मुंगेली जिला से हरजीत कुमार भास्कर की रिपोर्ट
मुंगेली – वन & जलवायु परिवर्तन विभाग छ.ग. शासन के मंशा अनुरूप आज दिनांक 29/03/24 को अचानकमार टाइगर रिजर्व लोरमी के अंदुरूनी गांवो के बच्चो को बेहतर स्वरोजगार के प्रशिक्षण हेतु भिलाई ट्रेनिंग हेतु भेजा गया। विगत वर्ष में भी तत्कालीन फील्ड डायरेक्टर एस जगदीशन एवं तत्कालीन उपसंचालक नायर विष्णुराज नरेंद्रन के नेतृत्व में एटीआर अंतर्गत आने वाले गांवो के 23 आदिवासी बच्चो को लाइवलीहुड ट्रेनिंग हेतु भिलाई भेजा गया था। जिसमे शतप्रतिशत बच्चे आज विभिन्न संस्थानों में चयनित होकर रोजगार प्राप्त कर रहे है। इसी परंपरा एवम सफलता को देखते हुए आज पुनः 21 बच्चो को भिलाई लाइवलीहुड ट्रेनिंग हेतु भेजा गया है। एटीआर प्रबंधन लोरमी & आईसीआईसीआई लवलीहुड फाउंडेशन भिलाई के संयुक्त प्रयासों से सफलता पूर्वक तीसरी बार बच्चो को त्रैमासिक प्रशिक्षण हेतु भेजा गया है। भिलाई स्थित लाइवलीहुड प्रशिक्षण संस्थान में 05 महत्पूर्ण पाठ्यक्रमों में बच्चो को प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमे उनको पाठ्यक्रम से संबंधित यूनिफॉर्म एवम टूल किट्स दिया जाता है जो पूर्णतः निःशुल्क होता है। वही एटीआर प्रबंधन लोरमी द्वारा प्रशिक्षणनार्थी बच्चो की रहने,खाने & पॉकेट मनी आदि का इंतजाम पूर्णतः निशुल्क किया जाता है। आज के समय में जहा रोजगार प्राप्ति में कठिनाई होती है, वही एटीआर के दूरस्थ गांवो के आदिवासी बच्चो को सरलता पूर्वक निशुल्क रोजगार उपलब्ध कराना एक बेहतर प्रयास साबित हो रहा है। ऐसे प्रयास अगर सतत चलता रहे तो, इससे न केवल रोजगार की समस्या दूर होगी, साथ ही वन & वन्यप्रणीय के बेहतर प्रबंधन में सहभागिता प्राप्त होगी। एटीआर प्रबंधन का यह प्रयास सामुदायिक वानिकी और संरक्षित क्षेत्र के प्रबंधन में कम्युनिटी स्टीवर्डशिप सुनिश्चित करने की और का एक बेहतर उदाहरण एवं सकारात्मक पहल है। उपरोक्त प्रयास फील्ड डायरेक्टर मनोज पांडेय & डिप्टी डायरेक्टर गणेश यू आर के कुशल निर्देशन एवम मार्गदर्शन में संचालित हो रहे है। जिसमे असिस्टेंट डायरेक्टर संजय लूथर, रेंज ऑफिसर अमित रोशन, विक्रांत कुमार आदि अधिकारी/कर्मचारियों का सतत सहयोग रहा है।