Varanasi News: The girls had gone out of the house on the pretext of watching TV at the neighbour’s house, two real sisters died due to drowning in the pond.
नारायणी विहार कालोनी निवासी संतोष उपाध्याय आटो चलाकर तीनों बेटियों 13 वर्षीय लाडो, 10 वर्षीय लाली और आठ वर्षीय लवली का जीवन यापन करते हैं। संतोष दो वर्ष पूर्व पत्नी की मौत के बाद तीनों बेटियों को अपनी भाभी को देखभाल के लिए सिपुर्द कर दिया था।
गुरुवार को लाडो, लाली और लवली बड़ी मां से पड़ोसी के घर टीवी देखने जाने की बात बताकर दोपहर में एक बजे घर से निकलीं तो तालाब किनारे जा पहुंची। जहां मझली बहन लाली ने स्नान से इंकार कर दी और तालाब किनारे ही बैठी दोनों बहनों का इंतजार करने लगी।
दोनों बहनें देर तक नहीं दिखीं तो लाली भागकर घर पहुंची और बड़ी मां को सच्चाई बताई। बड़े पिता अनिल उपाध्याय चितईपुर थाने पर सूचना देते हुए आस-पड़ोस के लोग संग तालाब किनारे पहुंचे।
गोताखोरों संग पुलिस धमकी तो तालाब से दोनों बहनों के शव बरामद हो पाया। शहर में ही मौजूद संतोष को बेटियों की जानकारी शाम में घर लौटने पर हुई। पार्षद श्याम भूषण शर्मा, गुड्डू पटेल तथा पूर्व प्रधान सलगू पटेल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक, चितईपुर क्षेत्र में कॉलोनी के पास ही एक तालाब है. चितईपुर के रहने वाले टैंपो ड्राइवर संतोष उपाध्याय की तीन बेटियां लाडो (13), लवली (10) और लाली (7) गुरुवार को नहाने गई थीं. तालाब में नहाते समय गहरे पानी जाने की वजह से लडो और लाली की डूबकर मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों के मदद से दोनों शव को बाहर निकाला और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है . की सूचना मिलते ही सैकड़ो की संख्या में लोग तालाब के पास जुट गए और परिवार वालों को हिम्मत देते नजर आए.
प्रत्यक्षदर्शी रमेश ने बताया कि तीनों बच्चियों पहले कपड़ा धुल रही थी और आपस में खेल रही थी. सबसे पहले बड़ी बहन लाडो पानी में गई और उसने दोनों बहन को बुलाया. देखते-देखते वह चीख पुकार करने लगी. जब तक हम लोग पहुंचे तब तक दो बच्चियां डूब गई थीं. वहीं, लवली को तालाब में उतरकर सुरक्षित बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर बच्ची का इलाज चल रहा है. डॉक्टरों का कहना है की हालत स्थिर है.
चितईपुर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही हम मौके पर पहुंचकर गोताखोर को बुलाया गया. इसके बाद दोनों बच्चियों के शवों को तालाब से बाहर निकल गया. शवों को पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.