Home Blog स्वर्गीय शारदा प्रसाद सिंह की स्मृति में मातृ शिशु अस्पताल में मरीजों...

स्वर्गीय शारदा प्रसाद सिंह की स्मृति में मातृ शिशु अस्पताल में मरीजों के परिजनों को किया गया निःशुल्क भोजन वितरण

0

In memory of late Sharda Prasad Singh, free food was distributed to the relatives of the patients in the Mother and Child Hospital

रायगढ़। सेवा और समर्पण की भावना से प्रेरित होकर अजय सिंह ने अपने पूज्य पिता जी स्वर्गीय शारदा प्रसाद सिंह की स्मृति में मातृ शिशु अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। यह सेवा पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ की अन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से की गई, जिसका उद्देश्य अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को भोजन की चिंता से मुक्त करना था।

Ro No- 13047/52

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ के कई प्रमुख सदस्य मौजूद रहे। समाज के संरक्षक डॉ प्रशांत पांडेय, अध्यक्ष उमेश उपाध्याय, दीपक उपाध्याय, अजय सिंह, वेद प्रकाश तिवारी, मिंटू सिंह, विभूति त्रिपाठी और सुरेश शुक्ला ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

भोजन वितरण के दौरान अजय सिंह ने कहा, “यह सेवा मेरे पिता जी की स्मृति में एक छोटा सा प्रयास है। हम जानते हैं कि अस्पताल में मरीजों की देखभाल के साथ-साथ उनके परिजनों के लिए भी भोजन एक बड़ी चिंता होती है। ऐसे में हमारी कोशिश है कि हम इस चिंता को कुछ हद तक कम कर सकें।”

अन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से किया गया यह प्रयास समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम के दौरान मरीजों के परिजनों ने इस सेवा के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और इस पहल की सराहना की।

पूर्वांचल भोजपुरी समाज रायगढ़ के संरक्षक डॉ प्रशांत पांडेय ने बताया कि अन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से ऐसे निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं, ताकि समाज के जरूरतमंद वर्गों को सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि सामुदायिक सेवा और सहायता के माध्यम से हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। रायगढ़ में इस तरह के सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्वांचल भोजपुरी समाज का यह प्रयास सराहनीय है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here