- सामग्र जैन समाज की बैठक सम्पन्न
इंदौर (विश्व परिवार)। गत रात गोम्मटगिरी तीर्थ क्षेत्र पर अतिक्रमण और शासन प्रशासन द्वारा असहयोग को लेकर समग्र जैन समाज से प्रखरता और दबंगता से शासन प्रशासन के खिलाफ एक वृहत एवं सुचारू रूप से आंदोलन की तैयारी को लेकर एक बैठक हुई।
जानकारी देते हुए मनोज जैन नायक ने बताया की बैठक में सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया कि अब समाज में खुलकर शासन प्रशासन द्वारा किए गए असहयोग को आम जनता में बताया जाए एवं उनके विरुद्ध जनमानस बनाने के लिए अहिंसक आंदोलन किया जाए।
ट्रस्ट अध्यक्ष भरत मोदी ने बताया कि भगवान बाहुबली गोम्मटगिरी जैन तीर्थ क्षेत्र के लिए सन 1981 सन में तत्कालीन शासन द्वारा 12.49 एकड़ और सन् 1983 मे 53.11एकड इस प्रकार कुल 65.60 एकड भूमि जमीन लिज पर दी गई। हाई कोर्ट इंदौर द्वारा कलेक्टर को आदेशित किया गया था कि गोम्मटगिरि जैन तीर्थ क्षेत्र के लिए दी गई उक्त लीज डिड को रजिस्टर्ड करवाए और लिज नवीनीकरण की प्रक्रिया भी पूरी करें साथ ही गोमदगिरि ट्रस्ट को पर्याप्त पुलिस प्रोटेक्शन दिलाने कि बात भी कही ताकि गोम्मटगीरी ट्रस्ट अपनी भूमि की बाउंड्री वॉल एवं मेन गेट बनवा सके और यदि वहा कोई अतिक्रमण है तो उसको हटवा सके। जैन राजनैतिक चेतना मंच के मिडिया प्रभारी राजेश जैन दद्दू ने कहा कि गोम्मटगिरी तीर्थ क्षेत्र के सम्मान में सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने के लिए भी तैयार हैं।
क्या है विवाद
गोम्मटगिरी परिसर से लगे क्षेत्र पर एक मंदिर बना लिया गया जहां पर गुर्जर समाज के लोगों का आना-जाना शुरू हुआ अब किसी राजनीतिक मंत्री के दबाव से शासकीय अधिकारी वर्तमान कलेक्टर व अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर गोमटगिरी की बनी हुई बाउंड्री वालों को तोड़कर मंदिर में जाने का रास्ता देने के लिए ट्रस्ट को दबाया गया एक तरह से उन्हें धोंस दी गई कि यदि रास्ता नहीं दिया तो हम आपके साथ क्या-क्या करेंगे। जिसे हम आम भाषा में दादागिरी गुंडागर्दी कहते हैं।
जैन फोरम के संस्थापक अशोक मेहता ने कहा कि अब समग्र जैन समाज एकजुट है और जैन तीर्थ पर लगातार होते संकट को अब आगे सहन नहीं कर पाएंगे हमें अपना विरोध जाहिर करने के लिए सड़क पर आंदोलन करना पड़ा तो भी करेंगे। ज्ञात रहे जैन समाज अल्पसंख्यक घोषित है।
शासन प्रशासन का धर्म एवं कर्तव्य होना चाहिए कि सभी धर्म और अल्पसंख्यक लोगों की रक्षा करें उनके द्वारा इस असहयोग और दादागिरी को देखते हुए समस्त जैन समाज जो कि अहिंसा प्रेमी है अब एक सुचारू आंदोलन चलाएगा और आम जनता तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करेगा। इस अवसर पर प्रवीण खारीवाल ने कहा कि हमें जनता तक अपने बात पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया और पोस्टर अभियान करना चाहिए आजकल मीडिया के माध्यम से अपनी बात पहुंचाना ज्यादा आसान और सुगम है। राकेश जैन पार्षद ने कहा की हम अहिंसा प्रेमी जरूर है पर इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी रक्षा नहीं कर सकते हैं। उच्च न्यायालय ने प्रशासन को गोम्मटगिरी ट्रस्ट के पक्ष में जो आदेश दिए हैं उनका पालन करना चाहिए। समाज को आंदोलन करने के लिए प्रेरित नहीं करना चाहिए। तीर्थ रक्षा समिति के प्रमुख नकुल पाटोदी ने कहा कि यदि हमारी बाउंड्री वॉल नहीं बनने दी जाएगी तो हम 108 बस लेकर भोपाल अपना विरोध प्रकट करने जाएंगे। इस अवसर पर डीके जैन कमल रावका सुरेंद्र बाकलीवाल प्रदीप बड़जात्या पूर्व डीएसपी डीके जैन संजय बाकलीवाल जैनेश झंझरी रूपेंद्र जैन होलास सोनी पूर्व पार्षद पवन जैन राजेन्द्र महाजन प्रदीप गंगवाल अधिवक्ता पारस जैन वीरेंद्र बडजात्या दीपक पाटनी पवन पटौदी मनीष अजमेरा आदि ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर एडवोकेट की एक टीम भी थी जिसे सभी लीगल जानकारी दी। सभी ने एक मत होकर निर्णय लिया कि यदि शासन प्रशासन असहयोग रखता है तो योजना बाद तरीके से आंदोलन करेंगे।