बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – जिला चिकित्सालय में एक मामला आया जिसमें प्रसव के दौरान गर्भाशय फटने से पीड़ित महिला की कठिन सर्जरी से न केवल जान बचाई गई बल्कि उसका गर्भाशय भी बचा लिया गया। चंदूर निवासी 23 वर्षीय निर्मला को लंबे समय तक प्रसव पीड़ा होने पर 29 जनवरी को अस्पताल लाया गया था। रोगी का निदान किया गया और आपातकालीन सर्जरी के लिए तैयार किया गया। सर्जरी के दौरान न केवल उसकी जान, बल्कि उसके गर्भाशय को भी बचाने की पूरी कोशिश की गई। सर्जरी सफल रही मरीज ठीक भी हो रहा है। वही मरीज को अस्पताल से छुट्टी भी मिल जाएगी बहुत जल्द. स्त्री रोग विशेषज्ञ, अनेस्थिटिस्ट, नर्सिंग स्टाफ, ऑपरेशन थिएटर स्टाफ की टीम के प्रयासों से ऐसे कठिन मामले का इलाज संभव हुआ। प्रसूति विशेषज्ञों ने ऐसी स्थितियों से बचने के लिए गर्भवती माताओं की नियमित प्रसवपूर्व जांच और संस्थागत प्रसव के महत्व को रेखांकित किया है।