To make the aspiring block program successful, coordinated efforts will have to be made on mission mode
अभियान के तहत चयनित कोयलीबेड़ा और अंतागढ़ ब्लॉक में होगा क्रियान्वयन
सम्पूर्णता अभियान 30 सितंबर तक होगा संचालित, कलेक्टर ने किए एमओयू पर हस्ताक्षर
उत्तर बस्तर कांकेर, 04 जुलाई 2024/ नीति आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले के कोयलीबेड़ा और दुर्गूकोंदल विकासखण्ड का चयन आकांक्षी ब्लॉक (एस्पिरेशनल ब्लॉक) के तौर पर हुआ है। इसके तहत आज से प्रारम्भ हो रहे ‘सम्पूर्णता अभियान‘ के एमओयू (द्विपक्षीय समझौता) पर जिले के कलेक्टर श्री नीलेश महादेव क्षीरसागर ने हस्ताक्षर किए। साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर अभियान के उद्देश्य एवं विकासखण्ड स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी दी। यह अभियान तीन महीने यानी 30 सितम्बर तक चलेगा, जिसके अंतर्गत आकांक्षी विकासखण्ड कोयलीबेड़ा एवं दुर्गूकोंदल में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, कृषि क्षेत्र एवं अन्य निर्धारित इंडिकेटर पर कार्य करने के संबंध में आज बैठक में चर्चा हुई।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 11 बजे आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने कहा कि आकांक्षी जिले की तर्ज पर आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम चलाया जा रहा है जो केन्द्र शासन का अभियान है। इसके तहत कम विकसित ब्लॉकों का चयन कर उनका त्वरित एवं प्रभावी ढंग से योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना है, जिसके लिए जिले के कोयलीबेड़ा और दुर्गूकोंदल विकासखण्ड का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए निर्धारित 07 इंडिकेटर के अलावा अन्य क्षेत्रों में व्यापक कार्य करना है जिससे आमजनता तक सभी समेकित सेवाओं का लाभ पहुंचाना है। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग अपनी विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करके सभी के समन्वित प्रयासों से आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। जिला पंचायत के सीईओ श्री सुमित अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत जिले के कम विकसित ब्लॉकों के बेहतर विकास के लिए कार्य किया जाना है। इसके लिए संपूर्णता अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान में शासकीय विभागों के साथ-साथ सहयोगी संगठनों की भी सहभागिता आवश्यक है। इस दौरान टीआरआई के प्रतिनिधियों ने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के उद्देश्यों व कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक के उपरांत कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने एस्पिरेशनल ब्लॉक के सम्पूर्णता अभियान पर अपना अभिमत अंकित कर हस्ताक्षर किए और सेल्फी भी ली। इसके पहले, कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने सभी उपस्थित अधिकारियों एवं सहयोगी संगठन टीआरआई के प्रतिनिधियों को सभी इंडीकेटरों को संतृप्त करने और आकांक्षी ब्लॉकों को स्वस्थ, समृद्ध और समर्थ बनाने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर आकांक्षी ब्लॉक कोयलीबेड़ा और दुर्गूकोंदल के लिए टेलीमेडिसिन प्रोजेक्ट और नेबरहुड ऑफ केयर (एनओसी) शुरू करने के लिए कलेक्टर ने ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन की सुश्री नीरजा कुद्रीमोती के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी व सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि 04 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक संपूर्णता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आकांक्षी ब्लॉकों में गर्भवती महिलाओं को समय पर प्रसव-पूर्व देखभाल और पूरक पोषण, सभी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण, हर व्यक्ति की मधुमेह और उच्च रक्तचाप की नियमित जांच, मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण स्वसहायता समूहों को रिवॉल्विंग फंड्स प्रदाय करना और स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जाना है।
क्या है आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम ?
वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम की शुरूआत देश के 112 अविकसित एवं पिछड़े जिलों के प्रभावी ढंग से विकास के उद्देश्य से किया गया था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, कृषि और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निर्धारित संकेतकों पर कार्य करते हुए उन जिलों के आम नागरिकों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाना था। इसी तर्ज पर वर्ष 2023 में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की शुरूआत की गई, जिसके तहत देश भर के 500 ब्लॉकों को शामिल किया गया है। उक्त दोनों कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव एवं गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय करना है। सम्पूर्णता अभियान के माध्यम से इन्हीं लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्यों को अंजाम दिया जाएगा।