प्रशासन ने कराया शांतिपूर्ण मतदान
बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – छत्तीसगढ़ प्रदेश के पहले चरण विधानसभा चुनाव क्षेत्र में सुबह से जारी था जिसके लिए मतदाताओं में एक तरफ खुशी देखने को मिला । वही मतदान परसेंट बीजापुर 89 सीट में पिछले बार की तुलना में बहुत कम देखने को मिला है। इस दौरान जगह पर नए-नए मतदान केंद्र बनाये गये कुछ शिफ्ट किए गए जहां पर पुलिस की तगड़ी इंतजाम रही है वहीं प्रशासन के सेक्टर प्रभारी व तमाम जो अधिकारी जो लगे थे प्रशासन के निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार चुनाव कुशलपूर्वक संपन्न कराया । बीजापुर में देखा गया कि महिलाओं, युवाओं, विकलांगों व अस्सी पार वोटरों के लिए अलग मतदान केंद्र बनाये गये महिलाओं के मतदान केंद्र में महिला सुरक्षाकर्मी साथ-साथ पीठासीन अधिकारी भी महिला कर्मचारी रहे।
वोटिंग के लिए या कुछ विशेष रूप से चुनाव आयोग और जिला प्रशासन चुनौती रहा । बीजापुर जिला अतिसंवेदनशील क्षेत्र होने के नाते कुछ अंदरूनी क्षेत्रों में जहां नक्सलियों की ओर से लगातार पर्चे फेंक चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे थे जिसका असर क्षेत्र में काफी देखा जा रहा था वहीं राजनीतिक दलों के नेताभी खुलेआम गांव में प्रचार करने से परहेज कर रहे थे । सोशल मीडिया में कही वीडियो वायरल होना नेताओं का जारी थी, तो कहीं नेताओं के दूवारा लोगों को विरोध का कारण पुछते दिखे।
जिले का मतदान दोपहर 3 बजे तक 42.16 प्रतिशत रहा मतदान प्रतिशत बढ़ भी सकता है।
बुजुर्ग और दिव्यांगजन मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करने में हुई सहूलियत एनसीसी, एनएसएस, स्काऊट गाईड एवं रेडक्रास के विद्यार्थियों ने सुगमतापूर्वक मतदाताओं को उनके मतदान केन्द्र तक पहुंचाया । जिले के दिव्यांगजन, वृद्ध एवं असहाय मतदाताओं को सुगमतापूर्वक मतदान कराने जिले के 42 मतदान केन्द्रों में स्कूली विद्यार्थी जो कि एनसीसी, एनएसएस, रेडक्रास, स्काऊट गाईड इत्यादि के करीब 488 विद्यार्थियों ने वालिंटियर के रूप में मौजूद रहकर दिव्यांगजनों को उनके बूथ तक सुगमतापूर्वक लेकर गए। निर्वाचन आयोग की इस पहल से बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिला जिसके लिए वृद्धजनों और दिव्यांग मतदाताओं ने निर्वाचन आयोग के इस पहल की प्रशंसा की।