पुसौर
पुसौर तहसील क्षेत्र अंतर्गत सेवा सहकारी समिति बडेहरदी, कोडपाली, पडिगांव, गोर्रा, बडेभंडार, तेतला, कोडातराई, पुसौर, केषला, जतरी व नये सोसायटी छिछोर उमरिया, तिलगी, गढउमरिया, छातामुरा नावापारा माण्ड अंतर्गत कई उप धान खरीदी केन्द्र हैं जहां इन दिनों उठाव कम होने की वजह से संबंधित प्रबंधकों व फड प्रभारियों की चिन्ता बढ गई है चूंकि लगातार बारीस हो रहा है ऐसे में जहां धान में नमी आयेगी वहीं इन्हें सडन का भी डर सता रहा है। वैसे तिरपाल वगैरह की व्यवस्था से पानी से बचाव के लिये हर संभव प्रयास किया जा रहा है इसके बावजुद भी ये नुकसानी से नहीं बच सकते। जानकारी के मुताविक प्रत्येक समिति प्रबंधक एवं फड प्रभारी को अपने अपने उपार्जन केन्द्र का जीरो षार्टेज देना रहता है ऐसे हालत में नमी कब कम होगी और किस आधार पर मिलर धान उठायेंगे ये समझ से परे मालुम हो रहा है। समिति प्रबंधकांे मे राजकुमार पटेल, रमाषंकर चैधरी, मनोज गुप्ता, ब्रजेष प्रधान, डिलेष्वर प्रधान, बेहरा, टिकेष्वर मेहर सहित अन्य प्रबंधकों व फड प्रभारियों के रातों की नींद गायब हो चुके हैं। धान खरीदी के समय इनकी ड्युटी जहां रात और दिन एक हो जाता है वहीं इस तरह की मौसमी मार से इन्हें और अधिक परेषान होना पडता है। किसान अपना धान केन्द्र में बेचने के बाद जैसे चैन की नींद लेता है उसी तरह उठाव हो जाने से प्रबंधक और फड प्रभारी चैन की सांस लेते हैं लेकिन उठाव में धीमी गति होने से क्षेत्र के 18 धान खरीदी केन्द्रों में संबंधित सोसायटी प्रबंधक एवं उनके फड प्रभारियों को तरह तरह की परेषानियों का सामना करना पड रहा है जिसे उच्चाधिकारियों की जानकारी में होना आवष्यक है।