Sisodia, who was in jail for 13 months, wrote a letter saying, “We will meet outside soon”, “One day every child will get proper and good education.”
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया ने तिहाड़ जेल से पत्र लिखकर जल्द ही अपने बाहर आने की उम्मीद जताई है। उन्होंने पत्र के जरिए अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित कर लिखा कि उनकी पार्टी अच्छी शिक्षा और स्कूलों के लिए वैसे ही लड़ रही है, जैसे सभी ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने लिखा कि ब्रिटिश तानाशाही के बावजूद आजादी का सपना सच हुआ था।
15 मार्च को भी लिखा था पत्र
पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक सिसोदिया ने आगे लिखा, “एक दिन हर बच्चे को उचित और अच्छी शिक्षा मिलेगी। अंग्रेज भी अपनी शक्ति के अहंकारी थे और उन्होंने महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को कैद कर लिया था। जल्द ही बाहर मुलाकात होगी।” बता दें कि यह पत्र उन्होंने 15 मार्च को लिखा था, जिसे शुक्रवार को सोशल मीडिया पर साझा किया गया है। पत्र को दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने भी एक्स पर साझा किया है।
13 महीने से जेल में बंद हैं सिसोदिया
दिल्ली की शराब नीति मामले में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिसोदिया 13 महीने से तिहाड़ जेल में बंद है। उनकी जमानत कई बार ठुकराई जा चुकी है। उनको प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। संजय सिंह के बाद उनकी जमानत की आस जगी है।
जैसे आजादी के समय सबने लड़ाई लड़ी वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं। अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ।
वैसे ही एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी। अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था। अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे।
अंग्रेजों ने कई सालों तक गांधी को जेल में रखा। अंग्रेजों ने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला। ये लोग मेरी प्रेरणा है और आप सब मेरी ताकत।
विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा, स्कूल का होना जरूरी है। मुझे खुशी है अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में दिल्ली में शिक्षा क्रांति आई।
अब पंजाब शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है। जेल में रहकर मेरा प्यार आप लोगों के लिए और बढ़ा। मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा। सीमा आपकी सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती है। आप सब अपना ख्याल रखिए।
आप नेता ने लिखा, “अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था. अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे. अंग्रेजों ने कई सालों तक गांधी को जेल में रखा. अंग्रेजों ने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला. ये लोग मेरी प्रेरणा है और आप सब मेरी ताकत. विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा, स्कूल का होना जरूरी. अब पंजाब शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है. जेल में रहकर मेरा प्यार आप लोगों के लिए और बढ़ा. मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा. सीमा आपकी सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती हैं. आप सब अपना ख्याल रखिए.
‘अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं हम’
तिहाड़ जेल में बंद मनीष सिसोदिया ने अपने विधानसभा के लोगों को लिखी इमोशनल चिट्ठी में कहा है, “पिछले एक साल में मुझे सबकी याद आई है। सबने बहुत ईमानदारी से मिलकर काम किया है। जैसे आजादी के समय सबने लड़ाई लड़ी, वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं। अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ था। वैसे ही एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी।”
‘गांधी और मंडेला मेरी प्रेरणा’
चिट्ठी में सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे लिखा, “अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था। अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे। उन्होंने कई सालों तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को जेल में कैद रखा था। उन्होंने नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला। ये लोग मेरी प्रेरणा हैं और आप सब मेरी ताकत है।” आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सिसोदिया को बदले की कार्रवाई के तहत जेल में रखा गया है।
‘मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा’
उन्होंने आगे कहा कि विकसित देश होने के लिए अच्छी शिक्षा और स्कूल का होना जरूरी है। मुझे खुशी है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में शिक्षा क्रांति आई। अब पंजाब में शिक्षा क्रांति की खबर पढ़कर सुकून मिलता है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा, “मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा है। सीमा आपकी सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती हैं। आप सब अपना ख्याल रखिए। जल्दी ही बाहर मिलेंगे। शिक्षा क्रांति जिंदाबाद,
जेल से शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया जी ने अपनी विधानसभा के लोगों के लिए लिखा भावुक संदेश ❤️
इस संदेश को ज़रूर पढ़ें: pic.twitter.com/C6fcagH6ZZ
— AAP (@AamAadmiParty) April 5, 2024