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गुजरात पुलिस ने मारी एंट्री,बिहार में चल रहा था हनी ट्रैप का बड़ा खेल,गर्लफ्रेंड के लिए ISI एजेंट बना युवक!

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Gujarat Police entered, a big game of honey trap was going on in Bihar, a young man became an ISI agent for his girlfriend!

बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र से पाकिस्तान के आतंकी संगठन से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि यह युवक अपनी गर्लफ्रेंड के लिए पाकिस्तानी जासूस बन गया। सीआईडी की टीम ने इसे धर दबोचा। इसकी गिरफ्तारी गुजरात में हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा की हत्या की साजिश और धमकी देने के मामले में हुई है। हालांकि आर्मी इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के आधार पर अब गुजरात पुलिस की टीम, सीआईडी क्राइम और मुजफ्फरपुर पुलिस जिले में छापेमारी की। जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट ने सोशल मीडिया के जरिए युवक को हनी ट्रैप में फंसाया और उसके जरिए भारत की गुप्त सूचनाएं पाकिस्तान भेजी गईं।

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आर्मी इंटेलिजेंस की एमआई उदमपुर यूनिट को पाकिस्तानी जासूसों के बारे में मिले इनपुट पर सीआईडी क्राइम ने मोशहनाज उर्फ अली को धर दबोचा। मो. शहनाज उर्फ अली का चक अब्दुल्ला गांव में ननिहाल है। यहीं से उसकी गिरफ्तारी हुई है। मामले में गुजरात में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

बताया जा रहा है कि शहनाज नेपाल में रहकर इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट करने के साथ अन्य साजिश में शामिल रहता था। बताया गया है कि इसी मोहम्मद अली ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा व उमेश्वर राणा को हत्या की धमकी थी। मोहम्मद अली लगातार पाकिस्तानी संगठनों के संपर्क में था।

मोहम्मद अली पर कई हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी और साजिश रचने का आरोप है। इसका नेटवर्क गुजरात के सूरत में रहने वाले एक मौलाना और पाकिस्तान के कट्टरपंथी सदस्यों से लगातार चल रहा था। पुलिस ने सबसे पहले इसके मोबाइल को जब्त कर जांच किया।

गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के लिए बना था जासूस

सीआइडी क्राइम के अनुसार गिरफ्तार जासूस प्रवीण मिश्रा से पूछताछ में पता चला कि वह सोशल मीडिया पर अपनी गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के लिए जासूस बना था. जांच में पता चला कि पाकिस्तान खुफिया एजेंट ने फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर उसे हनीट्रैप में फंसाया था. आईएसआई एजेंट सोनल गर्ग ने प्रवीण मिश्रा का नाम लिया था. इनके बीच मैसेजिंग के जरिए दोस्ती हुई थी. उसके बाद हुआ व्हाट्सएप नंबर का आदान-प्रदान हुआ था. गौरतलब है कि प्रवीण मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. वह गुजरात के अंकलेश्वर जीआईडीसी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था.

सोशल मीडिया के जरिए प्रवीण को बनाया निशाना

जानकारी के अनुसार आरोपी प्रवीण मिश्रा का भाई भी सेना में कार्यरत है. इसलिए सोशल मीडिया के जरिए प्रवीण को निशाना बनाया जाता था. वे मैलवेयर वायरस से फोन हैक कर सारी जानकारी हासिल कर लेते थे. हालांकि, सीआईडी ​​क्राइम को बिहार से एक और पाकिस्तानी जासूस की जानकारी मिली है, जिसे पकड़ने के लिए एक गुजरात पुलिस की टीम बिहार पहुंची है. खुलासा हुआ है कि 20 से ज्यादा लोग पाकिस्तानी आईएसआई के हनीट्रैप का शिकार हो चुके हैं.

ISI हैंडलर ने की थी मैलवेयर इंस्टॉल करने की कोशिश

सीआईडी क्राइम के अनुसार हनी-ट्रैपर्स देश के रक्षा प्रतिष्ठानों में काम करने वाले या उनसे जुड़े लोगों को निशाना बनाते हैं. प्रवीण मिश्रा ने हैदराबाद में एक संगठन में काम किया था, जिसके बदले में उसे DRDO के साथ काम करने का मौका मिला. प्रवीण मिश्रा ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की हैं. उनके अलावा, रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए काम करने वाले कई अन्य लोगों को भी निशाना बनाया गया है. प्रवीण मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी ने DRDO द्वारा निर्मित ड्रोनों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की थीं. ISI हैंडलर ने प्रवीण मिश्रा के कार्यालय सर्वर पर भी मैलवेयर इंस्टॉल करने की कोशिश की थी. मामले में आगे की जांच जारी है.

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