Decision taken after opposition from brokers, SEBI rejected proposal to increase trading time
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने डेरिवेटिव सेगमेंट में शेयर बाजार में कारोबारी समय के विस्तार के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रस्ताव को वापस कर दिया है. ब्रोकर समुदाय के बीच आम सहमति की कमी के कारण सेबी ने ये फैसला लिया है. सेबी ने एक्सचेंजों की ओर से ट्रेडिंग समय बढ़ाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. शेयर बाजार में कुछ समय से ट्रेडिंग के घंटे बढ़ाने के लिए कुछ वर्ग से मांग की जा रही थी जिस पर अब सेबी ने ये फैसला सुनाया है.
एनएसई ने दायर की थी एप्लीकेशन
एनएसई ने मार्केट रेगुलेटर के पास शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच डेरिवेटिव मार्केट को तीन अतिरिक्त घंटों के लिए खुला रखने के लिए एक एप्लीकेन दायर की थी. ये मांग इसलिए की गई थी जिससे बाजार सहभागियों को शाम के समय ग्लोबल न्यूज फ्लो का आकलन करने और उस पर कार्रवाई करने में मदद मिल सके. हालांकि बढ़ने वाली एक्स्ट्रा कॉस्ट के कारण सभी स्टॉक ब्रोकर इसका समर्थन करने में आगे नहीं आए और इस मांग का सपोर्ट नहीं किया.
फरवरी में भी चर्चा ने पकड़ा था जोर
हालांकि इसी साल फरवरी के महीने में खबर आई थी कि इंडेक्स फ्यूचर्स में ट्रेडिंग समय बढ़ाने के लिए एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंम्बर्स ऑफ इंडिया (ANMI) की ओर से जो प्रयास किए जा रहे थे उनके लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिलने की बात सामने आई है. वहीं इसके बाद चर्चा थी कि ब्रोकर्स इंडस्ट्री स्टैंडर्ड्स फोरम ने इस बारे में मार्केट रेगुलेटर सेबी को औपचारिक लेटर लिखने का फैसला किया है.
आज कैसा है शेयर बाजार का हाल
बाजार की शुरुआत तो तेजी के साथ हुई थी लेकिन दिन के कारोबार के समय सेंसेक्स 248.85 अंक या 0.34 फीसदी की गिरावट के साथ 73,646 तक नीचे आ गया था. इसके अलावा निफ्टी में भी 73.80 अंकों की गिरावट के बाद 22,368 के लेवल पर कारोबार देखा जा रहा है.
पॉजिटिव फीडबैक नहीं मिलने के बाद लिया फैसला
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ आशीषकुमार चौहान ने एक पोस्ट अर्निंग एनालिटिस्ट कॉल के बाद कहा, “फिलहाल, समय बढ़ाने की कोई योजना नहीं है क्योंकि सेबी ने हमारा आवेदन वापस कर दिया है क्योंकि स्टॉक ब्रोकरों ने वह फीडबैक नहीं दिया है जो सेबी चाहता था.”
स्टॉक एक्सचेंजों के पास ट्रेडिंग टाइम बढ़ाने का अधिकार
बता दें कि स्टॉक एक्सचेंजों के पास एफएंडओ सेगमेंट में ट्रेडिंग को रात 11:55 बजे तक और कैश सेगमेंट में शाम 5 बजे तक बढ़ाने की शक्ति है, लेकिन इसके लिए सेबी की मंजूरी की जरूरत होती है. दोनों प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग फिलहाल दोपहर 3:30 बजे खत्म हो रही है.पिछले साल एनएसई ने इंडेक्स फ्यूचर और ऑप्शन (एफएंडओ) में ट्रेड के लिए शाम 6 बजे और रात 9 बजे से एक और शाम का सत्र जोड़ने का प्रस्ताव दिया था.
ANMI से मिल गई थी मंजूरी
इससे पहले फरवरी में,एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) के बोर्ड ने मार्जिन और ट्रेड फाइलों जैसी कुछ ऑपरेशनल परेशानियों को दूर करने के लिए इंडेक्स फ्यूचर्स के लिए ट्रेडिंग टाइम को बढ़ाने की मंजूरी दे दी थी. वहीं, बीएसई ब्रोकर्स फोरम बिजनेस ट्रेडिंग टाइम के लिए आम सहमति बनाने में विफल रहा था.
डेरिवेटिव व्यापारियों ने आशंका व्यक्त की थी कि उनके कामकाज का संतुलन खराब हो सकता है हालांकि कुछ ब्रोकरों ने ट्रेडिंग घंटों को बढ़ाने के लिए खुले तौर पर मंजूरी दे दी थी जबकि अन्य अपने कम बैंडविड्थ को लेकर चिंतित थे. हालांकि लंबे व्यापारिक घंटों का मतलब वॉल्यूम में वृद्धि के कारण एक्सचेंजों के लिए अधिक रेवेन्यू है.