बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला- भोपालपटनम ब्लॉक के संवेदनशील दूरस्थ एवं पहुंचविहीन सेक्टर संड्रा के उप स्वास्थ्य केन्द्र केरपे के आश्रित ग्राम गोंडुनुगुर, टूडेपल्ली एवं केरपे के ग्रामीणों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, उनका आयुष्मान कार्ड बनाने सहित आयुष्मान कार्ड संबंधी अन्य प्रकरणों का निराकरण करने के लिए सेक्टर संड्रा की 4 सदस्दीय टीम जिसमें आरएचओ पुरुष बजेश कोरम, महिला नागू बाई वासम, फील्ड कोआडिनेटर महेश भगत एवं सुपरवाईजर सरिता चिड़ेम द्वारा 17 फरवरी को इन सुदूर गांव में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं सुगमतापूर्वक पहुंचानेे ग्रामीणों से चर्चा की गई। ज्ञात हो कि इन सुदूर गांवों में मोबाईल कनेक्टीविटी नहीं होने के कारण गांव में आयुष्मान कार्ड बना पाना मुश्किल है स्वास्थ्य टीम द्वारा बताया गया कि ग्रामीणों को गांव से दूर पहाड़ी पर बुलाकर उनका आयुष्मान कार्ड बनाया गया। जिसमें 26 हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड वितरण किया गया। 15 हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड का ईकेवाईसी किया गया। वही 05 हितग्राही जिनका आयुष्मान कार्ड नही बना था उनका नया आयुष्मान कार्ड बनाया गया। टीम द्वारा दो पहाड़ी को पार करते हुए करकावाड़ा स्कूल जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाई वितरण किया गया। वहीं मॉप अप दिवस के दौरान छूटे हुए 20 बच्चों को कृमि की दवाई एलबेंडाजोल भी खिलाया गया। टीम द्वारा आयुष्मान कार्ड के तहत् 5 लाख तक की निःशुल्क ईलाज एवं स्वास्थ्य संबंधी जागरुकता की जानकारी ग्रामीणों को मिलने पर एवं टीम का इतने संवेदनशील क्षेत्र में पहुंचने पर ग्रामीणों ने तन्मयतापूर्वक अपनी खुशी व्यक्त की। टीम द्वारा बताया गया कि केरपे सेक्टर के यह गांव इतना सुदूर है कि भोपालपटनम से बीजापुर, कुटरु, करकेली होते हुए 150 किलोमीटर का सफर बाईक से तय करना पड़ा जिसमें नदी-नाले दुर्गम पहाड़ी वाले रास्तों को तय कर तीन किलोमीटर तक दुर्गम सड़क और पहाड़ को पैदल चलकर जाना पड़ा किन्तु ग्रामीणों के सहयोग और शासन की योजनाओं से जुड़ने की ललक देखकर सभी थकान मिट गए और यहां का कार्यक्रम सफलतापूर्वक होने पर आत्मीक रुप से बहुत संतुष्टि मिली।