Dussehra festival was celebrated by burning Ravana on Sunday in Manpasar and Gatadih
रथ में सवार राम लक्ष्मण निकलें दोनों भाई और होने लगी जय श्री राम के नारे
सरसीवां – सरसीवां अंचल के गांव में अलग- अलग दिन दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है । जहां रविवार को मनपसार गाताडीह में दशहरा उत्सव मनाया गया और रावण दहन किया गया।
रविवार को मनपसार गाताडीह में 20 से 25 फीट का रावण रोड किनारे बना था। रावण देखने वालों की भीड़ सड़क पर जमी हुई थी । वहीं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरसीवां थाना प्रभारी भगवती प्रसाद कुर्रे ने पुलिस व्यवस्था के लिए मनपसार व गाताडीह में पुलिस बल तैनात किया गया था। दशहरा उत्सव का पर्व शांति से हो पाये। ट्राफिक व्यवस्था बने रहे व आने जाने वाहनों को कोई परेशानी न हो व रोड जाम न होने पाएं।
मनपसार गांव के लोग बाजे – गाजे के साथ छोटे – छोटे बच्चों को राम लक्ष्मण बनाए थे और राम लक्ष्मण को रथ में सवार कर लोगों की भीड़ राम लक्ष्मण के रथ के आगे आगे चल रही थी जहां राम के भक्त भगवा वस्त्र धारण कर जय श्री राम के नारे लगाते नाचते गाते हुए रावण के पुतले के पास पहुंचे और राम के द्वारा अपने बाणों से रावण का संघार किया गया और श्रीराम के बाणों से रावण दहन सम्पन्न हुआ। मनपसार व गाताडीह में दशहरा में अनेक प्रकार की दुकान सजी हुई थी और सभी दुकानों में खरीदी करने वालों की भीड़ मौजूद थी। सहपरिवार दशहरा देखने पहुंचने वाले लोग दुकानों में अपने अपने छोटे छोटे बच्चों के लिए खिलौने व होटलों से सामान खरीद कर मनोरंजन किया। जहां हर साल रावण का पुतला दहन किया जाता है और बुराई पर अच्छाई की जीत हमेशा होती है। इसलिए दशहरा विजयादशमी के दिन मनाया जाता है।