It was her lover who cheated on her, called her to the forest and raped the girl. During this swinging, the girl got hit by a live wire with 11 thousand volt current.
रायपुर. स्वास्थ्यमंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की संवेदनशील पहल के चलते एक 19 वर्षीय युवती की जान बच गई । मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से 22 लाख रू. राशि स्वीकृत कराई जा चुकी है। इस पीड़िता को देखने आज सुबह 10ः30 बजे स्वास्थ्यमंत्री जायसवाल स्वयं पचपेढ़ी नाका चौक स्थित निजी अस्पताल पहुंचे व पीड़िता का हाल जाना।
20 अक्टूबर 2023 को एक दिल दहला देने वाली घटना बैकुंठपुर के ग्राम गनपतपुर के ठिहाईपारा जंगल में हुई। युवती के प्रेमी ने ही उसके साथ धोखा किया और जंगल बुलाकर युवती के साथ बलात्कार किया। इस दौरान हुई झूमा-झटकी में युवती 11 हजार वोल्ट के करंट के तार की चपेट में आ गई और गंभीर रूप से झुलस गई। उसे इसी हालत में छोडकर दोनो आरोपी युवक फरार हो गये। कुछ समय बाद जंगल में कुछ लोगों ने युवती को अचेत अवस्था में देखा और घटना की सूचना पुलिस को दी गई, साथ ही युवती को बैकुंठपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बीच पुलिस ने बलात्कार का मामला दर्ज कर आरोपी निलेश कुमार (कथित प्रेमी) एवं उसका साथी बेचन साय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
जिला अस्पताल से 20 दिनों बाद परीजनों ने करा ली छुट्टी
गंभीर हालत में जिला अस्पताल बैकुंठपुर में भर्ती बलात्कार पीड़िता युवती के परिजनों ने खुद ही उसकी छुट्टी करा उसे घर ले गये। घर में उसकी सही देखभाल न हो पाने के कारण वह सेप्टीसिमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गयी। युवती की हालत दिन ब दिन बिगड़ती चली गई।
आई.ओ.सी.एल. के एक अधिकारी ने की मदद
गंभीर हालत में घर में पड़ी युवती को उपचार के लिये रायपुर के किसी अच्छे अस्पताल में पहुंचाने के लिये आई.ओ.सी.एल. के एक स्थानीय अधिकारी ने पहल की। स्थानीय जिला प्रशासन की सक्रियता के बाद गंभीर हालत में युवती को रायपुर लाया गया। इस दौरान युवती आक्सीजन पर थी और उसका हीमोग्लोबिन 2 ग्राम पहुंच चुका था, उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैल चुका था। उसके बचने की आस समाप्त हो गई थी। 22 फरवरी 2024 को कई घंटों के अथक प्रयासों के बाद भी युवती किसी भी शासकीय अस्पताल में भर्ती नही हो पाई। इसके बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुये पचपेढ़ी नाका के आगे एक निजी बर्न युनिट में भर्ती करा दिया गया।
जानकारी होते ही स्वास्थ्यमंत्री ने शासकीय योजना से पूरे उपचार की पहल की
स्वास्थ्यमंत्री जायसवाल ने मामले की जानकारी होते ही त्वरित कार्यवाही करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से 2 किश्त में लगभग 22 लाख रू. राशि उपचार के लिये स्वीकृत कराई।
आज अचानक स्वास्थ्यमंत्री खुद पहंुच गये अस्पताल
स्वास्थ्यमंत्री जायसवाल आज अचानक बलात्कार पीड़िता युवती का हाल जानने खुद अस्पताल पहंुचे। उन्होने युवती के परिजन से मुलाकात कर हाल चाल पूछा। साथ ही बलात्कार पीड़िता युवती से मिलने आईसीयू तक गये। वहां उन्होने युवती से बातचीत कर उसे ढ़ांढस बंधाया। साथ ही उसके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की।
अभी होने है कुछ और ऑपरेशन
पीड़िता युवती की हालत में बहुत सुधार आ चुका है। उसका हिमोग्लोबिन 10 ग्राम हो गया है और वह अब बातचीत भी करने लगी है। निजी अस्पताल के डाॅक्टर के अनुसार अभी युवती को लगभग एक माह और भर्ती रहना पडेगा। इस दौरान उसके कुछ और ऑपरेशन होंगे।
दरअसल 20 अक्टूबर 2023 को ग्राम गनपतपुर के ठिहाईपारा जंगल में 19 युवती के साथ दुश्कर्म हुआ था। इस दौरान हुई झुमा-झटकी में युवती 11 हजार वोल्ट के करंट के तार की चपेट में आ गई और गंभीर रूप से झुलस गई। उसे इसी हालत में छोड़कर दोनों आरोपी युवक फरार हो गये। कुछ समय बाद जंगल में कुछ लोगों ने युवती को अचेत अवस्था में देखा और घटना की सूचना पुलिस को दी गई, साथ ही युवती को
बैकुंठपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बीच पुलिस ने बलात्कार का मामला दर्ज कर आरोपी निलेश कुमार (कथित प्रेमी) एवं उसका साथी बेचन साय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
गंभीर हालत में जिला अस्पताल बैकुंठपुर में भर्ती बलात्कार पीड़िता युवती के परिजनों ने खुद ही उसकी छुट्टी करा उसे घर ले गये। घर में उसकी सही देखभाल न हो पाने के कारण वह सेप्टीसिमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गयी। युवती की हालत दिन ब दिन बिगड़ती चली गई।
गंभीर हालत में घर में पड़ी युवती को उपचार के लिये रायपुर के किसी अच्छे अस्पताल में पहुंचाने के लिये आई.ओ.सी.एल. के एक स्थानीय अधिकारी ने पहल की। स्थानीय जिला प्रशासन की सक्रियता के बाद गंभीर हालत में युवती को रायपुर लाया गया। इस दौरान युवती आक्सीजन पर थी और उसका हीमोग्लोबिन 2 ग्राम पहुंच चुका था, उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैल चुका था। उसके बचने की आस समाप्त हो गई थी। 22 फरवरी 2024 को कई घंटों के अथक प्रयासों के बाद भी युवती किसी भी शासकीय अस्पताल में भर्ती नही हो पाई। इसके बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुये पचपेढ़ी नाका के आगे एक निजी बर्न युनिट में भर्ती करा दिया गया।