बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के नेतृत्व में तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में , बाल विवाह को रोकने के लिए जिला प्रशासन और UNICEF के स्वयंसेवक बिजादूतीर द्वारा जिले में 26 अप्रैल से 10 मई तक ‘बाल विवाह मुक्त बीजापुर अभियान’ का आयोजन किया जा रहा है। इस पखवाड़े के दौरान, विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह को रोकने के संकल्प को साझा किया जा सके। इस अभियान के अंतर्गत, रैली का भी आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों को बाल विवाह रोकने के संकल्प को मजबूत किया गया। रैली के दौरान, पोस्टर लेखन के माध्यम से भी बाल विवाह रोकथाम के सन्देश को ग्रामीणों तक पहुंचाया गया। रैली के दौरान, पोस्टर और स्लोगन लेखन के माध्यम से बाल विवाह की जागरूकता फैलाई जा रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है जिले को बाल विवाह से मुक्त करना और ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रथा के खिलाफ एक सामाजिक संज्ञाना उत्पन्न करना है। यह अभियान जिले के सभी ब्लॉकों में सक्रिय रूप से चल रहा है और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। अभियान के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में बिजादूतीर स्वयंसेवकों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन स्वयंसेवकों का समर्पण और सामाजिक जागरूकता में उनका योगदान सराहनीय है। इन स्वयंसेवकों ने अपने समय और श्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा बाल विवाह के खिलाफ अभियान में दिया है, जो बाल विवाह से मुक्ति को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। उनकी प्रेरणा और समर्थन से ही इस अभियान को सफलता मिली है। स्वयंसेवको ने इस महत्वपूर्ण पहल को संभाला और बाल विवाह की कुप्रथा के खिलाफ लड़ा। उनका सामर्थ्य और संघर्ष इस समाजिक समस्या के समाधान में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिले के नागरिकों ने इस अभियान का साथ दिया और बाल विवाह को रोकने में सहयोग किया। अभियान के माध्यम से बाल विवाह के खिलाफ एक सकारात्मक संदेश प्रस्तुत किया गया है, जो जिले के समृद्ध भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।