अपने बच्चे के कुपोषण को दूर करने राशि का करेगी उपयोग
नारायणपुर- महिला सशक्तिकरण की दिशा में महतारी वंदन योजना एक बेहतर योजना है। इस योजना का लाभ मिलने से महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत व आत्मनिर्भर बनेंगी। वह खुद की और अपने परिवार की छोटी-मोटी जरूरत के लिए अब दूसरों के भरोसे नहीं रहेंगी। इस योजना को लेकर पूरे प्रदेश में भारी उत्साह का माहौल है। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार 07 मार्च को योजना की पहली किस्त प्रदेश की महतारियों के खाते में डीबीटी के माध्यम से राशि का भुगतान करेगी। महिलाओं ने पहले से ही सोच रखा है कि राशि का उपयोग कहा किस क्षेत्र में करेंगी।
नारायणपुर जिले के ग्राम पुसवाल की निवासी 35 वर्षीय श्रीमती रजनी कचलाम बताती हैं कि उनके दो बेटे (अविनाश और मानस) हैं। वह योजना के तहत् मिलने वाली राशि का उपयोग अपने बच्चों के पढ़ाई-लिखाई और उनके स्वास्थ्य के लिए उपयोग में लाएगी। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण 8वीं कक्षा के बाद ही उनको अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। हर माता पिता का सपना होता है कि वें अपने बच्चे का भविष्य बेहतर बना सके। उन्होंने कहा कि यह योजना मेरे लिए वरदान बनकर आई है, अब इस योजना से उनके अंदर अपने बच्चों के भविष्य के लिए नई आस जगी है। रजनी ने बताया कि मिलने वाली राशि से अपने बच्चे को आगे की पढ़ाई निरंतर करा कर उनका भविष्य बनाने में, उनके सपने पूरे करने में उपयोग करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि उनका छोटा बेटा मानस (2 साल 6 माह) मध्यम गंभीर कुपोषित श्रेणी में है, अब योजना में तहत् मिलने वाली राशि के माध्यम से वह मानस को पौष्टिक आहार खिला कर उसके स्वास्थ्य में सुधार करेगी। उन्होंने महतारी वंदन योजना को कल्याणकारी बताते हुए इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया।