Balod news: Women got angry over a small issue; Woman councilor beaten up, angry women threw her out of the house and threw her on the road, video goes viral
बालोद। दुकान टूटने से नाराज महिलाओं ने घर घुसकर महिला पार्षद की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं महिलाओं ने पार्षद को घर से खींचते हुए निकाला और हाइवे पर लाकर पटक दिया। घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।




दरअसल, बालोद जिले के गुरुर में शुक्रवार की सुबह विवादित व्यावसायिक परिसर की 49 दुकानों को प्रशासन व नगर पंचायत की टीम ने बुलडोजर चला दिया। सुबह लोगों के नींद खुलने से पहले ही प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे और 49 दुकानों को नष्ट कर कर दिया। इस कार्रवाई का विरोध करने विधायक पूर्व विधायक तो पहुंचे थे पर पार्षद नजर नहीं आईं। इसके अलावा व्यवसायिक परिसर के खिलाफ पार्षद हाईकोर्ट भी गईं थीं। जिससे नाराज व्यापारियों की पत्नियों ने महिला पार्षद को घर से निकलकर सड़क पर घसीटा और पटक हाइवे पर पटक दिया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि धक्का देने के पहले एक ट्रक गुजर रहा है जिससे गंभीर दुर्घटना हो सकती थी। मामला गुरुर थाना क्षेत्र का है।
महिला पार्षद ने मारपीट करने वाली महिलाओं के खिलाफ गुरुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पार्षद कुंती सिन्हा की शिकायत पर चार महिलाओं के खिलाफ धारा 333,296,115(2),351(2),506,3,50 के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस जांच कर रही हैं।
कोलकाता में भी सामने आया था ऐसा ही मामला
इससे पहले पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। कूचबिहार इलाके में एक बीजेपी महिला नेता को पीटने के बाद कपड़े उतारकर घसीटा गया था। टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगा था। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि उनकी अल्पसंख्यक मोर्चा की नेता के साथ टीएमसी वर्करों ने मारपीट की है। इस मामले की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग से भी की गई थी।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को भी इस बाबत लेटर लिखा गया था। आरोप था कि गोखसदांगा में तृणमूल के लोगों ने उनकी नेता के कपड़े फाड़ डाले। उसके साथ मारपीट की। सड़क पर घसीटा। महिला को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। जहां पुलिस के सामने महिला ने टीएमसी वर्करों के खिलाफ शिकायत दी थी। लेकिन पुलिस ने कहा था कि मामला संपत्ति विवाद का है।