Third day of free physiotherapy camp in Raigarh, 120 patients were successfully treated
रायगढ़। हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक द्वारा आयोजित दस दिवसीय निःशुल्क फिजियोथेरेपी शिविर का आज तीसरा दिन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। 1 सितंबर से शुरू हुए इस शिविर में अब तक 340 मरीजों ने अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्राप्त किया है। यह शिविर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भवन के प्रथम तल, टीवी रोड, आकाशवाणी के सामने स्थित क्लिनिक में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। शिविर का समापन 10 सितंबर को होगा, और आयोजक ने सभी को इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।
शिविर का संचालन प्रसिद्ध फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. निर्मल मल्लिक की देखरेख में किया जा रहा है। तीसरे दिन 120 मरीजों का उपचार किया गया, जिनमें स्लिप डिस्क, घुटने के दर्द, गर्दन के दर्द, खेल से जुड़ी चोटें, सेरेब्रल पाल्सी, साइटिका और विभिन्न अन्य तंत्रिकीय समस्याओं से पीड़ित लोग शामिल थे।
विशेष रूप से स्लिप डिस्क के अधिक मामले आए:
तीसरे दिन शिविर में सबसे अधिक स्लिप डिस्क से जुड़े मरीजों ने उपचार कराया। स्लिप डिस्क या डिस्क प्रोलैप्स एक सामान्य समस्या है जिसमें रीढ़ की हड्डी की डिस्क का अंदरूनी हिस्सा बाहर की ओर खिसक जाता है, जिससे तंत्रिकाओं पर दबाव पड़ता है और दर्द या सुन्नपन महसूस होता है। डॉ. मल्लिक ने बताया कि स्लिप डिस्क सबसे अधिक पीठ के निचले हिस्से में होती है, लेकिन यह गर्दन और कभी-कभी वक्षीय रीढ़ में भी देखी जाती है।
स्लिप डिस्क के लक्षण और इलाज
डॉ. मल्लिक ने समझाया कि स्लिप डिस्क के लक्षणों में पीठ दर्द, पैरों में सुन्नपन, कमजोरी, और कभी-कभी पैरों में झुनझुनी शामिल होती है। फिजियोथेरेपी के माध्यम से इन लक्षणों को कम किया जा सकता है और मरीजों को बेहतर जीवन जीने में मदद मिलती है। नियमित फिजियोथेरेपी के अभ्यास से न केवल दर्द कम होता है, बल्कि मांसपेशियों की ताकत भी बढ़ती है और मरीज की गतिविधियों में सुधार आता है।
स्लिप डिस्क के संभावित कारण
डॉ. मल्लिक ने बताया कि स्लिप डिस्क होने के जोखिम को बढ़ाने वाले कुछ प्रमुख कारक हैं जैसे भारी सामान उठाना, लंबे समय तक बैठने वाला कार्य, वजन उठाने वाले खेल, धूम्रपान और मोटापा। उम्र बढ़ने के साथ भी इस समस्या के विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से बचा जा सकता है खतरा
स्लिप डिस्क जैसी समस्याओं से बचने के लिए डॉ. मल्लिक ने लोगों को नियमित व्यायाम करने, स्वस्थ वजन बनाए रखने, पर्याप्त पानी पीने, धूम्रपान से बचने और सक्रिय रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी के अभ्यास से इन समस्याओं से पीड़ित लोगों को राहत मिल सकती है और उनके दैनिक जीवन में सुधार हो सकता है।
शिविर का उद्देश्य और भविष्य की योजना
इस दस दिवसीय शिविर का उद्देश्य फिजियोथेरेपी सेवाओं को हर वर्ग तक पहुंचाना है, खासकर उन लोगों के लिए जो इन सेवाओं का खर्च नहीं उठा सकते। शिविर के आयोजक हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक ने बताया कि शिविर के दौरान मरीजों को नि:शुल्क जांच, परामर्श और आवश्यक फिजियोथेरेपी उपचार दिए जा रहे हैं।
डॉ. निर्मल मल्लिक ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग इस शिविर का लाभ उठाएं और अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत पाएं। इस शिविर में स्लिप डिस्क, साइटिका, गर्दन और घुटनों के दर्द, मांसपेशीय समस्याओं और अन्य तंत्रिकीय रोगों के लिए विशेषज्ञ देखभाल उपलब्ध कराई जा रही है।”