Voting is our legal right – Arjun Dhananjay Sinha
अपने वोट की कीमत पहचाने -शंकर लाल यदु



छुरा :- करकरा, ओनवा, खैरझिटी, मडेली, लोहझर में वृहद मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। शिक्षक शंकर लाल यदु, हेमलाल पटेल, भोज पटेल, देवनारायण यदु, धनी राम ध्रुव, चम्मन और अर्जुन धनंजय सिन्हा द्वारा लोगों को शतप्रतिशत मतदान हेतु प्रेरित किया गया। स्काउट मास्टर, शिक्षक, योगविद अर्जुन धनंजय सिन्हा ने नारों और गीतों के द्वारा ग्रामवासियों को जागरूक करते हुए कहा कि 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु का प्रत्येक नागरिक मतदान करने का अधिकारी है। नागरिकों के मतदान का मतलब उनका अपनी सरकार चुनने में योगदान देने से है। प्रत्येक मतदान का अपना विशिष्ट महत्व है। क्योंकि बहुमत के आधार पर ही सरकार का निर्णय होता है अर्थात सरकारें, बहुमत के आधार पर ही चुनी जाती हैं। हम सभी राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए अपने-अपने नगर, गांव, वार्डों में 18 वर्ष पूरे कर चुके नागरिकों को अनिवार्य रूप से मतदान के लिए प्रेरित करें। हम सभी राष्ट्र के निर्माण में अपना बहुमूल्य वोट देकर जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाएं। नवाचारी शिक्षक, समन्वयक शंकर लाल यदु ने कहा कि वोट देने का मतलब लोकतंत्र की प्रक्रिया को मजबूत बनाना है। उदाहरण के माध्यम से उन्होंने बताया कि भारत में लोकतंत्र की जड़े कितनी गहरी है। मतदान करने से ही लोकतंत्र की खूबसूरती है। मतदान हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। मतदान केवल निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का शक्तिशाली माध्यम है। हमें समझना होगा कि हर वोट महत्वपूर्ण है और हमारे एक वोट से ही मजबूत लोकतंत्र की स्थापना होगी। हेमलाल पटेल ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक गणराज्य है। आम नागरिक अपने मताधिकार के प्रयोग से अपना नेता स्वयं चुनते हैं। जगेंगे और जगाएंगे वोट डालने जाएंगे, उम्र 18 वर्ष पूरी है वोट डालना जरूरी है, वोट डालने जाना है अपना फर्ज निभाना है, जन-जन का यह नारा है मतदान अधिकार हमारा है, छोड़ो अपने सारे काम पहले चलो करें मतदान, लोकतंत्र में हिस्सेदारी हम सब की है जिम्मेदारी जैसे प्रेरक नारों के साथ मतदाताओं को अनिवार्य रूप से मतदान करने का आह्वान किया गया। भोज पटेल ने कहा कि मज़बूत लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया की पूरी जानकारी हो और उसमें उनकी सक्रिय सहभागिता हो। हमें अपने मताधिकार के महत्व को समझना होगा। देवनारायण यदु ने कहा कि मतदान केवल अधिकार नहीं बल्कि यह कर्तव्य भी है। मतदान लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। प्रधानपाठक धनी राम ध्रुव ने कहा कि मतदान हर नागरिक का अधिकार है जिससे हम अपने गांव, नगर, जनपद, जिला के सशक्त नेतृत्व का चुनाव करेंगे।