बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला- कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में संस्थागत प्रसव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के नियमित बैठक में संस्थागत प्रसव के लिये विशेष पहल की जा रही है। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने आंगनबाड़ी केन्द्र में अनुमानित प्रसव दिनांक वाले महिलाओं की सूची चस्पा किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही गर्भवती महिला की पहचान कर नियमित गृह भ्रमण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। और गृह भ्रमण के दौरान परिवार के सदस्यों को अस्पताल में प्रसव कराने की सलाह व उसका लाभ की जानकारी दिया जा रहा है, नौवें माह में कार्यकर्ता के द्वारा दो बार गृह भ्रमण कर प्रसव क्की पूर्ण तैयारी की जानकारी भी लिया जा रहा है। ऐसे सभी स्थानों जो कि स्वास्थ्य केन्द्र से काफी दूर है या जहां पर गाड़ी का जाना संभव नहीं है उन केन्द्र की कार्यकर्ताओं के द्वारा गर्भवती को प्रसव दिनॉक के 15 दिवस पूर्व ही अस्पताल में भर्ती किये जाने हेतु परिवार वालों को समझाइस एवं परामर्श देने के साथ अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गुण्डम आंगनबाडी केन्द्र इन्द्राआवास पडवाल वार्ड क्रमांक 02 आंगनबाडी केन्द्र जुनवानी से डिलवरी केस को भैरमगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं बासागुड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कर संस्थागत प्रसव कराया गया है। गुण्डम से गर्भवती माता करम ललिता पति उईका हुंगा को कार्यकर्ता मीना दुर्गम एवं मितानीन कोकी लती के द्वारा भर्ती कराया गया जहां पर स्वस्थ सुपोषित बच्चे का जन्म हुआ हैं बच्चे का वजन 2.500 किलोग्राम है। आंगनबाडी केन्द्र इन्द्राआवास से गर्भवती महिला सुकाली उरसा पति सोमारू उरसा को कार्यकर्ता निधि कुंवर द्वारा भैरमगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां पर महिला द्वारा स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया गया। बच्चे का वजन 2.300 किलोग्राम है। वर्तमान में बच्चा अंडरवेट है जिसे माता द्वारा फिडिंग में विशेष ध्यान देने हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को समझाइश दिया गया हैं आंगनबाड़ी केन्द्र जुनवानी की कार्यकर्ता सुखदई परबुलिया द्वारा गर्भवती माता तोमडी इचामी पति सोनाराम इचामी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ में भर्ती कराया गया। जहां पर गर्भवती महिला द्वारा स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया गया बच्चे का वजन 3.500 किलोग्राम है। शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लिये नियमित स्वास्थ्य विभाग से अंतरविभागीय बैठक कर समन्वय किया जा रहा है, सेक्टर स्तर पर नियमित बैठक आयेजित कर ऐसे समस्त तीसरी तिमाही वाली महिलाओं का चिन्हांकन कर गृहभेंट कर उनको व उनके परिवार के सदस्यों को परामर्श दिया जा रहा है। जागरूकता का दिख रहा है सकारात्मक परिणाम, आंगनबाडी केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं का अनुमानित प्रसव दिनांक का प्रदर्शन, नियमित रूप से किया जा रहा है गृहभ्रमण सास एवं पति से किया जा रहा है नियमित परामर्श ।