मल्हार के समीप स्थित ग्राम ओखर जिसे आध्यात्मिक के ग्राम के रुप में जाना जाता है वहाँ छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के उपलक्ष में सर्वहतार्थ श्रीमदभगवद्गीता का आयोजन किया गया है आचार्य पंडित हेमंत पाण्डेय जी वृंदावन धाम (मथुरा)द्वारा व्यास मंच से ग्रामवासियों/क्षेत्रवासियों को श्रीमदभगवद्गीता का श्रवण करा रहे हैं। श्री पाण्डेय जी के सरल, लोक कल्याणकारी मधुर वाणी को श्रवण हेतु ओखर सहित आसपास के श्रद्धालु पहुँच कर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहें हैं। महारास, रुखमणी-श्रीकृष्ण विवाह, रुखमणी जी की विदाई के मार्मिक प्रसंगों को संगीत, झांकी के माध्यम से सजीव बना दिया। उद्धव प्रसंग में ज्ञान के अभिमान को अनुराग की जीत, भगवान श्री कृष्ण से गोपियों का विक्षोह प्रसंग ने समस्त श्रोताओं को रोने पर मजबूर कर दिया ।अमर्यादित वस्त्र पहनने से अपराध में वृद्धि को बताते हुए लोगों से आग्रह किया इसे हमारी संस्कृति के रक्षार्थ रोकना होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समिति के सदस्य श्री हरप्रसाद पाण्डेय, मनहरण लाल कौशिक, काशीराम रजक, बेदप्रसाद साहू, मन्नूयादव, रामायण प्रसाद साहू, महेतरु साहू, संतोष कुमार साहू, कमलेश्वर साहू, देवचरण यादव, विजयकुमार रजक, श्रवण कुमार केवट,नारद चौहान, देवेन्दकुमार साहू लक्ष्मीप्रसाद यादव सहित सभी ग्रामवासी लगे हैं। सुदामा चरित्र, सुकदेव जी की विदाई के साथ आज कथा का विश्राम ।कल तुलसी वर्षा, पुर्णाहुति,सहत्रधारा सम्पन्न होगा।