After the woman’s death in Israeli attack, doctors removed the baby alive from the womb; His father and sister were also killed in the air strike
गाजा के राफा शहर में इजरायली हमले के कारण एक गर्भवती महिला, उसके पति और बेटी की मौत हो गई। हालांकि, डॉक्टरों ने महिला के गर्भ से बच्ची को बचा लिया। महिला की मृत्यु के बाद, बच्ची को सकुशल निकाला गया है। बच्ची का वजन 1.4 किलोग्राम है। उसका जन्म आपातकालीन स्थिति में हुआ है और उसकी हालत स्थिर है।
महिला की मृत्यु के बाद, डॉक्टर मोहम्मद सलमा ने बताया कि उनका नाम सबरीन-अल-सकानी था और वह 30 सप्ताह की गर्भवती थीं। उनकी बच्ची को राफा अस्पताल में एक अन्य शिशु के साथ इनक्यूबेटर में रखा गया है। उसकी छाती पर “शहीद सबरीन अल-सकानी का बच्चा” नामक टेप लगा है। बच्ची को 3 से 4 सप्ताह तक अस्पताल में रखा जाएगा और उसके बाद इसे किसी रिश्तेदार को सौंप दिया जाएगा।
महिला की सर्जरी करने वाली डॉक्टर मोहम्मद सलमा ने बताया कि मृतक महिला का नाम सबरीन-अल-सकानी था और वह 30 सप्ताह की गर्भवती थीं। बच्ची को राफा अस्पताल में एक अन्य शिशु के साथ इनक्यूबेटर में रखा गया है। बच्ची की छाती पर “शहीद सबरीन अल-सकानी का बच्चा” नाम का टेप लगा है। डॉक्टर सलमा ने बताया कि बच्ची को 3 से 4 सप्ताह तक अस्पताल में रखा जाएगा। उसके बाद इसे किसी रिश्तेदार को सौंप देंगे।
बीती रात हुए हमले में मारे गए 13 बच्चे
बीती रात गाजा में हुए इजरायली हमले में कुल 19 लोग मारे गए, जिनमें एक ही परिवार के 13 बच्चे शामिल हैं। यह हमला 2 घरों पर हुआ था। राफा पर हुए हमलों के बारे में इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि गाजा में सैन्य परिसरों, लॉन्च चौकियों और सशस्त्र लोगों सहित विभिन्न हमास ठिकानों पर हमला किया गया था। बता दें कि गाजा के 20 लाख से अधिक लोग इजरायली हमलों से बचने को राफा में जमा हैं।
डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन से बच्ची ने जन्म दिया, उसका वजन 1.4 किलोग्राम है. डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. बच्ची की मां की पहचान सबरीन अल सकानी के रूप में हुई है, वह 30 सप्ताह की गर्भवती थी. हमले के बाद बचावकर्मियों को जैसे ही पता चला कि महिला के गर्भ में पल रही बच्ची जिंदा है, तुरंत उसको हॉस्पिटल ले जाया गया. ऑपरेशन के बाद बच्ची ने जन्म दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, सबरीन के साथ उसके पति और एक बेटी की भी मौत हो गई. पैदा हुई नवजात बच्ची फिलहाल अनाथ है. एक रिश्तेदार का कहना है कि बच्ची की बहन चाहती थी कि अगर बेटी हो तो उसका नाम रूह रखा जाए. वह बहुत खुश होती, लेकिन हमले ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया.
7 अक्टूबर से चल रहा है युद्ध
हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट 7 अक्टूबर को लॉन्च किए थे. इसके बाद इजरायल ने तुरंत युद्ध का ऐलान कर दिया था. हमास के हमले का बदला लेने के लिए इजरायल ने इतने हमले किए कि 33 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. मरने वालों पर 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.
बड़ी बहन बच्ची का नाम रूह रखना चाहती थी
नवजात बच्ची के चाचा रामी अल-शेख ने बताया कि उसके जन्म को लेकर उसकी बड़ी बहन मलक काफी खुश थी। वह अपनी छोटी बहन का नाम रूह रखना चाहती थी, जिसका अरबी में अर्थ आत्मा होता है। हालांकि, छोटी बहन के दुनिया में आने से पहले ही मलक की एयर स्ट्राइक में मौत हो गई।
राफा के अस्पताल में बच्ची की देखभाल कर रहे डॉक्टर मोहम्मद सलामा ने बताया कि नवजात को एक अन्य शिशु के साथ इनक्यूबेटर में रखा गया है। उसे तीन से चार हफ्ते तक हॉस्पिटल में ही रखा जाएगा।
डॉक्टर ने कहा कि सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि बच्ची बच तो गई, लेकिन अनाथ पैदा हुई। इसलिए हम देखेंगे कि उसे कहां भेजा जाए, उसके चाची या चाचा या दादा-दादी के पास।
खान युनिस से 180 शव बरामद
खान युनिस में इजराइल की कार्रवाई के बाद वापस लौटे लोगों को नासेर अस्पताल में कई सौ कब्र मिली हैं। इनमें से अब तक 180 लोगों की लाश बरामद की गई है। आरोप है कि इन्हें इजराइल की सेना ने मारकर दफनाया था।
इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से जंग जारी है। इसी दिन, हमास के लड़ाकों ने इजराइल में घुसकर हमले किए थे और इसमें 1200 इजराइली नागरिक मारे गए थे। 234 लोगों को किडनैप किया गया था।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इजराइल के हमले से गाजा में 34,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। पिछले 24 घंटों में गाजा पर इजराइली सैन्य हमलों में 48 फिलिस्तीनियों की मौत हुई और 79 लोग घायल हो गए।