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पुसौर में मंदिर की आड़ में पत्रकार से बदला लेने षड़यंत्र कर रहे अराजक तत्व! दे रहे सरकार की धमकी, कह रहे अपना घर स्वयं तोड़ दो वर्ना हम चलवा देंगे जेसीबी

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रायगढ़। एक पत्रकार के खिलाफ कुछ अराजक तत्वों की ओर से उसे उसकी पट्टे की भूमि से बेदखल करने सरकार का धौंस दिखाया जा रहा है। इन अराजक तत्वों का कहना है कि ये पत्रकार अपनी पांच पीढ़ियों की पुस्तैनी पट्टे की जमीन और मकान छोड़ कर वहां से भाग जाए वरना हम गांव वालां को इकट्ठा कर इसके घर को ढहा देंगे। इसके लिए उनकी ओर से एक तथाकथित समिति भी बना ली गई है जिस समित का अब एक ही लक्ष्य है कि वो किसी भी स्थिति में पत्रकार परिवार को उसी की जमीन और मकान से बेदखल कर दे। इस सुनियोजित योजना में पत्रकार परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी शामिल है।

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उक्त पूरा मामला पुसौर का है जहां के पत्रकार गौतम पण्डा एवं उनके परिवार के खिलाफ कुछ अराजक तत्वों की ओर से उक्त प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में पत्रकार ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिख कर यथा स्थिति से अवगत कराया है और अपने व अपने परिवार की सुरक्षा मांगी है। उच्चाधिकारियों व शासन को लिए अपने पत्र में पत्रकार गौतम पण्डा ने बताया है कि वो 60 वर्षीय पत्रकार हैं एवं पुसौर के वार्ड क्र.- 8 में रहते हैं। वे अपने बारे में बताते हैं कि जिस स्थान पर मैं अपने परिवार के साथ निवासरत हूं वह मेरी पैतृक भूमि है जहां मेरा परिवार पिछले पांच पीढी से निवासरत है, इस भूमि पर मेरे पूर्वज पांच पीढ़ियों से काबिज है एवं मेरे पिता की मृत्यु के उपरांत बंटवारे में मिले उक्त स्थल का मेरे नाम पर शासन द्वारा पट्टा आवंटित किया गया है। उक्त स्थल पर मेरे मकान एवं निस्तारी भूमि के अलावा पूर्व में एक मंदिर भी था जो अब अस्तित्व में नहीं है। गांव के कुछ लोगों द्वारा एक अघोषित समिति बनाते हुए उक्त स्थल पर न केवल मंदिर का पुननिर्माण करवाने के लिए कहा जा रहा है बल्कि मेरे पुस्तैनी एवं पट्टा वाले भूमि एवं मकान से मुझे एवं मेरे परिवार को बेदखल करवाने के लिए तमाम षड़यंत्र रचे जा रहे हैं।

– गांव वालों से मकान ढहाने कर रहे अपील

उक्त तथाकथित समिति के सदस्यों की ओर से एक ओर जहां प्रशानिक अधिकारियों एवं नेताओं व मंत्रियों के पास जाकर उन्हें गुमराह कर मुझे एवं मेरे परिवार को उक्त स्थल से हटाने और मेरे घर को तोड़ने के लिए आवेदन दिया जा रहा है, वहीं गांव में उक्त तथाकथित समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों की ओर से मेरे मकान को ढहाने के लिए मुझे एवं मेरे परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए गांव वालों से गैंती, फावड़ा व जेसीबी लेकर निकलने की अपील भी की जा रही है।

– पूर्व में तहसील न्यायालय ने पत्रकार के पक्ष में ही दिया है फैसला

पत्रकार पण्डा ने बताया कि वर्ष 2023 में भी उक्त तथाकथित समित के पदाधिकारियों व सदस्यों की ओर से विभिन्न हथकंडे अपनाए जा रहे थे तब मैंने दिनांक – 03/07/2023 को रायगढ़ कलेक्टर जन-चौपाल में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसका टोकन नं 2040323003343 एवं सुरक्षा नं. 255 है, जिस पर से माननीय तहसीलदार पुसौर के कार्यालय ने दिनांक- 14/08/2023 को हल्का पटवारी को ज्ञापन जारी कर मौका निरीक्षण करते हुए, पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन आहूत किया गया था। उक्त संबंध में माननीय तहसीलदार पुसौर के न्यायालय में राजस्व प्रकरण 640/रा.प्र.क्र. 20206040200065/2022-23 चलाया गया , जिसमें माननीय तहसीलदार पुसौर के न्यायालय ने मेरे पक्ष में निर्णय देते हुए लेख किया है कि – ‘‘ ग्राम पुसौर प.ह.नं. 43 तहसील पुसौर स्थित आबादी भूमि खसरा नं. 1119/135/387 रकबा 84 वर्गमीटर में उक्त वाद भूमि का आवेदक को आबादी पट्टा क्रमांक- 149364 प्राप्त है । वुंकि उक्त आबादी पट्टा को किसी सक्षम प्राधिकारी द्वारा आज पर्यन्त निरस्त किये जाने संबंधी कोई दस्तावेज अनावेदक द्वारा प्रस्तुत नहीं किया है, जिससे उक्त आबादी पट्टा वर्तमान में वैध प्रतीत होता है । अजः आवेदक का कब्जा प्रमाणित होने दपनर मंदि निर्माण समिति द्वारा उक्त वाद भूमि पर किसी तरह अतिक्रमण इत्यादि पर रोक लगाई जाती है। प्रकरण इसी स्तरपर समाप्त किया जाता है।

– दहशत के साए में है पूरा परिवार

उक्त तथाकथित समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों की ओर से सोशल मीडिया पर भी मेरे खिलाफ अनर्गल टिप्पणियां की जा रही हैं। उक्त निर्मित स्थितियों से मैं और मेरा पूरा परिवार दहशत में हैं एवं किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा होने का डर सता रहा है।
पत्रकार ने बताया कि मैं स्वयं हिन्दू हूं एवं हिन्दू धर्म, देवी देवाताओं व देवालयों पर मेरी एवं मेरे परिवार की अगाध आस्था है, लेकिन कुछ लोगों की ओर से अपनी जिद को पूरा करने के लिए मेरे मकान को तोड़ेने एवं मुझे एवं मेरे परिवार को मेरे उक्त पुस्तैनी एवं पट्टे के स्थल से बेदखल करने का प्रयास करना न केवल गैर कानूनी है बल्कि मंदिर के नाम पर खुलेआम उनकी गुण्डागर्दी है, इन दहशतगर्दों की ओर से अपनी मनमानी मांग को मनमाने एवं मुझे उक्त मांग के लिए तैयार कर लेने के उद्येश्य से लगातार मेरे बड़े भाई पुरूषोत्तम पण्डा को भी दबाव बनाया जा रहा था जो ह्दय रोगी थे और उक्त दबाव की वजह से 8 माह पूर्व उनकी मृत्यु भी हो गई। उक्त तथाकथित समिति की ओर से मुझ पर दबाव बनाने एवं धमकाने के लिए 22 मार्च 2023 से लगातार प्रयास किया जा रहा है एवं जब भी उनका मन होता है मुझे एवं मेरे परिवार को समिति के समक्ष आने के लिए दबाव बनाया जाता है। पीड़ित परिवार की ओर से पुलिस और प्रशासन को उक्तआशय का पत्र देते हुए निवेदन किया गया है कि मंदिर निर्माण के नाम पर आतंकित करने वाले लोगों के विरूद्ध उचित कार्रवाई करते हुए उनके परिवार की रक्षा करें ताकि धर्म की आड़ में दहशत फैलाने वाले लोगों का मनोबल न बढ़े एवं कानून व्यवस्था बनी रहे।

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