Prayagraj News: There was panic among the people of Atiq gang, bulldozer ran on the house of Mafia Ashraf’s wife Zainab,
माफिया अशरफ की जैनब फातिमा के मकान बुलडोजर चलने लगा है। पुरामुफ्ती के सल्लाहपुर स्थित वक्फ बोर्ड की जमीन पर बिना नक्शा पास करके दो मंजिला मकान बनवाया गया था, जिसे ढहाने की कार्रवाई शुरू हो गई है।
पीडीए, पुलिस और प्रशासन संयुक्त रूप से ध्वस्तीकरण कर रहा है। बता दें कि उमेशपाल और दो गनर की हत्या में 25 हजार की इनामी जैनब फातिमा वांछित चल रही है। इस कार्रवाई से अतीक गैंग के लोगों में खलबली मची हुई है।
बता दें कि माफिया अतीक की करीब दो से तीन करोड़ की बेनामी संपत्ति जल्द ही कुर्क होगी। डीसीपी नगर की ओर से गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत प्रापर्टी को कुर्क करने के संबंध में न्यायालय को रिपोर्ट भेजी गई है। इस क्रम में आज कार्रवाई हुई है।
अतीक और अशरफ अपने गुर्गों के जरिए लोगों से जबरदस्ती या अपहरण कर जमीन फ्री में लिखवा लेते थे। पुलिस इन बेनामी संपत्तियों की तलाश कर उजागर कर रही है।
कुछ माह पहले नवाबगंज निवासी श्यामजी ने अतरसुइया थाने में जीटीबी नगर करेली निवासी जावेद खान, उसके भाई कामरान अहमद व फराज अहमद खान, शुक्लाजी व कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया गया कि श्यामजी करीब 15 साल पहले सरदार हाउस जीटीबी नगर करेली निवासी जावेद व कामरान के घर पर साफ-सफाई का काम करता था। तभी उसके नाम पर जमीन नैनी में खरीदी गई थी।
जावेद समेत अन्य लोग खुद को माफिया अतीक व अशरफ का खास आदमी बताते रहे। कुछ साल बाद जावेद सहित अन्य लोग उसे डराने-धमकाने लगे और फिर उसके नाम पर विभिन्न स्थानों पर जमीन की रजिस्ट्री करवाई। अनुसूचित जाति का और निरक्षर होने के कारण उसका अपहरण कर लिया।
इसके बाद रानीमंडी चौकी के पास स्थित होटल प्रीमियम इन में बंद रखते थे। वहीं से अगवा करके गाड़ी में ले जाते और श्यामजी सरोज से बेनामी संपत्ति से संबंधित कागजात पर हस्ताक्षर कराकर रजिस्ट्री करवाते। लोग डर से कुछ नहीं बोलते थे।
योगी सरकार पर जैनब ने लगाए थे आरोप
बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात करने और मीडिया के सामने बचाव में बयान देने के बाद जब पुलिस ने जैनब की तलाश शुरू की तो वह फरार हो गई। उमेश पाल हत्याकांड के साथ ही पुलिस ने पूरामुफ्ती थाने में वक्फ की जमीन कब्जाने बेचने के मामले में भी जैनब फातिमा को आरोपी बनाया है। इस मामले में भी पुलिस जैनब फातिमा को खोज रही है, लेकिन नवंबर में जो कुर्की की कार्यवाही हुई थी वो सिर्फ उमेश पाल हत्याकांड मामले में हुई थी। उमेश पाल हत्याकांड में जब पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ के ऊपर शिकंजा कसा तो जैनब फातिमा खुलकर सामने आ गई थी। जैनब फातिमा ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया और योगी सरकार के दो बड़े नेताओं पर अतीक़ अहमद से पैसा लेने और वापस न देने का भी आरोप लगाया था।
पैतृक घर ढहाए जाने के बाद से इसी मकान को बनाया ठिकाना
वक्फ की जमीन पर बना जो मकान रविवार को कुर्क किया गया, उसे जैनब ने काफी समय पहले से ही ठिकाना बनाया हुआ था। इस मकान में उमेश पाल हत्याकांड के कुछ दिनों बाद तक जैनब रही। मुकदमे में नाम आने के बाद वह घर छोड़कर फरार हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 2020 में अतीक-अशरफ का चकिया स्थित पैतृक मकान ढहाए जाने के बाद जैनब काफी दिनाें तक हटवा गांव स्थित अपने मायके में रही थी।
उसके हटवा गांव में रहने के दौरान कई बार पुलिस ने फरार चल रहे अशरफ की तलाश में वहां दबिश दी। सितंबर 2020 में विकास प्राधिकरण ने उसके भाई जैद मास्टर के हटवा स्थित मकान को भी ढहा दिया। 600 वर्ग गज जमीन में बने इस आलीशान मकान पर बुलडोजर चलवा दिया गया। इसके बाद जैनब रिश्तेदारों व करीबियों के घर में रही। एक साल पहले उसने पूरामुफ्ती के अकबरपुर, सल्लाहपुर स्थित वक्फ संपत्ति पर बने एक मकान को अपना ठिकाना बना लिया था।
वक्फ संपत्ति कब्जाने, बेचने में भी है नामजद
जैनब वक्फ की 50 करोड़ की संपत्ति कब्जाने व बेचने में भी अपने दो भाइयों व चार अन्य संग नामजद है। इनमें वक्फ संपत्ति का मुतवल्ली असियम व उसकी बीवी जिन्नत भी शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुतवल्ली ने ही जैद मास्टर के कहने पर जैनब को यह मकान रहने के लिए दिलवाया था। मुतवल्ली जैद मास्टर का बेहद करीबी है। जैद व उसके भाई सद्दाम की मदद से ही उसने वक्फ की संपत्ति पर अवैध कब्जा कर इसे बेचा था। जैद मास्टर जैनब के सात भाइयाें में से सबसे बड़ा है और कौशाम्बी स्थित इंटर कॉलेज में प्रवक्ता है। उसके दो भाई कमर व फैजी सऊदी अरब में रहते हैं। जैनब उर्फ रूबी उसकी पांच बहनों में से तीसरे नंबर की है।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा कर्मियों की दिनदहाड़े गोली मारकर 24 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। जिसमें माफिया अतीक अहमद का बेटा असद के साथ ही गुड्डू मुस्लिम, गुलाम हसन, साबिर और अरमान भी नजर आए थे। असद और गुलाम हसन को पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया था। गुड्डू मुस्लिम, अरमान और अरमान फरार चल रहे हैं। तीनों के ऊपर पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।
अतीक और अशरफ की हो चुकी है हत्या
अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल, 2023 को मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय काल्विन अस्पताल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दरअसल रात में अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे।
तभी मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी थी। इस दौरान हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की थी। गोली लगते ही अतीक और उसका भाई अशरफ जमीन पर गिर पड़े थे और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीनों हमलावरों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था।