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जावेद अख्तर ने साधा निशाना, यश चोपड़ा की Jab Tak Hain Jaan पर, फेमिनिज्म को गलत दिखाने की कही बात

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Javed Akhtar took aim at Yash Chopra’s Jab Tak Hain Jaan, said that it shows feminism in a wrong way

नई दिल्ली। दिग्गज गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए अक्सर चर्चा बटोरते हैं। अब हाल ही में उन्होंने यश चोपड़ा की फिल्म ‘जब तक है जान’ पर निशाना साधा। शाह रुख खान, कटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा स्टारर इस फिल्म के एक डॉयलॉग पर जावेद अख्तर ने अपनी भड़ास निकाली। इसके साथ ही उन्होंने मेकर्स पर बिना जाने- समझे फेमिनिज्म को गलत तरीके से दिखाने का भी आरोप लगाया।
जावेद अख्तर हाल ही में बी ए मैन, यार! के एक एपिसोड में शामिल हुए। जहां उन्होंने बातचीत के दौरान यश चोपड़ा की फिल्म ‘जब तक है जान’ का उदाहरण दिया और फिल्म में अनुष्का शर्मा के किरदार अकीरा के बोले गए डायलॉग्स पर सवाल उठाया और कहा कि ये सशक्त महिला को गलत दिखाता है।

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किस डायलॉग पर भड़के जावेद ?

जावेद अख्तर ने फिल्म का जिक्र करते हुए कहा, “एक पिक्चर थी यश चोपड़ा साहब की, जब तक है जान। उसमें उसका एक डायलॉग था एक हीरोइन के लिए, ‘मैं दुनिया में जितनी नेशनेलिटी हैं, हर नेशनेलिटी के एक आदमी के लड़के के साथ सोने के बाद शादी करूंगी!’ अरे भाई तू इतनी मेहनत क्यों करेगी? तू सशक्त है? तू मॉडर्न है? तू अच्छी है? तू आगे की सोच रही है? मान जाते हैं ना… इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है तुमको! बहुत नेशनेलिटी हैं दुनिया में। इसके चक्कर में मत पड़ो।”

नहीं पता है फेमिनिज्म का मतलब

उन्होंने आगे कहा, “अब ये क्या है? इस डायलॉग का क्या मतलब है? कहां से आ रहा हैं? यश चोपड़ा की फिल्म में! क्योंकि वे दिखावा करना चाहते हैं कि ये एक सशक्त लड़की है। उन्हें ये स्पष्ट नहीं है कि सशक्त लड़की क्या होती है, इसलिए वे बढ़ा-चढ़ाकर बता रहे हैं।” जावेद ने कहा कि आज भी फिल्म निर्माता आधुनिक भारतीय महिला के विचार को लेकर भ्रमित हैं।

यश चोपड़ा की फिल्म पर जावेद अख्तर

‘बी ए मैन’ पॉडकास्ट में जावेद अख्तर ने कहा, ‘एक पिक्चर थी यशराज चोपड़ा साब की जब तक है जान. उसमें एक डायलॉग है हीरोइन का. जहां वह कहती है, ‘मैं दुनिया में जितनी भी नेशनलिटिज हैं. हर राष्ट्रीयता के हर एक ही आदमी के लड़के के साथ सोने के बाद ही शादी करूंगी.’ अरे भाई तू इतनी मेहनत क्यों करेगी? तू सशक्त है? तू मॉर्डन है? तू कूल है? ये क्या फॉरवर्ड थिकिंग हैं. मान जाते है न…इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है तुमको. बहुत नेशनेलेटिज हैं दुनिया में उस चक्कर में मत पड़ो.’

इस डायलॉग का क्या मतलब है?

जावेद अख्तर ने आगे कहा, ‘अब ये क्या है? इस डायलॉग का क्या मतलब है? यश चोपड़ा की फिल्म में क्या कर रहा है ये डायलॉग?. दरअसल ये लोग महिला सशक्तिकरण के बारे में जानते ही नहीं है. बस बातों को बढ़ा-चढ़ाकर कह रहे हैं.’

यश चोपड़ा की थी आखिरी फिल्म

बता दें ‘जब तक है जान’ यश चोपड़ा की आखिरी फिल्म थी जो कि साल 2012 में रिलीज हुई थी. फिल्म में कैटरीना कैफ, शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा की तिगड़ी नजर आई थीं. वहीं बात करें जावेद अख्तर की लास्ट फिल्म बतौर लिरिसिस्ट तो वह ‘खो गए हम कहां’ से जुड़े थे.

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