Satta King and India: Raipur Police arrested 4 people from Pune who were running cricket betting in Mahadev Satta app, this is how they were running online betting game in CG
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी पुलिस ने महादेव बुक पर ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले चार आरोपियों को पकड़ा है। आरोपी पुणे में आराम से बैठकर महादेव रेड्डी बैट बुक-23 पर क्रिकेट सट्टा खिला रहे थे। इतना ही नहीं आरोपियों द्वारा सट्टे के लेनदेन के लिए दूसरों के खातों का उपयोग कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 22 नग मोबाइल, 3 लैपटाॅप, 2 वाईफाई, 12 पासबुक, 24 चेकबुक, 72 एटीएम और सटटे का हिसाब किताब जब्त किया गया है।
जानिए क्या थी शिकायत
दरअसल, शिकायतकर्ता दशरथ निषाद ने थाना मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह फुल चौक,मौदहापारा रायपुर में रहता है और गैलेक्सी इन्टरनेशनल इन्टरप्राईजेस प्रा.लि. में कार्य करता है। बीते दिनों प्रार्थी का साथी बढ़ईपारा निवासी मोहित विश्वकर्मा उसके पास आया और बोला कि उसे अर्जेंट में एक बैंक खाता खुलवान है। आरोपी के झांसे में आकर दशरथ ने अपनी आईडी (आधार कार्ड और जरुरी दस्तावेज) दे दिया। मोहित ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खाता खुलवाकर प्रार्थी के आधार कार्ड से 1 एयरटेल का सिम खरीद कर बैंक खाते में रजिस्टर्ड करवाया। जिसके बाद बैंक खाते का पासबुक, चेकबुक एवं एटीएम कार्ड अपने पास रख लिया।
दूसरों के बैंक खातों में करते थे सट्टे की राशि का लेनदेन
30 अप्रैल 2024 को मोहित विश्वकर्मा ने दशरथ को फोन कर बोला कि उक्त बैंक खाता फंस गया है उसे बंद कराना है। दशरथ को दोस्त की बातों पर संदेह हुआ और बैंक जाकर खाते से संबंधित जानकारी मांगी। तब पता चला कि मोहित विश्वकर्मा द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी की गई है, उसके बैंक खाता एवं मोबाइल नम्बर का प्रयोग महादेव सट्टा संचालन के लेन-देन में किया गया। इस बात कि जानकारी मिलते ही दशरथ ने इसकी शिकायत थाना मौदहापारा में अपराध क्र 193/24 धारा 318(4), 61(2) बी.एन.एस तथा छ.ग. जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 07 के तहत पंजीबद्ध कराया।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए SSP संतोष सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। थाना मौदहापारा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा प्रकरण में पूर्व में भी पुणे महाराष्ट्र स्थित सांगरिया फेस-03 मेगा पोलिस हिंजेवाडी के एक फ्लैट में रेड कार्रवाई कर 5 सटोरियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सटोरियों सेे पूछताछ एवं ऑर्गनाईजेशनल इनपुट में पाया गया कि उनके कुछ अन्य साथी भी पुणे महाराष्ट्र में बैठकर महादेव एप पैनल के माध्यम से सट्टा संचालित कर रहे है। इस जानकारी के बाद पहले से महाराष्ट्र में मौजूद एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम को पुणे में उपस्थित सटोरियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। टीम के सदस्यों द्वारा सटोरियों की जानकारी जुटाकर महालुंगे बानेर रोड स्थित इकोलाख सोसाइटी ब्लॉक 4बी के एक फ्लैट में लोकेट किया गया। टीम ने फ्लैट में रेड कार्रवाई कर 4 सटोरिये को पकड़ा। पकड़े गए आरोपी लैपटॉप व मोबाइल फोन के माध्यम से सेटअप तैयार कर ऑनलाईन सट्टा संचालित कर रहे थे।
23 आईडी पैनल में चल रहा था सट्टा
सटोरियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि क्रिकेट मैच के दौरान महादेव सट्टा एप के बैट बुक पैनल नं. 23 आईडी पैनल के माध्यम से ऑन लाईन सट्टा का संचालन कर रहे थे। पुलिस ने 4 सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 22 नग मोबाइल, 3 नग लैपटॉप, 2 नग वाई-फाई, 12 नग पासबुक, 24 नग चेकबुक, 72 नग एटीएम कार्ड और सट्टा के पैसों का हिसाब जब्त किया गया।
जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपियों द्वारा लगभग 200 बैंक खाताओं में लेन-देन करने संबंधी जानकारी मिली है। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी फरार है जिनकी गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
ऐसे चल रहा था पैसों का लेन-देन
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि फूल चौक निवासी दशरथ निषाद से बढ़ईपारा निवासी मोहित विश्वकर्मा ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र में बैंक खाता खुलवाया। उस बैंक खाते के लिए दिए गए दस्तावेजों के आधार पर एक मोबाइल नंबर ले लिया। बैंक खाते का पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड अपने पास रख लिया। इसके बाद उस खाते का इस्तेमाल महादेव सट्टा ऐप के पैसों के लेन-देन के लिए करता था।
इसकी शिकायत उसने मौदहापारा थाने में की। जांच के दौरान आरोपियों द्वारा पुणे के सांगरिया फेस-03 के एक फ्लैट में सट्टा चलाने का पता चला। पुलिस की टीम ने फ्लैट में छापा मारा। मौके से अतुल भगवान पराते के अलावा भिलाई के विक्रांत रंगारे, अंशुल रेड्डी, देवेंद्र कुमार विशाल उर्फ टिंकू और कुशल ठाकुर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी महादेव बुक ऐप और रेड्डी अन्ना का पैनल 15 चला रहे थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ अपराध दर्ज किया। उन्हें रायपुर लाया गया।
बैंक खाते और मोबाइल बरामद
आरोपियों के पास से 47 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 2 राउटर, 2 लैपटॉप चार्जर, 3 रजिस्टर, 20 पासबुक, 35 चेकबुक, 7 ऑनलाइन बैंकिंग किट तथा 56 एटीएम कार्ड बरामद हुआ है। जब्त सामान (Mahadev Satta) की कीमत 12 लाख 50 हजार रुपए बताई गई है।
फरार है खाता खुलवाने वाला
सट्टे के पैसे के लिए बैंक खाता खुलवाने वाला मोहित विश्वकर्मा फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। मौके पर मिले एटीएम कार्ड और बैंक खातों की पुलिस जांच कर रही है। सभी बैंक खाते प्राइवेट बैंकों के हैं।
Mahadev Satta: सरगना की सुध नहीं
महादेव बुक ऐप और रेड्डी अन्ना के संचालक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपियों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा कई राज्यों में लाखों रुपए में पैनल बेचकर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चलवा रहे हैं, लेकिन पुलिस इन्हें पकड़ नहीं पाई है।
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के पुणे में आरोपी महादेव बैट बुक-23 पैनल आईडी लेकर क्रिकेट मैच के सट्टे का संचालन करते थे. पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने मोबाइल फोन, लैपटॉप, वाई-फाई, पासबुक, चेक बुक जब्त किया है. जब्त सामान की कीमत लगभग 5 लाख रुपए बताई जा रही है. मौदहापारा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318 (4) 61(2) बीएनएस और छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की है.
पीड़ित दशरथ निषाद ने मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह फूल चौक रायपुर में रहता है. गैलेक्सी इंटरनेशनल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड में काम करता है. पीड़ित का साथी मोहित विश्वकर्मा ने पीड़ित के पास आकर कहा कि उसे एक बैंक खाते की आवश्यकता है. इसके बाद पीड़ित ने बैंक आफ महाराष्ट्र में अपना बैंक खाता खुलवा लिया. पीड़ित के साथी मोहित विश्वकर्मा ने उस बैंक खाते में पीड़ित के आधार कार्ड से एक एयरटेल सिम खरीदकर बैंक में रजिस्टर्ड करा दिया. 30 अप्रैल 2024 को मोहित विश्वकर्मा ने पीड़ित को बताया कि बैंक खाता फंस गया है. उसे बंद करना है. इसके बाद पीड़ित को लगा कि वह धोखाधड़ी का शिकार हुआ है. तब उसने मौदहापारा थाने में एफआईआर दर्ज कराया. -संजय सिंह, क्राइम डीएसपी
गिरफ्तार आरोपी
01. तुषार शिवनकर पिता अशोक शिवनकर उम्र 24 साल निवासी जगमल चौक के पास टिकरापारा थाना तोरवा जिला बिलासपुर।
02. करण सिंह पिता त्रिलोकी नाथ सिंह उम्र 26 साल निवासी एच.एस.सी.एल. कालोनी रूआबांधा थाना कोतवाली भिलाई जिला दुर्ग।
03. शुभम सिंह पिता हरिकिशोर सिंह उम्र 24 साल निवासी एच.एस.सी.एल. कालोनी रूआबांधा थाना कोतवाली भिलाई जिला दुर्ग।
04. कमल चक्रधारी पिता तिहारू राम चक्रधारी उम्र 22 साल निवासी मां भवानी चौक घासीदास नगर थाना जामुल भिलाई जिला दुर्ग।