Home Blog चीन में अपहरण के बाद हत्या, ,जालौर के युवक 1 करोड़ की...

चीन में अपहरण के बाद हत्या, ,जालौर के युवक 1 करोड़ की मांगी फिरौती, फिर कर दिया मर्डर… मुंबई से है कनेक्शन

0

Murder after kidnapping in China, youth from Jalore demanded ransom of 1 crore, then murdered… has connection with Mumbai

जालोर. राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल निवासी एक बिजनेसमैन का चीन में अपहरण कर लिया. किडनैपर्स ने उसे छोड़ने की एवज में 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. फिरौती की रकम नहीं मिलने पर उसकी हत्या कर दी गई. चीन में हत्या का शिकार का हुआ यह बिजनेसमैन मुंबई में मोबाइल का कारोबार करता था. वह बिजनेस के सिलसिले में चीन आता-जाता रहता था. अब परिजन उसके शव को भारत लाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. इसके लिए वे जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी से संपर्क साधकर विदेश मंत्रालय के माध्यम से कानूनी प्रक्रिया में जुटे हुए हैं.
जानकारी के अनुसार कारोबारी की हत्या की यह वारदात आठ दिन पहले हुई थी. हत्या का शिकार हुआ कारोबारी सतीश कुमार (26) मुंबई में मोबाइल का कारोबार करता था. वह दो साल से मोबाइल के कारोबार से जुड़ा हुआ था. उसका परिवार भीनमाल में भागलभीम मार्ग पर स्थित कृषि फार्म में रहता है. सतीश कुमार चीन से सामान खरीदकर मुंबई में होलसेल में दुकानदारों को बेचता था. इसके लिए उसका महीने या दो महीने चीन आना जाना लगा रहता था. वह जून के महीने में भी चीन गया था. वहां बीते 21 जून को उसका अपहरण कर लिया गया.

Ro No - 13028/44

सतीश के परिजनों के मुताबिक किडनैपर्स ने उससे 1 करोड़ रुपये की फिरौती डिमांड की. 24 जून तक सतीश कुमार का मोबाइल चालू था. वह परिजनों को खुद के अपहरण और अपहरणकर्ताओं की मांग के बारे में बता रहा था. फिरौती की रकम मुंबई के एक व्यापारी को तक पहुंचाने के लिए कहा गया था. उसके बाद वह बंद हो गया. 24 जून को उसके भाई के मोबाइल पर सूचना दी गई की सतीश कुमार नाम के शख्स की चीन के ग्वांगजो सिटी में डेड बॉडी मिली है. यह सुनकर सतीश के परिवार में कोहराम मच गया. सतीश कुमार के तीन रिश्तेदार चीन जाने के दिल्ली पहुंच गए. वहां उन्होंने सांसद लुंबाराम चौधरी से उनके आवास पर मुलाकात कर घटना के बारे में बताया.

मदद के लिए सांसद ने बढ़ाया हाथ

अब परिवार वाले सतीश के शव को भारत लाना चाहते हैं. मगर वीजा संबंधी दिक्कतों के चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में जालोर सांसद लुंबाराम इस परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं. उन्होंने 26 जून को विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर परिवार को वीजा दिलाने और सतीश के शव को इंडिया लाने के लिए मदद मांगी है. आज सांसद परिवाजनों को लेकर केंद्रीय मंत्री से मुलाकात भी करने वाले हैं. इसके साथ ही उन्होंने भारत में चीन के दूतावास से संपर्क करके सतीश का शव जल्दी भारत लाने और परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है.

चीन से सामान लाकर बेचता था सतीश

परिजनों ने बताया कि घर के आर्थिक हालात ठीक करने के लिए सतीश पहले मुंबई में काम करता था. वहीं पर एक दोस्त ने उसे चीन से मोबाइल के पार्ट्स लाकर इंडिया में बेचने का आइडिया दिया. इस काम में अच्छा मुनाफा था, इसीलिए सतीश मान गया और वो दो साल पहले चीन के गुआंगजो शहर पहुंच गया. वहां से उसने हर महीने कम से कम एक बार मोबाइल के पार्ट्स इंडिया लाकर बेचना शुरू कर दिया. इस दौरान वो 15 से 20 दिन चीन में रुकता भी था. सबकुछ ठीक चल रहा था. मगर, 21 जून को रात करीब 11 बजे सतीश के फोन से किडनैपर्स ने उसके सूरत में रहने वाले दोस्त कल्पेश कुमार प्रजापत को वॉट्सऐप कॉल किया. किडनैपर ने कल्पेश से बताया कि उन्होंने सतीश को किडनैप कर लिया है. अगर उसे जिंदा देखना चाहते हो तो 1 करोड़ रुपए देने होंगे. इसके बाद कल्पेश ने सतीश के भाई हितेश को फोन करके पूरी बात बताई.

मुंबई के व्यापारी का दिया पता

22 जून तक सतीश के पिता नरसाराम पैसों की व्यवस्था नहीं कर पाए. किडनैपर्स ने सतीश के फोन से नरसाराम को 22 जून को फिर फोन किया. सतीश के पिता ने बताया कि 1 करोड़ रुपए की व्यवस्था करने में थोड़ा समय लगेगा. इस पर किडनैपर्स ने कहा कि पैसों की व्यवस्था जल्दी नहीं की तो वो सतीश को जान से मार देंगे. किडनैपर ने हवाला के जरिए मुंबई पैसे भेजने के लिए कहा. 24 जून को किडनैपर ने सतीश के भाई को कहा कि सतीश को जिंदा देखना चाहते हो तो पैसे हवाला के जरिए देने होंगे. किडनैपर ने बताया कि मुंबई में पारस चौधरी नाम का व्यापारी है, जिसकी वीजे गोल्ड बंशी पावर चामुण्डा मोबाइल नाम से फर्म है, पैसे उसे देने हैं. इस पर सतीश के पिता ने अपने रिश्तेदार को पैसे लेकर मुंबई भेज दिया. रिश्तेदार ने पारस चौधरी को 50 से 60 लाख रुपए लेकर सतीश को छोड़ने की बात कही.

नए बिजनेस पार्टनर पर शक

सतीश के चाचा मोहनलाल ने बताया कि सतीश का मोबाइल पार्ट्स का बिजनेस काफी अच्छा चल रहा था. पहले वो चीन के गुआंगजो शहर में वाइजन नाम के व्यापारी के साथ बिजनेस कर रहा था. वाइजन ने ही बिजनेस के लिए उसे इंडिया से चीन बुलाया था. कुछ समय पहले उसने वाइजन के साथ काम करना छोड़कर केविन नाम के व्यक्ति के साथ काम करना शुरू किया. कुछ समय बाद नए बिजनेस पार्टनर केविन से सतीश का विवाद हो गया. सतीश के परिजनों को संदेह है कि उसकी हत्या के पीछे नए बिजनेस पार्टनर ही है. घर वालों का कहना है कि केविन ने पैसों के लालच में सतीश को किडनैप करवाया और बाद में पैसे नहीं मिलने पर उसकी हत्या करवा दी.

परिजनों ने जाहिर की ये बड़ी आशंका

सांसद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीनों रिश्तेदारों को चीन का वीजा आवेदन करवाकर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क साधा. विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र मेल कर चीन जाने का वीजा और बॉडी भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया में सहयोग करने की अपील की है. सतीश के परिजन मोहनलाल माली ने बताया कि सतीश कुमार के अपहरण और हत्या में चीन के साथ साथ कुछ भारतीय लोगों की मिलीभगत की आशंका है. घटना की सूचना के बाद सतीश के घर में मातम छाया हुआ है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here