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ढाई साल पहले की थी लव मैरिज, लेखपाल बनते ही पत्नी ने पति से तोड़ा रिश्ता, यूपी में ज्‍योत‍ि मौर्या जैसा एक और मामला,

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Love marriage was done two and a half years ago, as soon as he became a Lekhpal, the wife broke the relationship with the husband, another case like Jyoti Maurya in UP,

झांसी। न जाने कितने मामले हैं, जब पति ने विवाह के बाद पत्नी को पढ़ा-लिखाकर स्वावलंबी बनाया लेकिन सरकारी नौकरी लगते ही पत्नी ने पति को छोड़ दिया। ऐसा ही मामला अब यहां सामने आया है। लगभग ढाई साल पहले लव मैरिज करने वाली युवती की जैसे ही लेखपाल पद पर नियुक्ति हुई, उसने पति को छोड़ दिया।
बुधवार को कलेक्ट्रेट में नवनियुक्त लेखपालों को नियुक्ति-पत्र वितरित किए जा रहे थे। उसी समय बढ़ईगीरी का काम करने वाला एक युवक वहां पहुंचा और एक नवनियुक्त महिला लेखपाल को अपनी पत्नी बताने लगा। युवक का कहना था कि उसने छह फरवरी 2022 को ओरछा के मंदिर में महिला लेखपाल से लव मैरिज की थी। उनका जीवन खुशी से बीत रहा था, तभी पत्नी का चयन लेखपाल के पद पर हो गया।

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अब शादी को नहीं कर रही स्‍वीकार

18 जनवरी 2024 को पत्नी उसे छोड़कर चली गई। वह अब शादी को भी नहीं स्वीकार कर रही है। युवक ने कहा कि उसके पास शादी के सारे दस्तावेज हैं और परिवार न्यायालय में वाद भी दायर कर रखा है, लेकिन पत्नी एक बार भी बयान देने नहीं आई। उसने कहा कि वह सिर्फ इतना चाहता है कि पत्नी उसके साथ रहे। वह नौकरी भी करती रहे, उसे आपत्ति नहीं होगी।

लेखपाल ने आरोपों को बताया झूठा

अधिकारियों ने उससे शिकायती-पत्र देने को कहा, लेकिन युवक ने ऐसा नहीं किया। दूसरी ओर नवनियुक्त लेखपाल ने युवक के आरोप को झूठा बताते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और नियुक्ति-पत्र लेकर चली गई।

चर्चा में रहा एडीएम ज्‍योत‍ि मौर्या का मामला

वाराणसी की रहने वाली ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या की शादी साल 2010 में हुई थी। आलोक मौर्या का दावा है कि शादी के बाद उसने ज्योति को पढ़ाया और जब वह एसडीएम बन गई तो उसका साथ छोड़ रही हैं। वाराणसी की रहने वाली ज्योति मौर्या इस समय बरेली की चीनी मिल में जनरल मैनेजर के पद पर तैनात हैं। यह मामला काफी चर्चा में रहा था।

ओरछा मंदिर में की थी शादी

साल 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार ने लेखपाल की भर्ती के लिए आवेदन मांगे. नीरज का आरोप है कि उसने शादी से पहले और शादी के बाद रिचा का पढ़ाई में भरपूर सहयोग किया. रिचा की पढ़ाई पर खूब पैसे खर्च किए. दिन-रात बढ़ई गिरी का काम किया. कोचिंग से लेकर घर में होने वाली पढ़ाई में अक्सर नीरज रिचा का साथ देता था, कोचिंग छोड़ने जाता था. कोचिंग से लेकर वापस घर आता था. इस दौरान रिचा और नीरज ने आपस ओरछा के मंदिर में शादी कर ली. शादी के बाद रिचा पति नीरज के साथ हंसी खुशी रह रही थी और लेखपाल की परीक्षा देने की तैयारी कर रही थी. किस्मत ने भी रिचा का साथ दिया और लेखपाल की परीक्षा रिचा ने पास कर ली. बस यहीं से पूरी कहानी बदलनी शुरू हुई.

पुलिस ने मामले का किया निपटारा

पहले प्यार हुआ फिर शादी हुई इसके बाद धोखा देने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की शिकायत नीरज ने पुलिस अधिकारियों से की. पति नीरज ने पूरे मामले की रिपोर्ट आईजीआरएस पर भी डाली जिसकी जांच हुई. 18 जनवरी 2024 को रिचा अपने पति नीरज से यह कहकर घर से गई कि उसे बीकेडी कॉलेज जाना है, किसी जरूरी काम से. इस पर पति नीरज ने अपनी पत्नी को बीकेडी जाने की इजाजत दे दी. इसके बाद रिचा वापस घर नहीं लौटी. पत्नी की तलाश में पति नीरज अपनी ससुराल शहर कोतवाली स्थित सत्यम कॉलोनी पहुंच गया. जहां रिचा के परिजनों ने भी उसके मायके नहीं आने की बात कह कर नीरज को वापस कर दिया. इस दौरान रिचा को कहीं से जानकारी हुई कि पूरे मामले की शिकायत पति नीरज ने कोतवाली में की है. इस पर रिचा अपने परिजनों के साथ कोतवाली पहुंची. रिचा और नीरज का जब आमना सामना हुआ इसके बाद जो बात रिचा ने नीरज से बोली उसको सुनकर नीरज के पैरों तले जमीन खिसक गई. पति नीरज ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी लेखपाल बन गई और अब वो उसे पहचानने से इनकार कर रही है. ओरछा मंदिर में लिए गए सात फेरों को भी अवैध बता रही है. पति नीरज द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर की फ़ाई शिकायत का डिस्पोजल करने के बाद पुलिस ने रिचा को उसके माता-पिता के साथ घर भेज दिया.

रिचा को कल मिला नियुक्ति प्रमाण पत्र

10 जुलाई 2024 को लेखपाल भर्ती का नवनियुक्त प्रमाण पत्र सफल अभ्यर्थियों को बांटा जाना था. रिचा भी अपना लेखपाल भर्ती का नियुक्ति प्रमाण पत्र लेने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार आई थी. यह जानकारी नीरज को हुई तो वह भी कलेक्ट्रेट आ गया. विधायक के हाथों नियुक्ति प्रमाण पत्र लेने के बाद रिचा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. वहीं सभागार के बाहर खड़ा पति नीरज अपनी पत्नी के हाथों में लेखपाल नियुक्ति का प्रमाण पत्र देखना चाहता था. इसको लेकर नीरज बेसब्री से पत्नी का इंतजार कर रहा था. रिचा ने अपना लेखपाल नियुक्ति प्रमाण पत्र लिया और और सभागार के बैक डोर से अपने घर चली गई. इधर सभागार के मुख्य गेट पर नीरज रिचा का इंतजार करता रह गया. काफी देर बाद जब रिचा सभागार से बाहर नहीं आई तो नीरज सभागार में गया और अपनी पत्नी रिचा को तलाशता रहा.

नीरज ने दिखाया सात फेरे लेते हुए वीडियो

नीरज का आरोप है कि उसकी पत्नी ने उसको धोखा दिया है. लेखपाल बनने के बाद पत्नी ने उससे दूरी बना ली. उसे पति मानने से इनकार कर रही है और उसके साथ रहना भी नहीं चाहती है. नीरज अभी भी रिचा को वापस अपने साथ ले जाने के लिए परेशान है. नीरज ने कानून और पुलिस का भी सहारा लिया हुआ है. नीरज के पास ओरछा मंदिर में सात फेरे लेते हुए वीडियो के अलावा तमाम शादी से जुड़े कागजात है, जिसको वह दिखाकर अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहा है.

 

 

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