Art of Living is celebrating World Meditation Day
यूट्यूब live के माध्यम से गुरुदेव रविशंकर सिखाएं विश्व शांति के लिए ध्यान
बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि संयुक्त राष्ट्र ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस मनाने की घोषणा की है । इसी के तर्ज पर आर्ट ऑफ लिविंग बेंगलुरु के प्रणेता विश्व प्रसिद्ध गुरुदेव रविशंकर को सत्र लेने के लिए United nation आमंत्रित किया है। पूरे देश में आर्ट ऑफ लिविंग टीचर और वॉलिंटियर्स के द्वारा विश्व ध्यान दिवस अपने-अपने तरीके से मनाया गया है। बीजापुर जिले में भी विभिन्न जगहों पर आर्ट ऑफ लिविंग के ध्यान और हैप्पीनेस के प्रशिक्षकों द्वारा 21 दिसंबर को ध्यान सिखाया गया है। यह पूरी तरह से निशुल्क वही आर्ट ऑफ लिविंग टीचर और वालेंटियर द्वारा पुरे बीजापुर जिले में पामेड़, तिम्मापुर, आवापल्ली, बीजापुर, मूरदोंडा, उसूर, इलमिडी, भोपालपटनम, नैमेड, गद्दामली, मद्देड, विश्व ध्यान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
वही रात 8:00 बजे गुरुदेव रविशंकर द्वारा यूट्यूब के माध्यम से लाइव ध्यान और ज्ञान चर्चा करवाया गया, जिसमें पूरी दुनिया से लोगों ने विश्व शांति के लिए ध्यान किये। विश्व ध्यान दिवस के कार्यक्रम को सफल बनाने
आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक दुर्गा रत्नम, राम प्रसाद सारके, संदीप भगत, बलराम पुनेम, भास्कर बोड़के, संतोष ईगा, मनीषा पुजारी, और वालेंटियर हेमलता, कृष्णा मोरला, अविनाश झड़ी, चंदा बोड़के, सम्पत, अनिल झाड़ी, भाग्यलक्ष्मी, देवेंद्र पद्दम आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक स्वयंसेवक और भक्तगण पूरी तन्मयता से लोगों तक, ध्यान पहुंचने की सेवा में जुटे हुए हैं। आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक रत्नम ने बताया पूरे छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से लगभग 8500000 (साढ़े आठ )लोगो ने लोगों तक ध्यान किया है। निश्चित ही इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में, हर वर्ग तनाव से जूझ रहा है। ऐसे में नियमित ध्यान करना एक बेहतर विकल्प है, इसे मन वर्तमान में आता है, ऊर्जा बढ़ती है, मन शांत रहता है और बिना शर्त खुशी का अनुभव व्यक्ति कर सकता है। ध्यान के कई तरह के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक लाभ है।