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नीतीश कुमार को लेकर ये क्या बोल गईं राबड़ी देवी,’कपड़ों में झांकने से बेहतर है…’,सीएम नीतीश को पढ़ाया मर्यादा का पाठ

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What did Rabri Devi say about Nitish Kumar, ‘It is better than peeping in clothes…’, taught the lesson of decorum to CM Nitish

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों एक चुनावी रैली में महिलाओं की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि पहले कोई कपडा पहनकर चलता था, अब देखिए कितना बढ़िया लग रहा है। अगर गलती से उन लोगों को वोट दे दीजियेगा तो फिर बर्बाद हो जाइएगा। सीएम नीतीश द्वारा महिलाओं के कपड़ों को लेकर दिए गए बयान पर पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने अब पलटवार किया है।
राबड़ी देवी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि, “बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी निरंतर महिलाओं की अस्मिता और गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक बयान क्यों दे रहे है? नीतीश जी, किसी के कपड़ों में झांकने से बेहतर होता कि आप बिहारवासियों के दुख, तकलीफ और परेशानियों को देखते”।
उन्होंने आगे लिखा कि, “सदन हो, चाहे सड़क हो, चाहे चुनावी मंच हो, मुख्यमंत्री सब काम-धाम छोड़कर महिलाएं क्या करती है? क्यों करती है? क्या खाती है? क्या ओढ़ती पहनती है? बच्चे क्यों पैदा करती है? बस इन्हीं सब फालतू बातों में लगे रहते है”।
पूर्व सीएम ने अंत में लिखा कि, “बताइए, कह रहे हैं कि इनके आने से पहले आपके घर की महिलाएं, बहन-बेटियां कपड़े ही नहीं पहनती थी? मुख्यमंत्री जी, यह क्या कुतर्क गढ़ रहे है? राजनीतिक विरोध करना है तो तर्क और तथ्यों से करिए, न कि जब मर्जी अपनी तंग सोच और जुबान से महिलाओं की अस्मिता को ठेस पहुंचाइयें”।
राबड़ी देवी ने एक 42 सेकेंड का वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें मुख्यमंत्री मंच पर मौजूद महिला नेता की तरफ देखकर कह रहे हैं कि, पहले कुछ मिलता था जी, ठीक से कुछ पहन पाती थीं। इस वीडियो में पीएम मोदी का भी भाषण के कुछ अंश हैं, जिसमें वह विधानसभा में नीतीश कुमार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण पर दिए गए बयान की निंदा कर रहे हैं।

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सदन हो, चाहे सड़को हो…’

उन्होंने कहा कि सदन हो, चाहे सड़क हो, चाहे चुनावी मंच हो मुख्यमंत्री सब काम धाम छोड़कर महिलाएं क्या करती हैं? क्यों करती हैं? क्या खाती हैं? क्या ओढ़ती पहनती हैं? बच्चे क्यों पैदा करती हैं? बस इन्हीं सब फालतू बातों में लगे रहते हैं।

‘आपके घर की महिलाएं…’

उन्होंने कहा कि बताइए कह रहे हैं कि इनके आने से पहले आपके घर की महिलाएं, बहन-बेटियां कपड़े ही नहीं पहनती थी? मुख्यमंत्री जी, यह क्या-क्या कुतर्क गढ़ रहे हैं? राजनीतिक विरोध करना है तो तर्क और तथ्यों से करिए ना की जब मर्जी अपनी तंग सोच और जुबान से महिलाओं की अस्मिता को ठेस पहुंचाएं।
राबड़ी देवी ने कहा कि आप जिम्मेवार पद पर हैं थोड़ा जिम्मेवारी और मर्यादा का ख्याल रखिए।

 

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