र ने आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ 20 जून को एंटी रैगिंग कमेटी को रिपोर्ट दी, जिस पर रैगिंग कमेटी ने तुरंत एक्शन लेते हुए जांच पूरी की. मामले में केस दर्ज करवाया गया है.