Home Blog IAS Vijay Dayaram: ‘तू ही रे, तेरे बिना कैसे ज़ियूं’, गाकर...

IAS Vijay Dayaram: ‘तू ही रे, तेरे बिना कैसे ज़ियूं’, गाकर शमां बांध दिया, बस्तर कलेक्टर दयाराम ने, आप भी देखिये

0

IAS Vijay Dayaram: ‘You are the only one, how can I live without you’, Bastar collector Dayaram enthralled the audience by singing this song, you should also watch it

रायपुर/जगदलपुर। इन दिनों छत्तीसगढ़ के जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वो अपनी सुरीली आवाज में हिंदी गाने को तामिल में गाते हुये दिख रहे हैं। वीडियो में उनकों गाते देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है।

Ro No- 13047/52

दरअसल, इन दिनों जगदलपुर कलेक्टर अपनी मधुर आवाज की वजह से काफी चर्चाओें में हैं। आईएएस विजय दजयाराम के. हिंदी में सुपरहिट रहे गीत तू ही रे, को तामिल में गा रहे हैं। उनकी आवाज इस गाने में इतनी फिट बैठ रही है कि तामिल में होते हुये भी हर कोई गाने को बार-बार सुन रहा है। आप भी सुने उनके द्वारा गया गया ये गीत…
बता दें कि विजय दयाराम छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के आईएएस हैं। मूलतः कर्नाटक के रहने वाले विजय दयाराम एक किसान के बेटे है। काफी गरीबी व संघर्षों में अपना बचपन काट कर पढ़ाई करते हुए विजय दयाराम ने माता-पिता के संघर्षों की बदौलत यूपीएससी क्रैक की है।

जानिए उनके बारे में

विजय दयाराम छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के आईएएस है। वे मूलतः कर्नाटक के रहने वाले हैं। काफी ग़रीबी में संघर्ष करते हुए विजय दयाराम ने अपनी स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई पूरी की है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर विजय दयाराम ने यूपीएससी की तैयारी की और अपने दूसरे प्रयास में आईएएस के लिए चुने गए।

विजय दयाराम का जन्म 8 नवंबर 1987 को हुआ है। उनके पिता का नाम दयाराम व माता का नाम इंदिरा है। विजय दयाराम 2015 बैच के आईएएस है। वे कर्नाटक राज्य के बैंगलुरु ग्रामीण जिले के डोंडाबलरामपुर गांव के रहने वाले है। उनके पिता किसान है व माता गृहणी हैं। विजय दयाराम का एक छोटा भाई है जो बी. कॉम कर खेती में पिता का हाथ बंटाता है। विजय की छोटी बहन भी है। उनकी बहन ने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया है। विजय दयाराम के पिता के पास केवल डेढ़ एकड़ खेती है। विजय दयाराम के पिता का दृढ़ निश्चय था कि सारे अभावों के बाद भी बच्चों को शिक्षा देनी है। जिसके चलते उनके तीनों बच्चों ने अच्छी शिक्षा अर्जित की।

संस्कृति को सहेजने जगदलपुर में बादल अकादमी की स्थापना

जगदलपुर में बस्तर की संस्कृति को सहेजने के लिए बादल अकादमी की स्थापना की गई है. इस अकादमी में रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी बनकर तैयार हो गया है. यहां सबसे पहला आमी आव बस्तरिया हल्बी गीत भी कलेक्टर ने खुद गाया था.
कलेक्टर का गाना गाकर वीडियो जारी करना बस्तर में रिकॉर्डिंग स्टूडियो की जानकारी लोगों तक पहुंचाने का भी एक तरीका है. इससे संगीत में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को रिकॉर्डिंग के लिए कहीं और ना जाना पड़े. खुद के ही जिले में यह सुविधा मिले. बता दें कि स्टूडियो को घंटे के हिसाब से कुछ फीस के साथ बुक किया जा सकता है.

कौन हैं IAS विजय दयाराम?

आईएएस (IAS) विजय दयाराम के. अभी बस्तर जिले में पदस्थ हैं. जो कर्नाटक के रहने वाले हैं. विजय छत्तीसगढ़ कैडर के 2015 बैच के IAS हैं. उनके पिता किसान थे. उन्होंने गरीबी में अपनी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी की. विजय दयाराम को गाने का शौक है. दयाराम कई बार हिंदी सॉन्ग भी रिकॉर्ड कर चुके हैं.

उन्होंने यूपीएससी की तैयारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर शुरू की थी. विजय पहली कोशिश में असफल रहे, लेकिन दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर लिया था. मां ने गहने गिरवी रख कर विजय को दिल्ली यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कराने के लिए भेजा था.

विजय दयाराम की शादी चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) सुप्रीदा से हुई है. उनका एक बच्चा भी है. यहां बताते चलें कि साल 2015 में छत्तीसगढ़ कैडर मिलने के बाद विजय की पहली पोस्टिंग ट्रेनिंग के लिए राजनांदगांव जिले में सहायक कलेक्टर के पद पर हुई थी.

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here