Big announcement by Pakistan’s new President Asif Ali Zardari, he has refused to take salary citing poverty of the country.
अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में नई सरकार बन गई है. इसके साथ ही आसिफ अली जरदारी देश के 14वें राष्ट्रपति बने हैं. कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान के वर्तमान हालातों को देखते हुए मंगलवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने बड़ा ऐलान कर दिया है, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कोई भी वेतन ना लेने की घोषणा की है. जरदारी के इस कदम में देश के नए गृहमंत्री ने भी अपना कदम आगे बढ़ाया है.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय ने क्या कहा
राष्ट्रपति सचिवालय प्रेस विंग ने कहा कि राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय जरदारी राजस्व पर बोझ नहीं डालने की जरूरत को समझकर वेतन नहीं लेने का फैसला किया है। पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को प्रति माह 8,46,550 रुपये वेतन मिलता था, जो 2018 में संसद ने तय किया था।
बता दें कि आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के सबसे अमीर नेताओं में से एक हैं। उनके बेटे बिलावल भुट्टो पिछली शहबाज सरकार में विदेश मंत्री रह चुके हैं। वहीं उनकी पत्नी बेनजीर भुट्टो भी पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रही हैं। बेनजीर की कई साल पहले एक चुनावी रैली के दौरान हत्या हो गई थी।
पाकिस्तानी गृह मंत्री भी नहीं लेंगे सैलरी
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष जरदारी ने रविवार को इस्लामाबाद के ऐवान-ए-सदर में आयोजित समारोह में दूसरी बार देश के राष्ट्रपति के तौर शपथ ली थी। इसके अलावा जरदारी के पदचिन्हों पर चलते हुए, गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने भी देश के सामने आर्थिक चुनौतियों का हवाला देते हुए वेतन नहीं लेने का फैसला किया है।
कर्ज के जाल में फंसकर बदहाल है पाकिस्तान
पाकिस्तान की आर्थिक हालत किसी से छिपी नहीं है. सोशल मीडिया पर आए दिन देश की बदहाल जनता के हालात की ताजा तस्वीरें वायरल होती रहती हैं. चीन समेत कई देशों के कर्ज के जाल में फंसा पाकिस्तान कंगाली की कगार पर पहुंच गया है और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद के बाद भी हालात हर बीतते दिन के साथ खराब होते जा रहे हैं. महंगाई के कोहराम से जनता खाने-पीने के साथ ही रोजमर्रा के सामानों के लिए भी परेशान हो रही हैं.