Now the elections are over! Then why is Jajwalyadev Mahotsav not happening? The MLA wrote a letter to the district administration
जांजगीर-चांपा। जिले की सांस्कृतिक और कृषि क्षेत्र की शान जाज्वल्यदेव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला इस साल चुनावी आचार संहिता की वजह से समय पर नहीं हो सका। हर साल आयोजित होने वाला यह भव्य आयोजन न सिर्फ लोक संस्कृति को सहेजता है, बल्कि किसानों के लिए कृषि क्षेत्र के नवाचारों का बड़ा मंच भी है। अब जब प्रदेश के अन्य जिलों में सभी बड़े आयोजन हो रहे हैं, तो जांजगीर-चांपा के लोग सवाल उठा रहे हैं – “यहां के आयोजन पर रोक क्यों?”



विधायक व्यास कश्यप ने लिखा जिला प्रशासन को पत्र
जांजगीर-चांपा विधायक व्यास कश्यप ने अप्रैल माह में महोत्सव के आयोजन के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव जिले की पहचान को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने में सहायक रहा है और इसे जल्द से जल्द आयोजित किया जाना चाहिए।
किसानों को मेले का इंतजार
एग्रीटेक कृषि मेला हर साल जिले के किसानों के लिए नई तकनीकों, आधुनिक उपकरणों और नवीन कृषि अनुसंधानों से जुड़ने का बड़ा अवसर होता था। यहां कृषि वैज्ञानिकों द्वारा प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जाता था, जिससे किसानों को उन्नत खेती के तरीकों की जानकारी मिलती थी। लेकिन इस बार महोत्सव के न होने से किसान निराश हैं।
स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक प्रेमियों में नाराजगी
इस महोत्सव के मंच पर हर साल स्थानीय और राज्य स्तरीय कलाकारों को अपनी कला दिखाने का मौका मिलता था। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ लोकगीत और नृत्य के कार्यक्रम होते थे। लेकिन इस बार कलाकारों को अपना हुनर दिखाने का मौका ही नहीं मिल सका, जिससे उनमें भी नाराजगी है।
प्रशासन कब लेगा फैसला?
अब सवाल ये है कि जब चुनाव संपन्न हो चुके हैं और प्रदेश के अन्य जिलों में सभी बड़े आयोजन हो रहे हैं, तो जांजगीर-चांपा में इस महोत्सव को लेकर देरी क्यों हो रही है? जिले के लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन तुरंत इस पर निर्णय ले और जल्द से जल्द आयोजन की घोषणा करे।