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वायुसेना ने संभाला मोर्चा एमआई-17 हेलीकॉप्टर से बरसाया जाएगा पानी, नैनीताल के जंगलों की आग पर काबू पाया भीमताल में बोटिंग रुकी

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Air Force takes charge, water will be rained from MI-17 helicopter, forest fire in Nainital controlled, boating stopped in Bhimtal

उत्तराखंड के नैनीताल के जंगलों में आग धधक रही है. बीते 36 घंटों से लगातार जल रहे जंगल को लेकर प्रशासन आग की रोकथाम में लगा है. अब इसे बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. शनिवार को एयरफोर्स के एम.आई.17 हैलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर जंगलों पर डालना शुरू कर दिया है.
उत्तराखंड के नैनीताल में आग लगने से हड़कंप मचा हुआ है. वन संपदा का लगातार नुकसान हो रहा है. इस समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रशासन के आला अधिकारियों
की लंबी बैठक चली. इसके बाद निर्णय लिया गया कि आग पर हवा से काबू पाने के लिए एयरफोर्स के हैलीकॉप्टर की मदद ली जाए.

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हेलीकॉप्टर ने लिया हनुमान ताल से पानी

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम वायु सेना का एक एम.आई.17 हेलीकॉप्टर नैनीताल पहुंचा. शनिवार सवेरे हवा और पानी की व्यवस्था देखने के बाद लगभग 7 बजे हैलीकॉप्टर ने भीमताल झील से बकेट (बाल्टी) में पानी भरा और मिशन पर निकल गया. जिससे नैनीताल के लड़ियाकांटा के जंगलों में पानी डाला जा रहा है. इसके वीडियो भी सामने आया है.

दमकल और वन विभाग ने लगाया पूरा जोर

गौरतलब है कि नैनीताल से लगे पाइंस, भूमियाधार, मुक्तेश्वर, ज्युलिकोट, भवाली, नारायणनगर, रामगढ़ आदि के जंगल इन दिनों आग बुरी तरह धधक रही है. इस साल बरसात नहीं के बराबर होने के कारण सूखे जंगल जगह-जगह जल रहे हैं. इस पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग और वन विभाग ने पूरा जोर लगा दिया है. अब वायु सेना भी आग बुझाने की कोशिश कर रही है.

रामनगर क्षेत्र में वनाग्नि ने बढ़ाई चिंता

नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में वनाग्नि विकराल होती जा रही है. फतेहपुर रेंज की तलिया बीट क्षेत्र में भीषण आग लगी हुई है. रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया कि नैनीताल से आग स्प्रेड होकर उनके कंपार्टमेंट 2, 3 और 4 तक फैल गई है, जिस पर काबू करने का प्रयास किया जा रहा है.

नैनीताल क्षेत्र के वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त विनय भार्गव के साथ फतेहपुर और

काठगोदाम क्षेत्र के डीएफओ दिगंत नायक ने भी खुद वनकर्मियों के साथ मोर्चा संभाला हुआ है. दिगंत नायक ने बताया कि नैनीताल से नीचे जो काठगोदाम से लगा हुए क्षेत्र है, वहां तक भी आग फैल गई है. हल्द्धानी से लगा काठगोदाम क्षेत्र का तलिया बीट का दस हेक्येयर जंगल इस वक्त आग की चपेट में है.

वनाग्नि की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी

बता दें कि तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को नैनीताल के आसपास के जंगलों में भीषण आग लग गई। गठिया क्षेत्र के जंगलों में लगी आग बढ़ते हुए पाइंस के समीप लड़ियाकाटा स्थित वायु सेवा स्टेशन के समीप तक पहुंच गई। स्थिति बिगड़ती देख वन विभाग के कर्मचारियों के साथ ही सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया। सेवा के जवान कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाते दिखे।

वायु सेवा के हेलीकॉप्टर भी बुलाए

इधर तत्काल वायु सेवा के हेलीकॉप्टर भी बुला लिए गए। आनन फानन में जिला प्रशासन में नैनीताल, भीमताल, सातलाल और नकुचियाताल झील में नौकायन बंद कराकर झील से पानी लेने संबंधित कागजी प्रक्रिया पूरी की। देर शाम को नैनी झील और भीमताल में सेना के हेलीकॉप्टरों ने रेकी की। मगर अंधेरा हो जाने के कारण झील से पानी उठाने में सफल नहीं हो सके।

नौकायन बंद

इधर शनिवार सुबह तड़के दोबारा अभियान शुरू हो गया। पुलिस ने मुनादी करवा कर नौकायन बंद रखा। सुबह करीब 6:30 बजे सेना के हेलीकॉप्टरों ने रेकी भी शुरू कर दी। कई चक्कर लगाने के बाद 7:30 बजे सेना का पहला हेलीकॉप्टर भीमताल झील के ऊपर पहुंचा। जहां से उसने बकेट में पानी भरा और नैनीताल की ओर रवाना हो गया। फिलहाल दो हेलीकॉप्टरों से पानी भरकर जंगलों की आग में पानी छिड़क नियंत्रण का प्रयास किया जा रहा है। सेना का अभियान जारी है।

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