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Swiggy का आएगा आईपीओ!आईपीओ को मंजूरी, 1.2 अरब डॉलर जुटाएगी कंपनी–क्या Zomato को मिलेगी टक्कर

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Swiggy’s IPO will come! IPO approved, company will raise $ 1.2 billion – will Zomato get competition?

ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) ने अपने एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) में आईपीओ (IPO) को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा की. कंपनी ने बताया कि उसके आईपीओ को शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिल गई है. कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 1.2 अरब डॉलर जुटाने की है. सबसे पहले मार्च 2022 में खबर आई थी कि स्विगी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है.
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) को जमा की गई रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, स्विगी ने आईपीओ में नए शेयरों को जारी करके 3,750 करोड़ रुपये (लगभग 45 करोड़ डॉलर) और ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए 6,664 करोड़ रुपये (लगभग 80 करोड़ डॉलर) तक जुटाने की योजना बनाई है.

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एंकर निवेशकों से 750 करोड़ रुपये जुटाएगी कंपनी

स्विगी ने अभी तक देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) के पास अपने आईपीओ दस्तावेज जमा नहीं किए हैं. कंपनी प्री-आईपीओ राउंड में एंकर निवेशकों से लगभग 750 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.
श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी बने एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
इसी इजीएम में स्विगी ने श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी को कंपनी का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया. मजेटी को मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप सीईओ के रूप में नामित किया गया था, जबकि रेड्डी को होलटाइम डायरेक्टर और इनोवेशन के प्रमुख के रूप में नामित किया गया था.

अप्रैल-दिसंबर 2023 में 20.7 करोड़ डॉलर का घाटा

स्विगी ने अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान 20.7 करोड़ डॉलर का घाटा दर्ज किया. इसी पीरियड में कंपनी का रेवेन्यू 1.02 अरब डॉलर रहा. वित्त वर्ष 2022-23 में स्विगी का रेवेन्यू 1.05 अरब डॉलर रहा था.

बढ़ी कंपनी की वैल्यूएशन

बता दें कि पिछले हफ्ते ही अमेरिकी फंड मैनेजर और कंपनी में शेयरहोल्डर इन्वेस्को (Invesco) ने IPO की तैयारी कर रही फूड डिलीवरी फर्म स्विगी की वैल्यूएशन लगातार तीसरी बार बढ़ाकर 12.7 अरब डॉलर कर दिया था, जो उससे पिछली फंड रेजिंग के समय के मुकाबले 19 फीसदी ज्यादा था।
बेंगलूरु की स्टार्टअप फर्म ने जनवरी 2022 में इन्वेस्को के नेतृत्व वाले फंडिंग राउंड में 70 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इसके बाद कंपनी की वैल्यू 10.7 अरब डॉलर पहुंच गई और स्विगी डेकाकॉर्न बन गई थी।

किसकी कितनी हिस्सेदारी

ET की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी में 33 फीसदी के साथ सबसे बड़ी हिस्सेदारी डच लिस्टेड कंपनी प्रोसस (Prosus) की है। जिसके बाद सॉफ्ट बैंक (SoftBank) की हिस्सेदारी है।
23 अप्रैल को हुई EGM में कंपनी ने श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी को कंपनी का एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया था। मजेटी को मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप CEO के लिए नॉमिनेट किया गया और रेड्डी को होलटाइम डायरेक्टर और इनोवेशन हेड नियुक्त किया गया। स्विगी में मजेटी की 4 फीसदी और रेड्डी की 1.6 फीसदी हिस्सेदारी है।

ऑनलाइन रिटेल सेगमेंट में एंट्री कर रही कंपनी

फूड एग्रीगेटर कंपनी स्विगी ने 18 अप्रैल को ऑनलाइन रिटेल सेगमेंट में प्रवेश किया था। कंपनी ने उस दौरान कहा कि स्विगी इंस्टामार्ट (Swiggy Instamart) पहले से ही 25 से ज्यादा शहरों में मौजूद है, जिससे स्विगी मॉल आने वाले महीनों में बड़ा हो जाएगा। इसकी शुरुआत बेंगलूरु से होगी।
स्विगी मॉल को सामान की क्विक सप्लाई करने वाले Instamart के साथ जोड़ेगा। ग्राहकों को किराने का सामान के अलावा भी कई ऑप्शन देने के लिए यह पहल की गयी है। स्विगी मॉल फिलहाल बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में संचालित है।

कैसी रही कंपनी की परफॉर्मेंस

पिछले वित्त वर्ष (FY23) में कंपनी का रेवेन्यू 45 फीसदी बढ़कर 8,625 करोड़ रुपये हो गया था। मगर उसका नेट घाटा भी बढ़कर 4,179 करोड़ रुपये तक चला गया था। उससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में कंपनी का राजस्व 5,705 करोड़ रुपये और शुद्ध घाटा 3,629 करोड़ रुपये था।

Zomato को मिलेगी टक्कर

मगर ताजा बदलावों के बाद से स्विगी की वैल्यूएशन उसकी कंपटीटर जोमैटो (Zomato) के नजदीक पहुंच गया है। BSE में लिस्टेड कंपनी जोमैटो का शेयर 25 अप्रैल 0.24 फीसदी की बढ़त के साथ 184.85 रुपये पर पहुंच गया। वहीं 12 अप्रैल को ही जोमैटो के शेयर 199.75 रुपये के साथ ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए थे। कंपनी के शेयर में यह तेजी मुख्य तौर पर उसके क्विक कॉमर्स सेगमेंट में मजबूती की वजह से देखी जा रही है और इस वजह से जोमैटो का बाजार पूंजीकरण (mcap) बढ़कर 20 अरब डॉलर के पार पहुंच गया।

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