बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – कलेक्टर अनुराग पाण्डेय द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग का समीक्षा मिंगाचल सभा कक्ष में किया गया इस दौरान जिले में जिले में कुपोषण की दर में व्यापक कमी हेतु प्रयास पर चर्चा किया गया एवं नियद नेल्लानार क्षेत्र अंतर्गत आंगनबाडी के संचालन एवं विभाग द्वारा प्रदाय दी जाने वाली सेवाओं के संबंध में विस्तृत निर्देश देते हुए कहा गया कि ऐसे सभी क्षेत्र जहॉ पर वर्तमान में आंगनबाडी केन्द्र संचालित नही है, उन सभी स्थानो पर बेस लाईन सर्वे कर बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार से लाभांवित किया जाना है, इन क्षेत्रों में बच्चों एवं महिलाओं के पोषण पर विशेष ध्यान देते हुए इनके व्यवहार परिवर्तन की दिशा में कार्य करना है, शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाया जाना है, कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन सही रूप से हो इसका सतत् निगरानी करे, आंगनबाडी केन्द्र पर दी जाने वाली पोषण आहार सही रूप से मिलना चाहिए साथ ही स्वच्छता का विशेष ध्यान कार्यकर्ता एवं सहायिका रखे। प्रत्येक 15 दिवस में आंगनबाडी केन्द्र के समस्त बच्चों का वजन, उचाई का माप हो और गंभीर कुपोषित बच्चे, को पोषण पुनर्वास भर्ती किया जाना है, एवं नियमित उन बच्चों के गृहभ्रमण कर परिवार के सदस्यों को परामर्श दिया जाना है ऐसे कार्यकर्ता जो कि आंगनबाडी केन्द्र समय पर नही जाते है, उन पर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है, सेक्टर पर्यवेक्षक को नियमित रूप से प्रत्येक केन्द्रो का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर नियमित रूप से गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य परीक्षण एवं बच्चों का टीकाकरण, संस्थागत प्रसव के लिए निर्देशित किया गया है। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार ने कुपोषण में कमी लाने और शासन की योजनाओं का समुचित लाभ दिलाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर कैलाश वर्मा, एसडीएम बीजापुर जागेश्वर कौशल, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रीति खोखर चखहियार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।