बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – विकास खण्ड उसूर के अंदरूनी क्षेत्रों की समस्या को देखते हैं तेंदूपत्ता संग्राहकों को नगद भुगतान की मांग करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन जिसमें कहा गया कि विकाखण्ड़ उसूर के अंतर्गत कुल 07 वनोपज समिति आता है जो कि पामेड़ पुजारी कांकेर, हिरापुर, कोरसागुडा, उसूर, चेरामंगी, ईलमिडी जिसमें लगभग 45 हजार परिवार तेन्दुपत्ता संग्रहण पत्ता तोडते है। जिसमें तेन्दुपत्ता संग्रहण को शासन के द्वारा खाता या ऑनलाईन पेंमेंट किये जाने का आदेशित किया गया है। विकाखण्ड उसूर के अधिकांश आदिवासी परिवारों के पास बैंक खाता नही है। जिससे आदिवासी तेन्दुपत्ता संग्रहण परिवार को यदि ऑनलाईन (खाता) राशि भुगतान होता है तो परेशानियों का सामना करना पडेगा। ब्लाक मुख्यालय आवापल्ली में ही बैंक की सुविधा उपलब्ध है। जिससे अन्य ग्राम पंचायतों की दूरी लगभग 100 से 120 कि.मी. दूरी में अन्य ग्राम विस्थापित है। इतनी दूरी से ग्रामवासी ब्लाक मुख्यालय आकर खाता खोलना संभव नही है जिसके कारण अधिकांश आदिवासी भाई, बाईनो एवं माताओं के पास बैंक खाता उपलब्ध नही है। यदि खाता पेंमेन्ट होती है तो परेशानियों का सामना करना पडेगा। छत्तीसगढ शासन के वनमंत्री केदार कश्यप के द्वारा भी नगद भुगतान हेतु लोकसभा चुनावों में घोषणा भी की गई है। प्रदेश के आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आपसे मुझे विश्वास है कि विकासखण्ड उसूर के 07 वनोपज समिति के आदिवासी भाई बाहनों के हित में नगद भुगतान हेतु को निर्देशित करने की कृपा करेंगें।