Average minimum temperature record broken, ice being sold more expensive than bread and milk
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बुधवार को मई महीने के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अप्रैल के महीने में 5 से 7 और फिर 15 से 30 तारीख के बीच दो दौर में लू चली। औसत अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। महापात्र ने कहा कि पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अप्रैल के महीने में औसत न्यूनतम तापमान 28.12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 1901 से दर्ज किए जा रहे तापमान में यह पहला मौका था कि इन क्षेत्रों में अप्रैल में इतना अधिक न्यूनतम तापमान रहा। उन्होंने यह भी बताया कि 1980 के दशक के बाद से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान आम हो गया है।
इस देश में ब्रेड और दूध से ज्यादा महंगी है बर्फ
हम पश्चिमी अफ्रीका के देश माली की बात कर रहे हैं, इस देश में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो चुका है, ऊपर से अधिक पावरकट से भी लोग परेशान हैं, जिससे उनके घरों के फ्रीज भी काम नहीं कर पा रहे हैं. वहीं जब वो अपने परेशानी को कम करने के लिए बर्फ (आइसक्यूब्स) खरीदने जा रहे हैं तो उसका दाम उन्हें ब्रेड और दूध से ज्यादा चुकाना पड़ रहा है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, माली में एक थैली आईसक्यूब की क़ीमत 300 से 500 फ्रैंक्स सीएफए यानी 40 से 60 भारतीय रुपये है.
यहां बिजली की परेशानी लगभग सालभर पहले शुरू हुई थी. जो भीषण गर्मी में भी जारी है. यहां कभी-कभी तो पूरे दिन बिजली नहीं आती.
इतना रहता है टेम्प्रेचर
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, माली के कुछ हिस्सों में मार्च के महीने से ही तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रात में ये तापमान 46 डिग्री सेल्सियस होता है. इस गर्मी में वहां 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं. जिसका खतरा बच्चों और बुजुर्गों पर ज़्यादा है. साथ ही बीमार होने वाले लोगों की संख्या भी बहुत ज्यादा है.
कम बारिश से बढ़ी गर्मी
अप्रैल में पूर्व, पूर्वोत्तर और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में लंबे समय तक गर्मी और लू चलने की मुख्य वजह गरज के साथ होने वाली बारिश में कमी रही। पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और भारत के निकटवर्ती पूर्वी तटों पर निचले स्तर पर बने चक्रवात रोधी परिस्थितियों की वजह से कम बारिश हुई। इस मौसमी घटना की वजह से समुद्र से आने वाली हवाएं अधिक दिनों तक ओडिशा और बंगाल की तरफ नहीं बहीं।
देशभर में मई में सामान्य बारिश का अनुमान
आईएमडी के मुताबिक, मई के महीने में सामान्य बारिश (दीर्घकालिक औसत के 91-109 फीसदी तक) होने का अनुमान है। उत्तर पश्चिम भारत, मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों, प्रायद्वीपीय और पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। पांच सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर और मध्य भारत में अप्रैल के महीने में नियमित अंतराल पर आंधी-तूफानों के साथ बारिश और ओलावृष्टि होती रही।
ओडिशा, बंगाल में लू के सबसे अधिक दिन…महापात्र ने कहा कि इस अप्रैल में लू के दिनों की संख्या पश्चिम बंगाल के गंगा किनारे वाले क्षेत्रों में 15 साल और ओडिशा में नौ साल में सबसे अधिक थी। 2016 के बाद ओडिशा में पहली बार अप्रैल के महीने में सबसे अधिक 16 दिनों तक लू चली।
सामान्य से ज्यादा रहेगा तापमान
आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अप्रैल में 2023 की तुलना में कहीं अधिक दिन लू चली, जो अब तक का सबसे गर्म साल है।
देश के अधिकतर भागों में मई में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा, लेकिन, पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर इलाकों, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों और पूर्वोत्तर प्रायद्वीपीय भारत के आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान के सामान्य और सामान्य से कम ही रहने की उम्मीद है।
पूर्वोत्तर भारत, उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों, गंगा के मैदानी इलाकों और मध्य क्षेत्र को छोड़कर देश के अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा।
रोहतांग और किन्नौर में बर्फबारी, कुल्लू में बारिश
हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच बुधवार को रोहतांग और किन्नौर में बर्फबारी हुई और कुल्लू में जमकर बारिश हुई। लाहौल-कुल्लू में दिन भर मौसम खराब रहा। बर्फबारी के चलते जलोड़ी दर्रा में वाहनों की आवाजाही ठप रही। राजधानी शिमला समेत अन्य क्षेत्रों में दिन भर धूप खिली रही। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही 4 और 5 मई से पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने पर बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया है।