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मुख्यमंत्री श्री साय के सुशासन में पहली बार नियद नेल्लानार के तहत जगमगा रहे सोलर हाईमास्ट

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Solar high masts are shining for the first time under the good governance of Chief Minister Shri Sai under Niyyad Nellnar

माओवाद प्रभावित गांवों के लिए वरदान सिद्ध हो रही नियद नेल्लानार योजना

Ro No- 13047/52

सोलर ड्यूल पंप से ग्रामीणों को उपलब्ध हो रही स्वच्छ पेयजल की सुविधा

उत्तर बस्तर कांकेर / राज्य सरकार द्वारा नियद नेल्लानार योजना (आपका अच्छा गांव) के माध्यम से संवेदनशील एवं दूरस्थ अंचल में माओवाद प्रभावित ग्रामों के वासियों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा कर क्षेत्रों में विकास गति देने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की मंशा अनुरूप क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के मार्गदर्शन में जिले के विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के ग्राम पानीडोबीर, आलपरस, जुगड़ा, गुन्दूल (मर्राम), अलपर, हेटाड़कसा और चिलपरस के विभिन्न चौक-चौराहो में रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से सोलर हाईमास्ट संयंत्रों की स्थापना की गई है, जिससे इन ग्रामों में निवासरत ग्रामीण परिवारों की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। उन्हें ग्राम में सुरक्षा के साथ-साथ रात्रिकालीन बैठक, सामुदायिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन हेतु निर्बाध प्रकाश की सुविधा मिल रही है।

सहायक अभियंता क्रेडा ने बताया कि विभाग द्वारा माओवाद प्रभावित ग्रामों में प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु जिले में लक्ष्यों को शतप्रतिशत सैचुरेशन करने का कार्य किया जा रहा है। माओवाद प्रभावित ग्रामों में वृहद स्तर पर सौर संयंत्रों की स्थापना को इन ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत जनमानस को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के सफल प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस ऐतिहासिक पहल के तौर पर सोलर हाईमास्ट की स्थापना से ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए आभार प्रकट किया है।

ज्ञात हो कि नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत जिले के दूरस्थ एवं माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के उपरोक्त गावों में ग्रामीणों को मुलभूत सुविधाओं से लाभान्वित किये जाने के उद्देश्य से प्रकाश व्यवस्था हेतु सोलर हाईमास्ट, शुद्ध पेयजल प्रदाय की व्यवस्था हेतु सोलर पेयजल संयंत्र, सौर सुजला योजनांतर्गत सिंचाई व्यवस्था तथा सौर ऊर्जा से संचालित उपकरण स्थापित किये जा रहे हैं। इन संयंत्रों की स्थापना कर ग्रामों में निवासरत जनसामान्य को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का अभिनव प्रयास किया जा रहा है।

आश्रम परिसर भी लगा जगमगाने

ग्राम पानीडोबीर में स्थित बालक आश्रम के अधीक्षक श्री समरथ ने बताया कि पहले आश्रम परिसर में लाईट की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चों को पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में परेशानियों का सामना करना पढ़ता था। आश्रम परिसर में सोलर लाईट लगने से रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था बनी रहती है, जिससे बच्चे प्रकाश की रौशनी में पढ़ाई करते हुए सुरक्षित भी महसूस कर रहे हैं।

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