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ICU में ही खुद को गोली मार दे दी जान पत्नी की कैंसर से मौत के बाद IPS ऑफिसर ने

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After his wife’s death from cancer, the IPS officer shot himself in the ICU and committed suicide

गुवाहाटी: असम के होम सेक्रेटरी शिलादित्य चेतिया को पत्नी की मौत का सदमा ऐसा लगा, उन्होंने खुद की भी जान ले ली. जी हां, असम के होम एंड पॉलिटिकल सेक्रेटरी शिलादित्य चेतिया ने मंगलवार को गुवाहाटी के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के आईसीयू में पत्नी के शव के सामने ही अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. उन्होंने अपनी पत्नी की मौत के कुछ मिनटों बाद ही अपनी जान दे दी. उसी अस्पताल में कुछ देर पहले उनकी पत्नी की मौत कैंसर से हो गई थी. असम के होम सेक्रेटरी शिलादित्य चेतिया राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित आईपीएस अधिकारी थे. उनकी उम्र 44 साल थी.

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पुलिस के मुताबिक, 2009 बैच के आईपीएस अफसर शिलादित्य चेतिया ने आईसीयू के अंदर अपनी सरकारी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. यहीं पर कुछ मिनट पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. राज्य के गृह सचिव के रूप में तैनाती से पहले चेतिया तिनसुकिया और सोनितपुर जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और असम पुलिस की चौथी बटालियन के कमांडेंट के रूप में कार्य कर चुके थे. चेतिया की पत्नी कैंसर से लंबे समय से पीड़ित थीं और पिछले कुछ महीनों से अस्पताल में भर्ती थीं.

पत्नी की मौत का लगा सदमा

शिलादित्य चेतिया की पत्नी अगमोनी बोरबरुआ की उम्र 40 थी. नेमकेयर अस्पताल में शाम 4.25 बजे उनकी मौत हो गई. 10 मिनट बाद ही आईपीएस अधिकारी चेतिया ने भी दुनिया छोड़ दी. पत्नी की मौत के बाद पहले वह आईसीयू केबिन में गए और मेडिकल स्टाफ से गुहार लगाई कि वे अपनी पत्नी के शव के पास प्रार्थना करना चाहते हैं, इसलिए उन्हें कुछ देर के लिए अकेला छोड़ दिया जाए. इसके बाद उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से जान दे दी. गोलियों की आवाज से अस्पताल में हड़कंप मच गया.

पत्नी के शव के सामने दी जान

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, नेमकेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश बरुआ ने बताया, ‘गोली की आवाज सुनती है हम दौड़े और उन्हें अपनी पत्नी के शव के पास लेटे हुए पाया. हमने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके. उन्होंने खुद को गोली मार ली थी. अगमोनी का करीब दो महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था. तीन दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई. हमने चेतिया को उनकी हालत के बारे में बताया और उन्होंने हमारी बात समझ ली थी.’ बताया जा रहा है कि 12 मई, 2013 को उनकी शादी हुई थी और इस जोड़े का कोई बच्चा नहीं था.

राष्ट्रपति से मिल चुका था सम्मान

असम के डीजीपी जीपी सिंह ने चेतिया की मौत की पुष्टि की. उन्होंने इस घटना पर दुख जताया. चेतिया तिनसुकिया, नलबाड़ी, कोकराझार और बारपेटा जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे थे. उनके पिता भी पुलिस अधिकारी थे. अपनी वीरता और साहस के लिए जाने जाने वाले चेतिया ने आपराधिक और आतंकी संगठनों के खिलाफ कई अभियानों का नेतृत्व किया था. इसके लिए ही उन्हें साल 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक मिला था.

आईसीयू कैबिन में खुद को मारी गोली

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चेतिया की पत्नी अगामोनी बोरबरुआ (40) की मौत नेमकेयर अस्पताल में दोपहर को 4 बजकर 25 मिनट पर हुई थी. इसके 10 मिनट बाद चैतिया मेडिकल स्टाफ से थोड़ी प्राइवेसी की मांग करते हुए और ये बोलते हुए कि वो अपनी पत्नी के शव के पास बैठ कर उनके लिए प्रार्थना करना चाहते हैं उनके आईसीयू कैबिन में गए थे. इसके बाद मेडिकल स्टाफ वहां से बाहर चला गया और कुछ ही पल में सबको गोली चलने की आवाज सुनाई दी.

मैनेजिंग डायरेक्टर ने कही ये बात

नेमकेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश बारुआ ने कहा, “हम जल्दी से आईसीयू कैबिन में भागे और हमने देखा कि वो अपनी पत्नी के शव के साथ लेटे हुए हैं और हमने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन हम उन्हें नहीं बचा पाए. उन्होंने खुद को गोली मार ली थी.”

कपल ने 2013 में की थी शादी

हितेश ने कहा अगामोनी का पिछले दो महीनों से अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्होंने कहा, “तीन दिन पहले उनकी स्थिति बहुत बिगड़ गई थी. हमने उनकी इस स्थिति के बारे में चैतिया को समझा दिया था और वह समझ भी गए थे.” कपल ने 12 मई 2013 को शादी की थी और दोनों का कोई बच्चा नहीं था.

राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त ने कही ये बात

असम के गृह एवं राजनीतिक सचिव शिलादित्य चेतिया, जिन्होंने अस्पताल में अपनी पत्नी के निधन के कुछ ही मिनटों बाद खुद को गोली मार ली थी, ने हाल ही में अपने जीवन में कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का सामना किया है, जिसमें उनकी पत्नी की मृत्यु संभवतः सबसे निर्दयी आघात था, ऐसा असम पुलिस के पूर्व डीजीपी भास्करज्योति महंत ने कहा है, जो अब राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त हैं.

चेतिया को अपना छोटा भाई मानते थे महंत

महंत ने कहा, “वो मेरे छोटे भाई जैसे थे”, जो इस हादसे की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुंचे. उन्होंने कहा, “उनकी जिंदगी में बहुत परेशानियां रही हैं… उन्होंने कुछ समय पहले ही अपनी मां और सासू मां को खो दिया था. वो अपनी पत्नी का ध्यान रख रहे थे और उनके इलाज के लिए चेन्नई में थे. मैं उनके संपर्क में था लेकिन मुझे इस बात का कोई अंदेशा नहीं था कि वो इस तरह का कदम उठा लेंगे.”

डीजीपी जीपी सिंह ने एक्स पर दी इस घटना की जानकारी

डीजीपी जीपी सिंह ने चेतिया की मौत की जानकारी एक्स पर एक पोस्ट करते हुए दी. उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में शिलादित्य चेतिया, आईपीएस 2009 बैच गृह एवं राजनीतिक सचिव ने इस शाम को अपनी पत्नी की जो कैंसर से लड़ रही थीं कि मृत्यु की जानकारी मिलने के कुछ मिनट बाद अपनी जान ले ली. पूरा असम पुलिस परिवार इस समय शोक में है.” चेतिया, जिनके पिता भी पुलिस अफसर थे ने तिनसुकिया, नलबाड़ी, कोकराझार और बारपेटा में पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्य किया है.

 

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