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हरकत में आया पशुपालन विभाग – होटवार क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि, झारखंड की राजधानी रांची में बर्ड फ्लू की दस्तक, 4000 मुर्गियों की हुई मौत

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Animal Husbandry Department came into action – Bird flu confirmed in Hotwar Regional Poultry Farm, Bird Flu hits Jharkhand’s capital Ranchi, 4000 chickens died.

अगर आप चिकन और अंडा खाते हैं तो सावधान हो जाए. झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में इसकी पुष्टि हुई है. जिसके बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही बता दें बर्ड फ्लू फैलने के कारण 4,000 से अधिक पक्षी मारे गए हैं.

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बर्ड फ्लू की पुष्टि

जानकारी के मुताबिक, होटवार क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में पिछले दिनों कुक्कुटों की मौत हुई थी, जिसके बाद जांच के लिए आईसीएआर- राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल सैंपल भेजे गए. भेजे गए सैंपल में भोपाल, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज डायग्नोस्टिक लैब में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. जिसके बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.

पशुपालन विभाग के निदेशक ने जारी किया आदेश

राज्य के पशुपालन संयुक्त निदेशक (कुक्कुट) डॉ रजनी पुष्पा सिंकू ने पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान कांके के निदेशक को पत्र भेजकर बीमारी की रोकथाम और सतर्कता के उपाय करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कंट्रोल रूम बनाने, डेली रिपोर्ट तैयार करने, जहां बर्ड फ्लू पाया गया है वहां की रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए हैं. निदेशक के आदेश के बाद डॉक्टरों का कंट्रोल रूम बनाया गया है जो रोजाना का रिपोर्ट तैयार करेंगे.

आरआरटी टीम गठन

रांची जिला प्रशासन द्वारा एक्शन प्लान के तहत रांची डिप्टी कमिश्नर राहुल कुमार सिन्हा ने रैपिड रेस्पॉन्स(RRT) टीम का गठन किया गया है. हर आरआरटी की टीम में पशु चिकित्सा पदाधिकारियों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. आरआरटी टीम द्वारा बर्ड फ्लू संक्रमित क्षेत्र पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों को मारने, वैज्ञानिक विधि से निपटारे, इसके बाद संक्रमित क्षेत्र का वैज्ञानिक विधि से संपूर्ण क्लीनिंग एंड डिसइन्फेक्शन का कार्य किया जाना है.

4,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया

डिप्टी कमिश्नर राहुल कुमार सिन्हा ने संक्रमण की पुष्टि के बाद से संक्रमित क्षेत्र के एक किलोमीटर के अंतर्गत मुर्गियों, उनसे संबंधित प्रोडक्ट, अंडे की बिक्री आदि पर रोक लगा दिया है. इधर बुधवार को फ्लू फैलने के कारण 4,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया है. जिसमे 1745 मुर्गि है. साथ ही 1697 अंडों को नष्ट किया गया है. इसे लेकर डॉक्टर संतोष कुमार ने बताया, “एक किलोमीटर की रेंज में जो भी मुर्गियां और अंडे पाए जाएंगे उन्हें डंप करवाया जा रहा है… किसानों को इसके बारे में जागरुक किया जा रहा है… जब तक जांच नेगेटिव नहीं आ जाती है तब तक पक्षीपालन नहीं करने दिया जाएगा.

बीमारी की रोकथाम और सतर्कता के लिए कदम उठाने के निर्देश

राज्य के पशुपालन संयुक्त निदेशक (कुक्कुट) डॉ रजनी पुष्पा सिंकू ने पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान कांके के निदेशक को पत्र भेजकर बीमारी की रोकथाम और सतर्कता के उपाय करने के लिए कहा है. भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार कंट्रोल रूम बनाने, डेली रिपोर्ट तैयार करने, होटवार जहां बर्ड फ्लू का आउट ब्रेक हुआ है वहां की वर्तमान रिपोर्ट बनाने के साथ प्रशासनिक सहयोग से बर्ड फ्लू का प्रसार रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा है.

रैपिड रेस्पॉन्स टीम बनाएं जिला पशुपालन पदाधिकारी

रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद रांची में चार डॉक्टरों का कंट्रोल रूम बनाया गया है. सुबह 06 बजे से दोपहर 02 बजे की पाली में डॉ मृत्युंजय कुमार और डॉ नीरज कुमार गुप्ता और अपराह्न 02 बजे से रात्रि 10 बजे तक डॉ दयानंद तुरी और डॉ राजेश कुमार तिवारी कंट्रोल रूम संभालेंगे. साथ ही व्हाट्सएप नंबर 9431563821 पर राज्य के सभी जिलों को हर दिन रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है.

डीएएचओ के नेतृत्व में बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने का अभियान शुरू

इस संबंध में पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान कांके के निदेशक डॉ सनत कुमार पंडित ने बताया कि डीएएचओ रांची के नेतृत्व में बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने का काम चल रहा है. उनके संस्थान में कंट्रोल रूम बना दिया गया है. अभी तक किसी अन्य जिले से कुक्कुटों की संदेहास्पद स्थिति में मरने की सूचना नहीं है.

1745 मुर्गी और 451 बत्तख हैं क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र होटवार में

एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू की पुष्टि हो जाने के बाद भारत सरकार के एक्शन प्लान के अनुसार बर्ड फ्लू को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. इसके तहत मृत मुर्गियों के डिस्पोजल के लिए गाइडलाइन का पालन से लेकर कंटेनमेंट जोन बनाने तथा डिसइंफेक्शन तक के निर्देश हैं. डिस्ट्रक्शन ऑफ बर्ड्स ( संक्रमित क्षेत्र के मुर्गियों को मार देना) और 10 किलोमीटर के रेडियस में सर्विलांस करने को कहा गया है.
पिछले वर्ष अर्जुन मुंडा के आवास में रहनेवाली मुर्गियों में बर्ड फ्लू की हुई थी पुष्टि
रांची से पिछले वर्ष अर्जुन मुंडा के आवास में रहने वाली मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. तब प्रशासन के सहयोग से त्वरित कार्रवाई कर पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के फैलाव को रोक दिया था. उससे पहले बोकारो में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. 2018 में राज्य के गोड्डा जिला में बर्ड फ्लू का कन्फर्म केस मिला था. झारखंड में वर्ष 2018 में गोड्डा जिले के फाजिल खुटारी गांव में भी बर्ड फ्लू से मुर्गियों की मौत के कंफर्म केस मिले थे.

क्षेत्रीय कुक्कुट संस्थान होटवार को किया गया संक्रमण मुक्त

बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद बुधवार को क्षेत्रीय कुक्कुट संस्थान होटवार को संक्रमण मुक्त करने का अभियान चलाया गया. जिसमें प्रोटोकाल के तहत 451 बतख, 1745 मुर्गियों और 1697 अंडों का डिस्पोजल किया गया. जिला पशुपालन अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि आज 2000 से ज्यादा कुक्कुट और बतख को सावधानी पूर्वक मार कर उसका डिस्पोजल किया गया है, जबकि इनके अंडे को भी बर्बाद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सर्विलांस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

मुर्गी-अंडों की बिक्री पर प्रतिबंध

पशुपालन निदेशालय की तरफ से जारी किए गए संदेश में कहा गया है कि होटवार से 10 किलोमीटर क्षेत्र के दायरे में मुर्गियों और अंडों की खरीद बिक्री पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है. इसलिए संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि आदेश का सही तरीके से पालन हो सके. नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ जिला जनसूचना अधिकारी से कहा गया है कि इससे संबंधित जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए काम शुरू कर दें. सभी विभाग अपना अपना काम सही तरीके से करें, इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा.

बीमारी से बचाव के निर्देश

मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने राज्य को बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक उपाय लागू करने का निर्देश दिया है. राज्य सरकार द्वारा संक्रमित क्षेत्रों की पहचान करने, प्रभावित स्थलों तक प्रतिबंधित पहुंच लागू करने, पक्षियों को मारने और शवों और दूषित सामग्रियों के उचित निपटान सहित तत्काल कार्रवाई अनिवार्य है. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे संक्रमण स्थल के चारों ओर एक किमी के

दायरे को संक्रमित क्षेत्र के रूप में चिन्हित करें.

इसके आसपास के दस किमी के दायरे को निगरानी क्षेत्र के रूप में चिन्हित करें. अधिकारी ने कहा कि जिस फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है उसे रेनोवेशन के लिए बंद किया गया था और फिर तीन महीने पहले खोला गया था. भुवनेश्वर से मुर्गे लाए थे. इसके अलावा, पशुपालन विभाग ने एक एडवाइजरी जारी कर जनता से मृत पक्षियों के देखे जाने पर तुरंत रिपोर्ट करने का आग्रह किया है.

 

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