Dissatisfaction in Congress after seat distribution in MVA, we have not got the seats from where we can get elected. The matter reached Delhi.
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड MVA की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नहीं आईं. वर्षा के दिवगंत पिता एकनाथ गायकवाड मुंबई दक्षिण मध्य सीट से लड़ना चाहती थीं, लेकिन ये सीट उद्धव गुट को दी गई है और अनिल देसाई उम्मीदवार हैं.
वर्षा गायकवाड कांग्रेस की सीनियर नेता हैं. वह दलित चेहरा भी हैं. वर्षा कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं और कई बार से विधायक हैं. वह वर्तमान में मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष हैं. वर्षा के पिता मुंबई दक्षिण मध्य सीट से ही लड़ते थे. वहीं, सांगली सीट से टिकट मांग रहे विशाल पाटिल नॉट रीचबल हो गए. विशाल पाटिल सांगली सीट उद्धव गुट को दिए जाने से नाराज हैं.
पिछले कुछ समय से बंद दरवाजों के पीछे चर्चा चल रही थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उद्धव ठाकरे, शरद पवार, नाना पटोले और महाविकास अघाड़ी के सभी प्रमुख नेताओं ने चर्चा की. इस बीच भले ही महाविकास अघाड़ी में सीटों के बंटवारे का ऐलान हो गया है, लेकिन कांग्रेस नेताओं के बीच नाराजगी की चर्चाएं दबी जुबान में जारी हैं.
संतोषजनक सीट न मिलने पर नाराज कांग्रेस
महाविकास अघाड़ी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एमवीए नेताओं की बैठक हुई. बैठक के बाद कांग्रेस नेता बिना कुछ बोले चले गए. तो वहीं, कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने सार्वजनिक रूप से महाविकास अघाड़ी के सीट आवंटन पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. मुंबई में कांग्रेस पार्टी को संतोषजनक सीट नहीं मिलने पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है.
कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड का मानना है कि हमें वो सीटें नहीं मिली हैं जहां से हम निर्वाचित हो सकें. वर्षा गायकवाड ने कहा है कि हमें ऐसी सीटें दी गई हैं जहां हमारी कोई ताकत नहीं है. एबीपी माझा के मुताबिक ये जानकारी सामने आ रही है कि वर्षा गायकवाड ने केसी वेणुगोपाल को फोन कर शिकायत की है.
इन दो सीटों को लेकर अनबन
जब राहुल गांधी की यात्रा मुंबई में दाखिल हुई तो सबसे ज्यादा प्रतिक्रिया धारावी से मिली, इसलिए वर्षा गायकवाड बार-बार इस बात पर जोर देती रहीं कि दक्षिण मध्य मुंबई सीट कांग्रेस को मिले. हालांकि, जानकारी सामने आ रही है कि यह सीट ठाकरे ग्रुप को दिए जाने से वर्षा गायकवाड नाराज हैं. पिछले कई दिनों से सांगली लोकसभा सीट को लेकर महाविकास अघाड़ी में दरार पैदा हो गई थी. साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी सांगली सीट पर अपना दावा ठोका था. हालांकि सीट बंटवारे में यह सीट ठाकरे ग्रुप को दे दी गई है. सांगली लोकसभा सीट से ठाकरे गुट के चंद्रहार पाटिल चुनाव लड़ेंगे.
गठबंधन के नेताओं ने क्या कहा?
सीट शेयरिंग फॉर्मूला सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं की नाराजगी पर नाना पटोले ने कहा कि सारे फैसले आलाकमान से बात करके लिए गए हैं. सब ठीक हो जाएगा.सबसे बात की जाएगी. नाराज होना स्वाभाविक है. वहीं, संजय राऊत ने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है. कोई मतभेद नहीं है, सब ठीक है.
किसके खाते में कौन सी सीट आई?
कांग्रेस नंदरबार, धुले, अकोला, अमरावती, नागपुर, बांद्र, गढ़चिरौली, चंद्रपुर, नांदेड़, जलना, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल, पुणे, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर और नॉर्थ मुंबई से लड़ेगी. वहीं, शरद पवार की पार्टी बारामती, शिरपुर, सतारा, भिवंडी, वर्धा, अहमदनगर दक्षिण, बीड, मधा, डिंडौरी, रावेर सीट पर लड़ेगी.
उद्धव ठाकरे का दल जलगांव, परभणी, नासिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगढ़, मवाल, धाराशिव, रत्नागिरी, बुलढाणा, शिरडी, संभाजीनगर, सांगली, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई साउथ, मुंबई नॉर्थ ईस्ट, मुंबई साउथ सेंट्रल, यवतमाल, हिंगोली और हातकणंगले सीटों पर लड़ेगा. बता दें कि राज्य की 48 सीटों पर 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे.
शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि गठबंधन का लक्ष्य बीजेपी को हराना है और कांग्रेस ने कहा कि उसने इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए बड़ा दिल रखने का फैसला किया है. नाना पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी ने मोदी और भाजपा को हराने के अंतिम लक्ष्य को हासिल करने के लिए बड़ा दिल रखने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे और सांगली एवं भिवंडी में एमवीए उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा, हमारे कार्यकर्ता कभी नहीं भूलेंगे कि बीजेपी ने हमारे नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कैसा दुर्व्यवहार किया.